अपना दल कमेरावादी विधायक पल्लवी पटेल समेत 70 पर FIR, जानिए क्या है मामला
यूपी के वाराणसी में सिराथू विधायक पल्लवी पटेल समेत 70 पर एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, छात्र हेमंत सिंह की हत्या के मामले में प्रधानमंत्री के जनसंपर्क कार्यालय का घेराव करने जा रहीं पल्लवी पटेल को गुरुधाम चौराहे पर रोक लिया गया था। विधायक ने रोके जाने पर नारेबाजी, धरना-प्रदर्शन किया था।

यूपी के वाराणसी में ज्ञानदीप इंग्लिश स्कूल के छात्र हेमंत सिंह की हत्या के मामले में शनिवार को जवाहरनगर एक्सटेंशन (भेलूपुर) स्थित प्रधानमंत्री के जनसंपर्क कार्यालय का घेराव करने जा रहीं अपना दल (कमेरावादी) की नेता एवं सिराथू विधायक पल्लवी पटेल को गुरुधाम चौराहे पर रोक लिया गया। पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद विधायक ने रोके जाने पर नारेबाजी, धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की हुई। दुर्गाकुंड चौकी प्रभारी संदीप कुमार सिंह की तहरीर पर भेलूपुर थाने में विधायक पल्लवी पटेल समेत 10 नामजद, 60 अज्ञात पर केस दर्ज हुआ। पुलिस ने पल्लवी पटेल, पार्टी के पदाधिकारीगण राजेश पटेल, गगन प्रकाश यादव, दिलीप सिंह पटेल, राजकुमार पटेल, संजय पटेल, राम लखन पाल, गौरीशंकर पटेल, रवींद्र पटेल, शिव शंकर पटेल एवं अन्य 60 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।
आरोप है कि बिना अनुमति पल्लवी पटेल आईपी विजया मॉल से जुलूस के साथ प्रधानमंत्री के जनसंपर्क कार्यालय की ओर निकलीं। गुरुधाम चौराहे पर रोके जाने पर बैरियर तोड़ दिया। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल को विधायक पल्लवी पटेल ने प्रधानमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपा।
10 धाराओं में दर्ज किया गया है केस: पल्लवी पटेल समेत अन्य पर 10 अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया गया है। इसमें साधारण दंगा, शांति भंग करना, पुलिस के आदेश का उल्लंघन, पुलिस पर बल प्रयोग, सरकारी काम में बाधा, सार्वजनिक तौर पर उपद्रव, सार्वजनिक मार्ग बाधित करना, निषेधाज्ञा का उल्लंघन एवं शांति भंग की धाराएं हैं।
पिता के नेतृत्व में कैंडल मार्च
छात्र हेमंत के पिता कैलाशचंद्र वर्मा पटेल के नेतृत्व में शनिवार रात 8 बजे सैकड़ों लोगों परमानन्दपुर से कैंडल मार्च निकालकर नटिनियादाई मंदिर पहुंचे और नारेबाजी की। ज्ञानदीप इंग्लिश स्कूल की मान्यता रद्द करने, प्रबंधक की गिरफ्तारी समेत अन्य मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। स्कूल प्रबंधक के आवास के सामने जुटान पर शिवपुर पुलिस पहुंच गई। लोगों को समझा कर वापस भेजा गया।