बोले फिरोजाबाद: अधिकारियों की कारगुजारी लोगों की जिंदगी पर पड़ी भारी
Firozabad News - करीमगंज में आयशा पब्लिक स्कूल के पास गली नंबर तीन की स्थिति बेहद खराब है। आधी गली का निर्माण हुआ है, लेकिन निगम की अनदेखी के कारण शेष गली का निर्माण नहीं हो पा रहा। लोग गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे...
जब एक पूरी गली हो तो फिर आधी गली का निर्माण कैसे हो सकता है। आधी गली बनवाने पर शेष गली में रहने वाले क्या इस निर्माण कार्य को होने देंगे, लेकिन निगम में मनमाने ढंग से कुटेशन निकालने वाले अफसरान इस हकीकत को नहीं समझ रहे हैं। अफसरों की इस अनदेखी का ही परिणाम भुगत रही है करीमगंज में आयशा पब्लिक स्कूल के निकट स्थित गली नंबर तीन की जनता। आधी सड़क का कुटेशन पास हो गया है, लेकिन आधी की तरफ निगम का ध्यान नहीं। इस स्थिति में आधी सड़क भी नहीं बन पा रही है। अगर निगम के अधिकारी इसे संजीदगी के साथ में लें तो मात्र एक कुटेशन की फाइल पर हस्ताक्षर से न जाने कितने लोगों को इस बरसात में होने वाली परेशानी से निजात मिल सकती है।
इधर गली के न बन पाने से क्षेत्रीयजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हिन्दुस्तान ने बोले फिरोजाबाद के तहत जब क्षेत्र के लोगों से इस संबंध में संवाद किया तो हर जुबां पर सड़क का दर्द झलका। लोगों की परेशानी जायज भी थी। 20 वर्ष पहले बनी हुई सड़क अब पूरी तरह ऊबड़-खाबड़ हो गई है तो मेनहोल के ढक्कन सड़क से ऊपर उठ आए हैं। पाइप लाइन आदि कार्य की खुदाई के बाद सड़क की मरम्मत भी ढंग से नहीं की गई है। इससे भी इस सड़क को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। जगह-जगह पर सालों पहले बनी हुई सड़क के अवशेष इसकी गवाही देते हैं। बरसात में इन गड्ढों में पानी भर जाता है तो लोगों को राह निकलने में भी परेशानी होती है। आम दिनों में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गली के कई लोग ठोकरें खाकर चुटैल हो चुके हैं तो कुछ के पैर की हड़्डी भी टूट गई। नियमित नहीं होती सफाई, गली में लगे कूड़े के ढेर: दोपहर 12 बजे भी गली में कई जगह पर कूड़े के ढेर लगे हुए थे तो नालियां भी गंदगी से बजबजा रही थी। क्षेत्रीयजनों की मानें तो नियमित रूप से सफाई कर्मियों की भी तैनाती यहां पर नहीं हैं। एक-दो दिन में सफाई कर्मी नालियों को साफ करने आते हैं, जिससे नालियों में गंदगी भर जाती है। घरों के आसपास तो लोग किसी तरह से सफाई कर लेते हैं, लेकिन पूरी गली में सफाई नहीं होने से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में सफाई कर्मियों की कमी होने से लोगों यहां पर नियमित रूप से सफाई नहीं हो पाती। इलाके में गंदगी फैलने से भी बना है खतरा लोगों ने बताया कि नालियों की सफाई न होने और नियमित रूप से कूड़ा उठान नहीं होने के कारण गली में कूड़ा पड़ा रहता है। गर्मी का मौसम होने के कारण यही गंदगी बीमारियों का भी सबब बन रही है। इस स्थिति में इस गंदगी से क्षेत्र में बीमारियां फैलने का भी खतरा बना हुआ है तो वहीं बरसात में इस गली में जलभराव की स्थिति बन जाने से भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गली में रहने वाली गंदगी भी बरसात के पानी में गड्ढों में भर जाती है, जो बरसात में बीमारियों की वजह बन सकती है। इनकी बात::: लंबे वक्त से गली का निर्माण नहीं हुई है। सड़क जगह-जगह पर ऊबड़-खाबड़ हो गई। बच्चे-बुजुर्ग ठोकरें खाते हैं। बरसात में पानी भर जाने से परेशानी होती है, लेकिन नगर निगम द्वारा इस सड़क को बनवाने की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। -इमरान सड़क पर पानी भर जाता है। नियमित रूप से नालियों की सफाई नहीं होती है। 20 वर्ष पुरानी इस सड़क के निर्माण के लिए कई बार पार्षद के समक्ष समस्याओं को रख चुके हैं। साफ-सफाई भी नियमित होनी चाहिए। -डब्बू सड़क पर जगह-जगह गड्ढे होने से हर कोई परेशान दिखाई दे रहा है। कई लोग यहां पर गिर चुके हैं तो अब तक दो तीन लोगों की टांग टूट चुकी है। आखिर कब तक इस सड़क पर लोग इस तरह से गिरकर चुटैल होते रहेंगे। जल्द इस सड़क को बनवाना चाहिए। -सिकंदर नगर निगम स्वच्छता की बात करता है। घरों के आसपास सफाई रखने की बात करते हैं, लेकिन निगम शहर में ही नालियों की नियमित सफाई नहीं करा पा रहा है। नियमित रूप से नालियों की सफाई हो तो कम से कम गली में सफाई दिखाई दे। -इकबाल घर-घर कूड़ा एकत्रित करने वाला आता है, लेकिन कभी एक दिन छोड़कर तो कभी दो दिन छोड़कर। इस स्थिति में कूड़ा न फेंकने की लोगों की आदत भी नहीं बदल पा रही है। एक दिन का कूड़ा वह ले जाता है तो जिस दिन नहीं आता है, उस दिन फेंकना पड़ता है। -निजाम बरसात में गली में इन गड्ढों में पानी भर जाता है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 20 साल से सड़क इस स्थिति में है, लेकिन इसको बनवाने की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं है। बरसात से पहले सड़क को बनवाना चाहिए। -अकीला सड़क जगह-जगह पर ऊबड़-खाबड़ हो गई है। इस स्थिति में पैदल चलने में भी परेशानी होती है।बच्चे-बुजुर्ग ठोकरें खाते हैं। बरसात में पानी भर जाने से परेशानी होती है। नगर निगम को जल्द से जल्द सड़क को बनवाना चाहिए। -शकील कम से कम निगम 20-20 वर्ष पुरानी सड़कों तो बनवा दे। एक तरफ कई क्षेत्रों में कुछ साल पहले ही बनी सड़कों को फिर से बना दिया जाता है, लेकिन जहां र सड़क निर्माण की जरूरत है, वहां पर सड़क बनवाने की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा। -निखत
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