बोले प्रयागराज : पुराने स्टेशनों में शुमार, अव्यवस्थाओं का अंबार
Gangapar News - जसरा रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की कमी हो रही है। कोविड के बाद काशी एक्सप्रेस का ठहराव बंद होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। पानी की घोर अव्यवस्था है और स्टेशन पर अंधेरा होने के कारण लूटपाट...
जसरा रेलवे स्टेशन जसरा रेलवे स्टेशन क्षेत्र के पुराने स्टेशनों में से एक है। यहां से दर्जनों गांवों के लोग दूसरे राज्यों में आने जाने के लिए ट्रेन का सहारा लेते हैं। मुंबई रूट पर जसरा पड़ने के कारण यहां से प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में यात्री ट्रेन के सहारे ही अपने गंतव्य की ओर जाते हैं। इस स्टेशन पर पूर्व में जहां पैसेंजर ट्रेन के अतिरिक्त काशी एक्सप्रेस का ठहराव किया जाता था लेकिन कोविड के समय से काशी एक्सप्रेस का ठहराव बंद कर दिया गया। इस प्रकार यहां से मात्र एक पैसेंजर ट्रेन ही रुकती है। जिससे लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यात्री सुविधा का पूरी तरह से अभाव है। प्रतीक्षालय कक्ष बनाया गया है, लेकिन वहां पर चौबीस घंटे ताला लटका रहता है। इस भीषण गर्मी में पीने के लिए पानी की घोर अव्यस्था है। स्टेशन पर एक हैंडपंप लगा है, वह भी खराब मिला। पेयजल के लिए लगाए गए नलों में पानी नहीं आता है। स्टेशन मास्टर कल्लू राम ने बताया कि पैसेंजर ट्रेन आने पर जनरेटर चलाकर उसे चालू कराया जाता है। दिन भर पानी बर्बाद न हो इसके लिए बंद रखा जाता है। भीषण गर्मी में लोग जगह जगह प्याऊ लगाकर राहगीरों को पानी पिला रहे हैं, वहीं स्टेशन पर पेयजल की सुविधा नदारद है। स्टेशन पर तो बिजली की व्यवस्था है, लेकिन मुख्य स्टेशन से दूर प्लेटफार्म पर रात में बिजली की व्यवस्था नहीं रहती। जिससे यात्रियों को ट्रेन से चढ़ने और उतरने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं जसरा रेलवे स्टेशन को जाने वाले मार्ग के दोनों तरफ जंगली पेड़ के साथ ही अंधेरा रहने पर यात्रियों से लूट पाट आये दिन होती रहती है। लोगों ने वहां बिजली की ब्यवस्था कराए जाने की मांग किया है। जसरा व आसपास के लोगों ने जसरा स्टेशन की व्यवस्था सुधारने के लिए अधिकारियों से कई बार गुहार भी लगाई है। यात्रियों को पीने की पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। स्थानीय लोगों की मानें तो देर शाम होते ही अराजकतत्वों का जमावड़ा स्टेशन पर हो जाता है। आए दिन यात्रियों से छिनैती की घटनाएं भी होती रहती हैं। वहीं अवैध तरीके से वेंडर चाय पान गुटका आदि स्टेशन पर बेचते नजर आते हैं। जसरा में काशी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए भी स्थानीय लोगों ने कई बार उच्चाधिकारियों व स्थानीय सांसद को लिखित रूप से पत्र देकर ठहराव कराने की मांग की है। लेकिन उस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। बता दें कि जसरा स्टेशन से प्रयागराज जाने के अतिरिक्त मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा मैहर, चित्रकूट, इटारसी, झांसी आदि जगहों पर आने जाने के लिए क्षेत्र के दर्जनों यात्री प्रतिदिन स्टेशन पर पहुंचते हैं तथा अव्यवस्थाओं का सामना करते हैं। जसरा क्रॉसिंग पर दिनभर लगता है जाम प्रयागराज बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जसरा रेलवे फाटक इन दिनों बेतरतीब वाहनों के खड़ा करने के कारण दिनभर भीषण जाम लगा रहता है। वहीं स्थानीय घूरपुर पुलिस के न रहने के कारण वाहन चालकों को वाहनों को निकालने में भारी परेशानी उठानी पड़ती है। ब्यापारियों ने बताया कि ट्रेन निकलने के बाद भी काफी समय तक फाटक न खुलने से भी जाम लगा रहता है। पहले घूरपुर के सिपाहियों की फाटक के दोनों ओर ड्यूटी लगाई गई थी। बाद में यह ब्यवस्था होमगार्ड को सौंपी गई। अब वह भी नहीं रहा। जसरा रेलवे स्टेशन पर जनरल टिकट विंडो के साथ साथ एक्सप्रेस ट्रेनों के रिजर्वेशन काउंटर न खुलने से लोगों को प्रयागराज,छिंवकी के साथ शंकरगढ़ रेलवे स्टेशनों पर जाना पड़ता है। अगर ऐसी ब्यवस्था जसरा रेलवे स्टेशन हो जाय तो क्षेत्र के लोगों को बाहर न जाना पड़े। जसरा रेलवे स्टेशन पर अन्य स्टेशनों की तरह स्टाल होने की समस्या उठाई। कहा कि अगर जसरा रेलवे स्टेशन पर चाय,नास्ता,काफी,ब्रेड पकौड़ाआदि के स्टाल लगाए जाएं तो बाजार के ज्यादातर व्यापारियों को रोजी-रोटी का जुगाड़ वहीं मिल जाए। जसरा स्टेशन पर रेलवे की पटरियों को और अधिक संख्या में बढ़ाया जाए। जिससे प्लेट फ़ार्म की संख्या भी बढ़ जाएगी। प्रयागराज स्टेशन पर ट्रेनों को न रोककर उसे जसरा में रोका जाए। इससे जसरा के लोगों का व्यवसाय बढ़ेगा और स्टेशन पर चहलकदमी बनी रहेगी। जिम्मेदार बोले पहले से ही प्रतीक्षालय में ताला बंद रहता है। दिव्यांगों के लिए एक ह्वील चेयर की व्यवस्था है। जरूरत पड़ने पर यात्रियों को मुहैया कराई जाती है। वहीं पैसेंजर ट्रेन आने के पूर्व जनरेटर चलवाकर पानी भराया जाता है। मुझे यहां आए हुए सप्ताह भर ही हुआ है। पेयजल की समस्या को जल्द ही सुलझाया जाएगा। जिससे गर्मी में यात्रियों के अलावा आस पास के लोगों को पीने का पानी मिल सके। -कल्लू प्रसाद, स्टेशन मास्टर जसरा रेलवे स्टेशन पर काशी एक्सप्रेस व सारनाथ एक्सप्रेस का ठहराव आम लोगों के हित में आवश्यक है। साथ ही जसरा बाईपास का एक लेन खोल दिया जाय। जिससे जाम के झाम से छुटकारा मिल सके। -अजीत सिंह पप्पू छतहरा, ब्लाक प्रमुख, जसरा ------------------ हमारी भी सुनें जसरा रेलवे स्टेशन समस्याओं का स्टेशन है। जहां पीने के लिए पानी की ब्यवस्था नहीं है। काशी एक्सप्रेस व सारनाथ एक्सप्रेस का ठहराव होना जनहित में जरूरी है। -अनिल कुमार मिश्र, डायरेक्टर, जिला सहकारी बैंक लिमिटेड जसरा रेलवे स्टेशन पर कोरोना काल से काशी एक्सप्रेस का ठहराव नहीं किया जा रहा है। क्षेत्रीय जन-मानस की सुविधा को देखते हुए काशी एक्सप्रेस का ठहराव आवश्यक है। -अरुण कुमार शुक्ल, क्षेत्र पंचायत सदस्य, अमरेहा जसरा काशी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। लेकिन विभागीय अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगती। -शम्भू नाथ गुप्ता, व्यवसाई, जसरा बाजार जसरा रेलवे फाटक पर प्रतिदिन लगने वाले जाम से व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। जसरा बाईपास को जल्द से जल्द शुरू किया जाय। -राजू केसरवानी, कपड़ा व्यवसाई, जसरा बाजार घर से जसरा ब्लाक पहुंचने के लिए जसरा रेलवे फाटक पर घंटों जाम में फंसना पड़ता है। बाईपास के एक लेन को विभाग के अधिकारियों को खोल देना चाहिए। -दारा सिंह पटेल, अध्यक्ष, प्रधान संघ, जसरा जसरा रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेन के अलावा काशी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए डीआरएम प्रयागराज को ज्ञापन भी दिया जा चुका है। जनहित में काशी एक्सप्रेस का ठहराव होना आवश्यक है। -हीरामन उर्फ लल्लू सिंह, प्रधान, पचखरा जसरा जसरा रेलवे फाटक पर प्रतिदिन जाम के कारण आने जाने वाले लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बाईपास के शुरू होने पर समस्या से निजात मिल जाएगी। -हर प्रसाद पाठक लल्ला गुरू, अमरेहा जसरा जसरा रेलवे स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं के न होने के कारण आम जनमानस को परेशानी उठानी पड़ रही है। इस ओर केन्द्र सरकार को ध्यान देना चाहिए। -रामानंद त्रिपाठी, वरिष्ठ भाजपा नेता, जसरा बारा तहसील जाने के लिए जसरा रेलवे फाटक पर जाम के झाम से काफी परेशानी उठानी पड़ती है। जसरा गौहनिया बाईपास चालू किया जाय। -राम मनोहर कुशवाहा, प्रधान, अमरेहा जसरा रेलवे स्टेशन पर काशी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए हम लोगों ने की बार अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा, लेकिन उसका परिणाम आज तक नहीं मिला। क्षेत्रीय लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए काशी एक्सप्रेस का ठहराव किया जाय। -राजमणि पटेल, किसान नेता, चितौरी जसरा रेलवे फाटक पर प्रतिदिन लगने वाले जाम व काशी एक्सप्रेस के जसरा रेलवे स्टेशन पर ठहराव के लिए स्टेशन अधीक्षक जसरा को एक सप्ताह पूर्व ज्ञापन दिया गया है। कार्यवाही न होने पर धरना दिया जाएगा। -सुधांशु मिश्रा, अध्यक्ष, प्रयाग संगम सेवा संस्थान जसरा रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होना आवश्यक है। जिससे क्षेत्र के साथ व्यापारियों का दूसरे प्रदेशों में आना जाना सुगम हो जाय। -रतन केसरवानी, व्यवसाई, जसरा जसरा रेलवे स्टेशन पर व्यापारियों के साथ क्षेत्रीय लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए तत्काल काशी एक्सप्रेस व सारनाथ एक्सप्रेस का ठहराव केन्द्र सरकार द्वारा किया जाना चाहिए। जिससे लोगों को आने-जाने के लिए सुविधा हो सके। - सुरेन्द्र कुमार केसरवानी सोनू , जिलाध्यक्ष, समाजवादी व्यापार सभा, यमुनापार
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