धुरियापार में स्थापित होगी चीनी मिल और एथेनॉल प्लांट
Gorakhpur News - गोरखपुर में जल्द ही चीनी मिल और एथेनॉल प्लांट स्थापित किया जाएगा। सुपीरियर ग्रुप के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने सीएम योगी आदित्यनाथ से चर्चा की। 1000 करोड़ रुपये के निवेश से धुरियापार में 20 एकड़ जमीन...

गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता लिंक एक्सप्रेस के दोनों तरफ विकसित हो रहे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में जल्द ही चीनी मिल और एथेनॉल प्लांट स्थापित होगा। सुपीरियर ग्रुप के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने चीनी मिल, एथेनाल और डिस्टलरी प्लांट को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के दौरान चर्चा की। चर्चा में सरैया डिस्टिलरी को दोबारा चालू करने की संभावना पर बात नहीं बनने पर नए डिस्टिलरी प्लांट को लेकर सैद्धांतिक सहमति बनी। ग्रुप को चीनी मिल के साथ एथेनाल प्लांट लगाने के लिए 20 एकड़ जमीन की जरूरत है। प्रबंधन धुरियापार में 1000 करोड़ रुपये के निवेश से एथेनॉल प्लांट लगाने को तैयार दिख रहा है।
ग्रुप द्वारा पिछले वर्ष हुए गीडा दिवस के बाद मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सैरया डिस्टिलरी को दोबारा चालू करने को लेकर चर्चा की गई थी। प्रबंधन 150 करोड़ रुपये बैंकों का बकाया और इतना ही कर्मचारियों का बकाया देकर मिल को दोबारा चालू करने को लेकर कवायद कर रहा था। लेकिन 300 करोड़ खर्च के बाद भी सरैया मिल प्रबंधन से बात नहीं बनने पर ग्रुप नये निवेश को लेकर कोशिश में जुट गया है। इसी को लेकर शनिवार को चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल का कहना है कि गीडा के मुकाबले धुरियापार में जमीन की कीमत आधी है। साथ ही लिंक एक्सप्रेस वे के चलते कनेक्टिविटी भी अच्छी है। ऐसे में कंपनी धुरियापार में ही 20 एकड़ जमीन को लेकर इच्छुक है। यूनिट में 1000 करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है। सुपीरियर ग्रुप के उपाध्यक्ष डॉ.सुनील मिश्रा का कहना है कि गोरखपुर में एथेनाल प्लांट के साथ ही चीनी मिल भी स्थापित करने की योजना है। 1000 करोड़ रुपये के निवेश से प्रस्तावित यूनिट में 300 से 500 लोगों प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। गीडा प्रशासन से 20 एकड़ जमीन की मांग की जा रही है।
एथेनॉल हब बनने की तरफ बढ़ रहा गोरखपुर
एथेनॉल उत्पादन में अब गोरखपुर भी बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। पिछले दिनों सीएम योगी ने केयान डिस्टलरी का शुभारंभ किया था। 1200 करोड़ रुपये के निवेश से शुरू हुए डिस्टिलरी में 3 लाख लीटर प्रतिदिन की उत्पादन क्षमता का प्लांट क्रियाशील है। तीन चरणों में इसकी कुल क्षमता 10 लाख लीटर प्रतिदिन की हो जाएगी। पिपराइच चीनी मिल में भी एथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा। एथेनॉल उत्पादन के लिए प्लांट लगाने को सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में 90 करोड़ रुपये की व्यवस्था कर दी है। इस डिस्टिलरी की उत्पादन क्षमता 60 हजार लीटर प्रति दिन होगी। वहीं, धुरियापार में भी आने वाले दिनों में एथेनॉल का उत्पादन होगा। इंडियन ऑयल की बायो फ्यूल कॉम्प्लेक्स की परियोजना के पहले चरण में 165 करोड़ रुपये की लागत से कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) का प्लांट लोकार्पित हो चुका है। बायो फ्यूल कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में एथेनॉल का उत्पादन होगा। गीडा स्थित आईजीएल में पहले से ही एथेनाल का उत्पादन हो रहा है।
ग्रुप के द्वारा सरैया चीनी मिल की जमीन संबंधित पूछताछ की गई थी। उद्योग के लिए अब जमीन की कोई भी कमी नहीं है। जहां भी जमीन की मांग होगी उपलब्ध कराई जाएगी। धुरियापर में भी मई में भूखंड का आवंटन शुरू हो जाएगा।
-अनुज मालिक, सीईओ, गीडा
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