भारत-पाक तनाव का ट्रेनों पर भी पड़ा असर, जम्मू की ट्रेनों में 1000 से ज्यादा टिकट निरस्त; घट गई वेटिंग
दो दिनों में 1000 से भी अधिक लोगों ने अपने टिकट रद्द कराए हैं। लखनऊ से होकर हर शुक्रवार को जम्मू जाने वाली समर स्पेशल ट्रेन संख्या 04609 में इस शुक्रवार को 498 सीटें उपलब्ध हैं। आगे के शुक्रवार में भी इसमें सैकड़ों सीटे खाली हैं। गाजीपुर से कटरा जाने वाली ट्रेन में भी वेटिंग कम हो गई है।

भारत-पाक तनाव का असर जम्मू जाने वाली ट्रेनों में नजर आने लगा है। लोगों ने अपने टिकट रद्द कराने शुरू कर दिए हैं। प्रमुख ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट घट गई है। समर स्पेशल ट्रेनों में सैकड़ों सीटें खाली चल रही हैं। जबकि मई और जून में इस रूट की ट्रेनों में वेटिंग टिकट 200 से 250 के बीच रहता था।
दो दिनों में एक हजार से भी अधिक लोगों ने अपने टिकट रद्द कराए हैं। लखनऊ से होकर प्रत्येक शुक्रवार को जम्मू जाने वाली समर स्पेशल ट्रेन संख्या 04609 में इस शुक्रवार को 498 सीटें उपलब्ध हैं। आगे के शुक्रवार में भी इसमें सैकड़ों सीटे खाली हैं। गाजीपुर से कटरा जाने वाली ट्रेन में भी वेटिंग कम हो गई है। इसमें वेटिंग के कंफर्म होने की संभावना 48 से 55 फीसदी है। प्रमुख ट्रेनों में शामिल बेगमपुरा, अमरनाथ, हिमगिरी, लोहित, कोलकाता, हमसफर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों की वेटिंग भी काफी कम हो गई है। तत्काल में भी टिकट न मिलने वाली कोलकाता-जम्मू तवी एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में तत्काल में टिकट उपलब्ध है तो इकोनॉमी एसी में वेटिंग मात्र 5 रह गई है।
40 से 50 तक वेटिंग चल रही बेगमपुरा एक्सप्रेस के स्लीपर में 10 तो फर्स्ट एसी में 5 वेटिंग आ गई है। सेकेंड एसी में दो और थर्ड एसी में 17 है। वेटिंग कंफर्म होने की संभावना 60 फीसदी है। मई -जून में वेटिंग के टिकट भी न मिलने वाली हिमगिरी एक्सप्रेस के स्लीपर की वेटिंग 33 तो एसी इकोनॉमी में वेटिंग 9 आ चुकी है।
सेकेंड एसी में यह 8 है। तीनों के वेटिंग में टिकट कंफर्म होने की संभावना 44 फीसदी है। इस ट्रेन के थर्ड एसी में तत्काल में टिकट उपलब्ध है। लोहित और अमरनाथ एक्सप्रेस में भी वेटिंग काफी घटी है।
हिमाचल के लिए घटी वेटिंग लिस्ट
जम्मू जाने वाली सभी ट्रेनें पंजाब के पठानकोट और चक्की बैंक रेलवे स्टेशन से होकर गुजरती हैं। हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन जाने वाली सैलानी इन्हीं दोनों स्टेशनों पर उतर कर सड़क मार्ग से हिमाचल प्रदेश जाते हैं। भारत-पाक में तनाव के कारण जम्मू-कश्मीर के हिल स्टेशन जाने वाले अपने टिकट तो रद्द करा ही रहे हैं हिमाचल जाने वाले भी कतरा रहे हैं। यहीं कारण है कि जम्मू जाने वाली प्रमुख ट्रेनों में जहां वेटिंग घट रही तो वहीं समर स्पेशल खाली है।
पंजाब जाने से बच रहे यात्री
पंजाब जाने वाली ट्रेनों भी वेटिंग घटी है। व्यापारिक कार्यों से लुधियाना, जालंधर जाने वालों की संख्या मई और जून में खासी होती है। ऐसे में पंजाब जाने वाली दुर्गियाना, गंगा-सतलुज, जलियांवाला, शहीद एस्सप्रेस सहित हावड़ा-अमृतसर मेल में टिकटों की वेटिंग लिस्ट लंबी होती थी। गंगा-सतलुज में वेटिंग 13-14, जलियांवाला में वेटिंग 4 से 10, अमृतसर मेल में 9 से 12, सरयु-यमुना एक्सप्रेस में 7 से 9, दुर्गियाना एक्सप्रेस में 2 से 17 वेटिंग दिखा रहा है।
पंजाब और कश्मीर की गाड़ियों में सुरक्षा बढ़ाई
जम्मू और पंजाब जाने वाली ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाई गई है। चारबाग स्टेशन पर रुकने के दौरान जम्मू और पंजाब जाने वाली ट्रेनों की विशेष सुरक्षा जांच की जा रही है। भारत-पाक के बीच तनाव का इस रूट की ट्रेनों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है।
जम्मू जाने वाली हिमगिरी, लोहित, अमरनाथ, अर्चना, हमसफर, कोलकाता-जम्मू-तवी, अर्चना और बेगमुपरा एक्सप्रेस सहित समर स्पेशल में गाजीपुर-कटरा, बनारस-उधमपुर, राजगीर-उधमपुर और कानपुर-कटरा एक्सप्रेस चलाई जा रही है। चारबाग स्टेशन पर पहुंचने पर इन ट्रेनों की विशेष जांच की जा रही है। प्रशिक्षित कुत्तों की भी इसमें मदद ली जा रही है। इन ट्रेनों में चलने वाले आरपीएफ स्क्वायड को आधुनिक हथियारों से लैस किया गया है। उन्हें विशेष रूप से सतर्क रहने को कहा गया है। पंजाब जाने वाली दुर्गियाना, गंगा-सतलुज, जलियांवाला, शहीद एक्सप्रेस, हावड़ा-अमृतसर मेल में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। यहां पहुंचने पर इन ट्रेनों की भी सघन जांच की जा रही है। ट्रेन में चलने वाले स्क्वायड को किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पास के स्टेशन पर संपर्क करने को कहा गया है। उच्चाधिकारियों को भी सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं।
ट्रेनों के परिचालन में कोई बदलाव नहीं
आरपीएफ प्रभारी, चारबाग रेलवे स्टेशन भूपेंद्र सिंह का कहना है कि ट्रेनों की सुरक्षा की जांच के लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी जवानों को सतर्क रहने को कहा गया है। जम्मू और पंजाब जाने वाली ट्रेनों की विशेष जांच की जा रही है। उधर, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जम्मू और पंजाब रूट की सभी ट्रेनों को पूर्व की तरह ही चलाया जा रहा है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।