Residents of Kannauj Ward 15 Struggle with Poor Infrastructure and Sanitation बोले कन्नौज: हफ्तों नहीं उठता कूड़ा-करकट, यहां तो संकट ही संकट, Kannauj Hindi News - Hindustan
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बोले कन्नौज: हफ्तों नहीं उठता कूड़ा-करकट, यहां तो संकट ही संकट

Kannauj News - कन्नौज के वार्ड नंबर 15 जयशंकर प्रसाद नगर के निवासी टूटी सड़कों, गंदगी और खराब सफाई व्यवस्था से जूझ रहे हैं। नालियों में गंदा पानी भरा है, जिससे मच्छरों की समस्या बढ़ गई है। बिजली की व्यवस्था भी खराब...

Newswrap हिन्दुस्तान, कन्नौजSun, 13 April 2025 02:11 AM
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बोले कन्नौज: हफ्तों नहीं उठता कूड़ा-करकट, यहां तो संकट ही संकट

कन्नौज। कन्नौज के वार्ड नंबर 15 जयशंकर प्रसाद नगर में लोग टूटी सड़कों और गंदगी के बीच जीने को मजबूर हैं। नालियों में गंदा पानी बहता है और सफाई व्यवस्था दयनीय है। बिजली के खंभे जर्जर हैं और नालियों की निकासी ठप है। जिम्मेदारों की अनदेखी यहां रहने वाले लोगों की उम्मीदों पर पानी फेरती नजर आ रही है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' से यहां के बाशिंदों ने कहा कि यहां साफ-सफाई के नाम पर जमकर मनमानी की जाती है, जिससे गलियों में कूड़ा फैला रहता है। खाली पड़े प्लॉट आज कूड़ेदान बन चुके हैं, जिससे उठने वाली दुर्गंध आम दिनों के साथ-साथ बारिश में ज्यादा परेशान करती है। गंदे पानी का जलभराव होने से मच्छरों का आतंक बना हुआ है। फॉगिंग कराकर इन पर अंकुश लगाना चाहिए। जिम्मेदारों को इस समस्या का नस्तिारण कराना चाहिए। कई बार शिकायत के बाद भी हालात नहीं बदलें।

हर के करीब-करीब सभी वार्डों की हालत खराब है। नाले-नालियां चोक पड़ी हैं। टूटी-फूटी सड़कें लोगों को दर्द दे रही हैं। जिसके कारण लोग गिर जाते हैं। जलनिकासी और साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था न होने से यहां का जीवन बदतर हो चुका है। प्रदीप ने कहा कि यहां कोई सुविधाएं नहीं हैं। यहां के लोग समस्याओं के भंवर में फंसकर रह गए हैं। हम यह भी कह सकते हैं कि आज पांच हजार की आबादी जलभराव से निजात चाहती है। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से बारिश में यह आफत बन जाता है।

कन्नौज शहर के वार्ड नंबर 15 जयशंकर प्रसाद नगर में रहने वाले लोगों के सामने तमाम दुश्वारियां हैं जिनसे उन्हें रोजाना रूबरू होना पड़ता है मोहल्लों में तमाम समस्याएं हैं जिनके निवारण को लेकर पालिका उदासीन है जयशंकर नगर में करीब छह हजार की आबादी वाले इस वार्ड में कटरा बहादुर फर्श ,तलवारान ,बाजार कला ,सराय बहादुर ,गचगीरा आनन्दीदास आदि मोहल्ले शामिल हैं इन मोहल्लों में लगभग 3500 मतदाता है। जबकि करीब 900 घर बने हैं नालियां चोक और कूड़ा भी नहीं उठता: अजय ने बताया कि पूरा चार्ज देने के बाद भी घरों के बाहर नाली की सफाई नहीं होती है। उन्होंने कहा कि घरों के बाहर कूड़ा बिखरा रहता है और कोई कार्रवाई नहीं होती है। इससे घरों में गंदगी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि हर माह नगर निगम को कूड़ा उठवाने का चार्ज दिया जाता है। लेकिन हफ्तों तक कूड़ा-करकट नहीं उठाया जाता है।

निकासी न होने से गलियों में रहता जलभराव

बारिश के मौसम में जब खाली प्लॉट उफना जाते हैं तो गलियां कई-कई दिन तक पानी से डूबी रहती हैं। घरों के अंदर से गंदा पानी निकलने के बाद कभी बीच सड़क पर भरता है तो कभी दीवारों के किनारे से होते हुए खाली प्लॉटों में जाकर इकट्ठा होता है। मोहल्ले में रात में रोशनी के कोई इंतजाम नहीं हैं। कपिल गुप्ता ने बताया कि मोहल्ले में दर्जनभर से ज्यादा गलियां कच्ची हैं। कुछ जगह खड़ंजा बिछा है, जो क्षतग्रिस्त हो चुका है। इससे काफी दक्कित हो रही है। क्षेत्र में दो नलकूप से पेयजल सप्लाई की व्यवस्था है, लेकिन आपूर्ति दोनों ही नलकूपों से नहीं हो रही है। मोहल्लों में कई गलियों में नाम के उलट स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था न होने से लोगों को शाम सात बजे से घरों में कैद होने को मजबूर होना पड़ता है।

खाली प्लॉट बन गए कूड़ाघर

इलाके के पास लोगों ने कूड़ाघर बना दिया है, वहीं खाली प्लॉट कूड़ा घरों में तब्दील होते जा रहे हैं। पूरे वार्ड में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी है। जिससे पूरे इलाके में बदबू और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। यहां भी लोगों के घरों से निकलने वाला पानी भरा रहता है। निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण जिस किसी के घर का पानी जहां चला जाए, कोई देखने वाला नहीं है।

यहां न सड़क न ही लाइटें, लोग परेशान

पप्पू का कहना है कि यहां कॉलोनी के हालात तो और भी खराब हैं। यहां सड़कें ही नहीं हैं, बल्कि जगह-जगह गंदे पानी से भरे गड्ढे बने हुए हैं। कॉलोनी के बीच से जाने वाली सड़क एकदम खत्म है, जिस पर तालाब बन चुका है, कॉलोनी के घरों का पानी उस जगह इकट्ठा हो जाता है। यहां किसी भी खंभे पर लाइट ही नहीं है। हालात ये है कि अगर सड़क समझकर इधर कोई निकल जाए तो उसकी हालत खराब होनी है।

गंदगी से बजबजा रहीं नालियां

वार्ड नं 15 के मोहल्ला कटरा बहादुर में जल विकास के लिए बनाई गई नालियां इस कदर चोक हो चुकी हैं कि गंदगी से नलियां बजबजा रही हैं। इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है और हर घड़ी बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है। नगर पालिका कर्मियों की लापरवाही दिनों दिन बढ़ती जा रही है। बार्ड में सफाई व्यवस्था के नाम पर महज खाना पूरी की जाती है। यही वजह है कि मोहल्ले में जगह-जगह कूड़ा जमा रहता है।

सड़क किनारे खुले में रखा ट्रांसफॉर्मर

वार्ड 15 में तलवारान और बाजार कला में बिजली का एक ट्रांसफॉर्मर खुले में रखा है और इसके आस पास कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं है। यह किसी बड़े हादसे को न्योता दे रहा है। राहगीरों ,स्थानीय निवासियों और खासकर बच्चों की जान हमेशा खतरे में बनी रहती है। स्थिति यह है कि तार बाहर लटक रहे हैं और उसका कवर गायब है इसके चलते इसके अंदर के हाई-वोल्टेज तार और अन्य उपकरण साफ नजर आ रहे हैं। रिंकू ने कहा कि यह मार्ग काफी व्यस्त रहता है और दिन भर बच्चों और लोगों का आना-जाना लगा रहता है। बच्चे भी अक्सर इसके आसपास खेलते हुए देखे जा सकते हैं।

बाजार कला के लोग बिजली कटौती से परेशान

मोहल्ला बाजार कला में लगातार हो रही अघोषित वद्यिुत कटौती से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। यहां के बाशिंदों के मुताबिक आए दिन बिजली चली जाती है जिसके चलते पानी की सप्लाई नहीं आती और पेयजल की कल्लित हो जाती है। पानी की कमी से रोजमर्रा के काम प्रभावित हो जाते हैं और ड्यूटी पर जाने में भी अक्सर देर हो जाती है। अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद कोई असर नहीं हुआ।

शिकायतें

1. बच्चों के खेल के लिए एक भी पार्क नहीं बना हुआ है। गली और खाली प्लॉटों में खेलना मजबूरी है।

2. फॉगिंग और दवा का छिड़काव कभी-कभार ही होता है। मच्छरों ने सोना तक दुश्वार कर रखा है।

3. सफाई व्यवस्था सही नहीं है। महीने में एक-दो बार ही सफाई कर्मी आकर खानापूरी करते हैं। शेष दिनों में लोग खुद सड़क साफ करते हैं।

4. मोहल्ले में अधिकांश जगह पर कोई कूड़ादान नहीं है। खाली पड़े प्लॉट कूड़ेदान की जगह लिए हैं।

5. जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं। इस वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत बारिश के दिनों में होती है।

सुझाव

1. फॉगिंग और दवा का छिड़काव हर हाल में कराएं। एंटी लार्वा का छिड़काव जलभराव वाली जगह पर किया जाए।

2. मोहल्ले में हर गली के सामने कम से कम एक कूड़ादान रखवाया जाए। इसमें जो कूड़ा पड़े वह हर सप्ताह उठाया जाए।

3. बिजली के पोल स्थापित करें ताकि बांस-बल्ली से होने वाले फॉल्ट से निजात मिले।

4. सौर ऊर्जा की लाइटें लगवाई जाएं, ताकि रात के वक्त अंधेरा दूर हो सके और रोशनी की सुविधा हो।

5. जल निकासी के लिए गलियों में पक्की रोड बनाकर दोनों तरफ इंटरलॉकिंग कराई जाए, जिससे बारिश में दिक्कत न हो।

बोले बाशिंदे

जगह-जगह गड्ढों में गंदा पानी भर रहा है। इससे मच्छर पनप रहे हैं। मच्छर के काटने से लोग बीमार पड़ जाते हैं। - राजीव

हर साल आंधी आने पर बिजली की केबल क्षतग्रिस्त हो जाती है। कई-कई घंटे तक बिजली गुल रहती है। -सोनू

कई गलियों में बिजली के पोल नहीं लगाए गए हैं। बांस बल्लियों के सहारे बिजली की केबल घर तक पहुंच पा रही है। -सौरभ

इलाके में कई जगह खभोंपर स्ट्रीट लाइटें ही नहीं हैं, कई जगह तो घुप अंधेरा हो जाता है, जहां निलते हुए डर भी लगता है। -रिंकू

सड़कें जर्जर व खस्ता हाल हैं। पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। शिकायत की जा चुकी है। लेकिन जम्मिेदार ध्यान नहीं देते हैं। -अजय

बोले जिम्मेदार

नगर में साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने को पालिका कर्मी के लगातार काम करते हैं। कुछ जगहों पर अगर सीवर के टैंक टूटे हैं तो उन्हें चन्हिति कर ठीक कराया जाएगा। बाकी अगर कहीं कोई समस्या है तो इसकी जानकारी पालिका को दें जो संभव है वह व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी।

- श्यामेंद्र मोहन चौधरी, ईओ पालिका

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