दो साल से इकलौता बेटा गायब, वियोग में परिवार तबाह
Kushinagar News - कुशीनगर के कसया में दो साल पहले एक इकलौते बेटे की गायब होने से परिवार बर्बाद हो गया है। पिता ने विदेश की नौकरी छोड़ दी और पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली। मां और पत्नी मानसिक तनाव...

कुशीनगर। किसी के गायब होने पर पुलिस सिर्फ गुमशुदगी दर्ज कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर देती है, लेकिन घर के चिराग का कहीं पता नहीं चलने से उसके वियोग में पूरा परिवार तबाह हो जाता है। कसया के शहीद अमिय त्रिपाठी नगर में एक इकलौते बेटे की दो साल पूर्व घर से बाइक सहित गायब होने के बाद उसके वियोग के दु:ख में पूरा परिवार बर्बाद हो गया है। हंसते खेलते परिवार पर किसी की ग्रहण लगने के कारण पिता की विदेश की नौकरी छूट गई। पिता ने उसकी खोज में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पुलिस से लगायत सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है, लेकिन बेटे की बरामद करने में पुलिस अब तक सिर्फ केस दर्ज की है।
वहीं मां, पत्नी व पिता का बेटे के गायब होने पर मानसिक संतुलत खराब हो गया है। मां का इलाज चल रहा तथा पत्नी बेहाल है। यह तो सिर्फ बानगी हैं। इसके अलावा जिले में दर्जनों ऐसे मामले हैं, जो अपनों के गायब होने का दंश झेल रहे हैं। कसया थाना क्षेत्र के अंध्या टोला हतवा निवासी अजय कुमार दुबे विवाह के बाद दुबई में नौकरी करना शुरू किये। आमदनी बढने पर बच्चों को अच्छी शिक्षा व बेहतर परवरिश देने के लिए दस साल पूर्व कसया के शहीद अमिय त्रिपाठी नगर में जमीन खरीद कर मकान बनवा लिया। इकलौते बेटे व बेटी की शादी कर दिया। बेटे का एक लड़का भी हुआ। पूरा परिवार खुशहाली के बीच विकास की ओर बढ रहा था कि किसी को इनके परिवार को बुरी नजर लग गई। 27 वर्षीय बेटा पिछले 11 अप्रैल 2023 की सुबह आठ बजे बाइक से घर से बगल में कुछ दूरी पर स्थित नवीन सब्जी मंडी के लिए निकला, लेकिन दो साल गुजर जाने के बावजूद अब तक नहीं घर लौटा। उसके गायब होने पर काफी खोजबीन करने के बावजूद कहीं पता नहीं चलने पर पिता अजय ने 16 अप्रैल को कसया थाने में गुमशुदगी का केस दर्ज कराई। पुलिस युवक को तो दूर उसकी बाइक व मोबाइल तक बरामद नहीं कर सकती है। उसके पास से एक सादा मोबाइल है। इकलौता बेटे के गायब होने पर पिता ने उसे खोजने को लेकर विदेश की नौकरी छोड़ दी। मां गीता देवी व पत्नी प्रियंका दुबे का मानसिक स्थिति बिगड़ गई है। मां का एक प्राइवेट चिकित्सक के पास इलाज चलता है। पांच साल का बेटा विनायक पिता के गायब होने पर उसके आने का इंतजार कर रहा है। अजय ने बेटे को बाइक सहित बरामद करने के लिए पुलिस के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दरवार में पहुंच कर गुहार लगाई। इसके बावजूद पुलिस अब तक कुछ नहीं कर सकी है। यह सिर्फ तो सिर्फ बानगी है। अपनों के गायब होने पर लोग पूरा परिवार के साथ बर्बादी के मुंहाने पर खड़ा होकर पथराई आंखों से उनके लौटने का उम्मीद लगाये बैठे रहते हैं। सीओ कसया कुंदन सिंह ने कहा, थाना स्तर पर दर्ज गुमशुदगी के मुकदमे में पुलिस हर संभव बरामद करने का प्रयास करती है। गुमशुदगी का केस दर्ज कराने की प्रक्रिया को आसान करते हुये नये कानून में ऑनलाइन केस दर्ज कराने का प्राविधान किया गया है। इससे कि पीड़ित को थाने का चक्कर लगाने से बचाया जा सके। कसया में दर्ज गुमशुदगी के सभी मामले में शतप्रतिशत बरामद करने का काम किया जायेगा। पडरौना व रवींद्रनगर में दर्ज 20 गुमशुदगी का केस पडरौना कोतवाली व रवींद्रनगरधूस थाने में पिछले एक साल में 20 गुमशुदगी के मामले दर्ज हैं। कोतवाल रवि कुमार राय ने बताया कि पडरौना कोतवाली में पिछले एक साल में 6 मामले गुमशुदगी का केस दर्ज हैं। इनमें से 70 फीसदी यानि 4 लोगों को बरामद कर लिया गया है। शेष दो गायब लोगों को बरामद करने के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है। रवींद्रनगरधूस थाने के थानाध्यक्ष शरद भारती ने बताया कि रवींद्रनगर धूस थाने में पिछले एक साल में गुमशुदगी के कुल 14 मामले दर्ज हैं। इनमें सात लोगों को बरामद किया गया है। अन्य लोगों को बरामद करने में पुलिस की टीमें जुटी हुई है।
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