जर्जर बिल्डिंग मे बगैर डॉक्टर राम भरोसे चल रहा पशु चिकित्सालय
Kushinagar News - कुशीनगर के कप्तानगंज ब्लॉक में राजकीय पशु चिकित्सालय एक वर्ष से बिना वेटरनरी डॉक्टर के चल रहा है। अस्पताल की बिल्डिंग जर्जर है और पशुपालक बीमार पशुओं के इलाज में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। केवल एक...

कुशीनगर। कप्तानगंज ब्लॉक परिसर में स्थापित राजकीय पशु चिकित्सालय बीते एक वर्ष से भी अधिक समय से बगैर वेटरनरी डॉक्टर के संचालित हो रहा है जबकि इसका बिल्डिंग जर्जर हो चुका है तथा हर समय दुर्घटना दुर्घटना घटित होने को न्योता देता है। राजकीय पशु अस्पताल कप्तानगंज में चिकित्सक तैनात नहीं होने की वजह से क्षेत्र के पशुपालकों को अपने बीमार पशुओं के इलाज में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कप्तानगंज में पशु चिकित्सक के रूप में डॉ उज्जवल खरवार तैनात थे पर लगभग एक वर्ष से अधिक समय पूर्व उनका तबादला अन्यत्र हो जाने के बाद अब तक किसी चिकित्सक की यहां तैनाती नहीं हो पाई। पशु चिकित्सालय में सिर्फ एक फार्मासिस्ट उमाशंकर त्रिपाठी की नियुक्ति हैं, जिनका रिटायरमेंट इसी वर्ष होना है।
फार्मासिस्ट उमाशंकर त्रिपाठी के जिम्मे कप्तानगंज पशु चिकित्सालय के अलावा रामकोला मोतीचक तथा बोदरवार की जिम्मेदारी भी है। इससे सहज अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि कप्तानगंज राजकीय पशु चिकित्सालय आखिर राम भरोसे नहीं है तो क्या है? इस संबंध में पूछे जाने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रविंद्र ने बताया कि शासन स्तर पर इसकी जानकारी दी गई है।
चिकित्सक की नियुक्ति कब तक होगी, जानकारी मुझे नहीं है। जहां तक कुशीनगर जनपद की बात है तो कुशीनगर जनपद में कुल 24 सरकारी पशु अस्पताल हैं लेकिन 24 अस्पतालों में मात्र 9 डॉक्टर और सिर्फ चार फार्मासिस्ट ही तैनात हैं। शासन के मंशानुसार जिले में पशुधन की संख्या में इजाफा करने पर काफी जोर दिया जाता और अभियान चलाया जाता है पर भारी संख्या में वेटरनरी डॉक्टर और फार्मासिस्ट की कमी क्या इस दिशा में सार्थक परिणाम दे सकता है।
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