Adrenal Tumor Linked to Hypertension and Heart Issues PGI Study Reveals डिजिटल पर न चलाएं---शोधः एड्रिनल ग्रंथि के ट्यूमर से कमजोर हो रहा हार्ट , Lucknow Hindi News - Hindustan
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डिजिटल पर न चलाएं---शोधः एड्रिनल ग्रंथि के ट्यूमर से कमजोर हो रहा हार्ट

Lucknow News - एड्रिनल ग्रंथि का ट्यूमर हार्ट को नुकसान पहुंचाता है। इससे धमनियां संकुचित और कठोर हो जाती हैं, जिससे उच्च रक्तचाप और तेज धड़कन की समस्या बढ़ती है। पीजीआई के शोध में 57 रोगियों का अध्ययन किया गया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊMon, 21 April 2025 06:29 PM
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डिजिटल पर न चलाएं---शोधः एड्रिनल ग्रंथि के ट्यूमर से कमजोर हो रहा हार्ट

-दिल की धमनियां हो जाती हैं संकुचित और कठोर -बढ़ जाती उच्च रक्तचाप और तेज धड़कन की समस्या

-पीजीआई में 57 रोगियों पर हुए शोध पर सामने आए तथ्य

-शोध पत्र को सर्जरी जर्नल ने स्वीकार किया, अमेरिकन एसोसिएशन आफ एंडोक्राइन सर्जन कांफ्रेंस में 13 मई को पेपर प्रस्तुत करेंगे

लखनऊ, सुशील सिंह

एड्रिनल ग्रंथि का ट्यूमर हार्ट को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। हार्मोन असंतुलित होने से दिल की धमनियां संकुचित और कठोर हो जाती हैं। इससे रोगी को उच्च रक्तचाप,धड़कन तेज, सिर दर्द, बहुत ज्यादा पसीना व सांस फूलने की समस्या होती है। उपचार में देर होने पर यह गुर्दा व दिमाग समेम दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचाने लगता है। चिकित्सा भाषा में फियोक्रोमोसाइटोमा ट्यूमर कहते हैं। पीजीआई के इंडोक्राइन सर्जरी विभाग की ओर से 57 रोगियों पर किये गए शोध में यह तथ्य सामने आए हैं। सर्जरी जर्नल ने स्वीकार किया है। पीजीआई के डॉक्टर इस पेपर को अमेरिकन एसोसिएशन आफ एंडोक्राइन सर्जन कांफ्रेंस में 13 व 14 मई को प्रस्तुत करेंगे।

दवाओं से काबू में नहीं होता है उच्च रक्तचाप

यह शोध सीनियर रेजिडेंट डॉ. सम्प्राति दारिया ने पीजीआई के इंडोक्राइन सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. गौरव अग्रवाल के निर्देशन में किया है। शोध में कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. आदित्य कपूर और डॉ. रूपाली खन्ना समेत सीवीटीएस विभाग के डॉक्टरों ने सहयोग किया है। डॉ. गौरव अग्रवाल ने बताया कि विभाग में दो वर्ष के दौरान इलाज कराने वाले 57 रोगियों को शोध में शामिल गया है। इन रोगियों के खून के नमूने लेकर, सिटी स्कैन, पेट स्कैन समेत कई जांच करायी गईं। इनके दिल की रक्त वाहिकाओं में बदलाव मिला। दिल की धमनियां सख्त हो गई थी। जिसकी वजह से इनमें उच्च रक्तचाप और धड़कन तेज की समस्या बढ़ी हुई थी। कई दवाएं देने के बाद भी इनका रक्तचाप काबू में नहीं आ रहा था। कार्डियोलॉजिस्ट और कार्डियक सर्जन की मदद से इन रोगियों की सर्जरी कर ट्यूमर को निकाला गया। इसके बाद इनका उच्च रक्तचाप और धड़कन समेत दूसरी दिक्कतें सामान्य हो गईं।

फियोक्रोमोसाइटोमा ट्यूमर क्या है

डॉ. गौरव अग्रवाल का कहना है कि फियोक्रोमोसाइटोमा ट्यूमर गुर्दे के ऊपर एड्रिनल ग्रंथि में होता है। यह दुर्लभ ट्यूमर होता है। इसका कारण स्पष्ट नहीं है। ट्यूमर से कई तरह के हार्मोन का अधिक उत्पादन होने लगता है। इससे रोगी को अधिक पसीना आना, सिर दर्द, उच्च रक्तचाप, धड़कना बढ़ना समेत कई तरह के लक्षण हो सकते हैं। लक्षण महसूस होने पर फौरन इंडोक्राइन डॉक्टर से संपर्क करें। इसका सबसे सटीक इलाज ऑपरेशन है। लम्बे समय तक उच्च रक्तचाप और धड़कन तेज रहने से रोगी को हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

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