ED Arrests Builder Anil Mithas for Money Laundering Raids in Delhi Noida and Meerut उन्नति फार्च्यून बिल्डर का डायरेक्टर अनिल मिठास गिरफ्तार, 11 ठिकानों पर छापेमारी , Lucknow Hindi News - Hindustan
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उन्नति फार्च्यून बिल्डर का डायरेक्टर अनिल मिठास गिरफ्तार, 11 ठिकानों पर छापेमारी

Lucknow News - प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्नति फार्च्यून होल्डिंग के निदेशक अनिल मिठास को मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया। ईडी ने लखनऊ, दिल्ली, नोएडा और मेरठ में छापेमारी की, जहाँ संदिग्ध दस्तावेज़ मिले।...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊThu, 17 April 2025 06:53 PM
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उन्नति फार्च्यून बिल्डर का डायरेक्टर अनिल मिठास गिरफ्तार, 11 ठिकानों पर छापेमारी

ईडी ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत की कार्रवाई, 24 तक रिमाण्ड मिली नोएडा, मेरठ और दिल्ली में ईडी ने कार्यालय और घर खंगाले

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्नति फार्च्यून होल्डिंग बिल्डर के निदेशक अनिल मिठास को गुरुवार सुबह लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया। उसे बुधवार को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। कई घंटे पूछताछ के बाद उसकी गिरफ्तारी की गई। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही ईडी की लखनऊ टीम ने दिल्ली, नोएडा व मेरठ में इस कम्पनी के एक दर्जन से अधिक कार्यालयों व अनिल के घर पर छापा मारा। इस छापे में कई दस्तावेज संदिग्ध मिले जिन्हें ईडी ने कब्जे में ले लिया है। ईडी ने आरोपी अनिल को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसकी 24 अप्रैल तक रिमाण्ड स्वीकृत की गई।

ईडी सूत्रों के मुताबिक, मूल रूप से मेरठ निवासी अनिल मिठास से कई बार पूछताछ की गई थी लेकिन वह कई तथ्यों का सही जवाब नहीं दे रहे थे। वह काफी समय से नोएडा में रह रहे थे। वर्ष 2019 में इस कम्पनी के दो निदेशकों अनिल मिठास और मुध मिठास के खिलाफ कोतवाली फ्रेज-3 में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद कई मुकदमे दर्ज हुए। इन मुकदमों के आधार पर ईडी ने भी निदेशकों के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया था कि इस समूह ने कई निवेशकों से फ्लैट के नाम पर करोड़ों रुपये जमा करा लिए थे। कुछ निवेशकों को फ्लैट पर कब्जा दिया लेकिन बाद में इस फ्लैट को दूसरों को ज्यादा दाम पर बेच दिया गया। ऐसे कई मामले आने के बाद निवेशकों ने रकम लौटाने का दबाव बनाया तो आरोपितों ने टाल मटोल रवैया अपना लिया। इस पर ही निवेशकों ने एफआईआर दर्ज करा दी थी।

अचानक हुई छापेमारी से मचा हड़कंप

ईडी की लखनऊ जोन की टीम ने एक साथ सब जगह छापा मारा। अचानक हुई इस कार्रवाई से समूह के कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया था। नोएडा में तो कर्मचारियों को तुरन्त बुलाकर कार्यालय खुलवाए गए। वहां सुबह से चली छापेमारी में कई दस्तावेज बरामद हुए। इनकी जांच की जा रही है। वहीं कई दस्तावेजों के बारे में समूह से जुड़े लोग ही संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

2172 फ्लैट की धोखाधड़ी

ईडी के मुताबिक नोएडा में पांच और दिल्ली में दो ठिकानों पर देर तक कार्रवाई हुई। जांच में पता चला था कि उन्नति ग्रुप के जरिए अनिल ने 2172 फ्लैट बनाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये जमा करा लिए थे। निवेशकों को जब तय समय पर फ्लैट नहीं मिले तो पीड़ितों ने शिकायत करना शुरू कर दिया था। इस पर कुछ लोगों को कम्पनी ने फ्लैट दे दिए पर बाद में इनका मालिकाना हक किसी और का निकला। निदेशकों ने फ्लैट को दोबारा बेच कर रकम वसूली कर ली थी। ईडी के मुताबिक अनिल से जुड़े कुछ और लोगों की भूमिका की जांच चल रही है। इसमें जल्दी ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है।

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