हिमाचल में अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर गिरोह का भंडाफोड़, दुबई से जुड़े तार; जानिए छापे में क्या कुछ मिला?
- बुधवार को हुई कार्रवाई में कुल 262 ग्राम चिट्टा, 92.93 ग्राम सोना, 99.45 ग्राम चांदी बरामद हुई थी। इसके अलावा 1.19 करोड़ से ज्यादा की नकदी, दो मोबाइल फोन, दो जीवन बीमा पॉलिसियां, 52.52 लाख की फिक्स्ड डिपॉजिट, दो कारें (हुंडई वर्ना), संपत्ति और बैंक से जुड़े दस्तावेज भी जब्त हुए।

हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान को गुरुवार को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली, जब उसने जिला कांगड़ा के नूरपुर में एक संगठित अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के ड्रग तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया। इस दौरान पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए लगभग तीन करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति और नकदी भी बरामद की। ड्रग तस्करों के तार दुबई से जुड़े हैं। पुलिस के मुताबिक यह कामयाबी पिछले कुछ दिनों में कई स्तरों पर चलाए गए संयुक्त प्रयासों से मिली है।
पुलिस मुख्यालय शिमला के प्रवक्ता ने बताया कि कार्रवाई की शुरुआत 27 अक्टूबर 2024 को हुई थी जब नूरपुर उपमंडल के तहत आने वाले इन्दौरा क्षेत्र में एनएच-44 से 262 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) के साथ एक व्यक्ति कुशल सिंह को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद जांच आगे बढ़ी और 8 अप्रैल 2025 को अंकुर कुमार तथा 13 अप्रैल को राज कुमार उर्फ मोहित को गिरफ्तार किया गया। दोनों के कब्जे से नशीले पदार्थों की बरामदगी हुई और इनके संबंध एक संगठित गिरोह से पाए गए।
उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल को इस गिरोह के चौथे आरोपी आकाश कुमार को पकड़ा गया। इसके पास से भी नशीली दवाएं और अन्य संदिग्ध वस्तुएं मिलीं। अगले ही दिन 16 अप्रैल को ग्राम सरेला से पुलिस ने छापा मारकर 1.15 करोड़ की नकदी, 125 ग्राम सोना और 4 ग्राम चांदी जब्त की। इसी सिलसिले में 17 अप्रैल को मोहित सिंह उर्फ टोनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि अब तक की कार्रवाई में कुल 262 ग्राम चिट्टा, 92.93 ग्राम सोना, 99.45 ग्राम चांदी बरामद की जा चुकी है। इसके अलावा 1.19 करोड़ से ज्यादा की नकदी, दो मोबाइल फोन, दो जीवन बीमा पॉलिसियां, 52.52 लाख की फिक्स्ड डिपॉजिट, दो कारें (हुंडई वर्ना), संपत्ति और बैंक से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी लंबे समय से नशीले पदार्थों की तस्करी से अवैध रूप से कमाई कर रहे थे। आरोपियों ने चिट्टा, सोना, नकदी और गाड़ियों के जरिए बड़ी संपत्ति अर्जित की थी। इनके खिलाफ पहले से ही एनडीपीएस अधिनियम के तहत कई गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं। मुख्य आरोपी विशाल के पास से पहले भी 1.04 करोड़ की हेरोइन जब्त की गई थी और वह हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद से फरार है।
हिमाचल के पुलिस महानिदेशक डॉक्टर अतुल वर्मा ने बताया कि इस गिरोह के तस्करों से अभी तक 3 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति और नकदी का पता चल चुका है और जांच के दौरान आगे और भी संपत्तियों और आर्थिक स्रोतों का खुलासा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच में संपति कुर्की व अन्य आर्थिक कड़ियों को खंगाला जा रहा है।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
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