बोले लखनऊ : 16 हजार व्यापारी दहशत में काटते हैं दिन-रात
Lucknow News - लखनऊ के प्रमुख बाजारों में बिजली के तारों का जाल व्यापारियों और ग्राहकों के लिए खतरा बन गया है। अमीनाबाद, नाका और भूतनाथ में जर्जर तारों के कारण आए दिन आग लगने की घटनाएं होती हैं। व्यापारी और ग्राहक...
लखनऊ के प्रमुख बाजारों में बिजली के तार किसी आफत से कम नहीं हैं। तारों में स्पार्किंग कभी-कभी बड़ी घटनाओं का कारण बनती है। अमीनाबाद, नाका और भूतनाथ मार्केट में खंभों पर बिजली के ही तार नहीं बल्कि मोबाइल कंपनियों के तार के गुच्छे लटके हुए हैं। यह पता नहीं चल पाता कि कौन केबल किस दुकान तक जा रही है। अमीनाबाद में रोज करीब एक लाख, नाका में 80 हजार और भूतनाथ में 50 से 60 हजार ग्राहकों की आवाजाही है। तीनों बाजारों में जब-तब आग लगती है। हवा जरा भी तेज हुई तो कहीं न कहीं तारों के गुच्छे से चिनगारी फूटती है। कई बार आग की घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन तारों का जाल नहीं हट सका। बोले हिन्दुस्तान के तहत हिन्दुस्तान टीम ने बाजारों में बिजली व्यवस्था पर स्थानीय व्यापारियों से चर्चा की और इलाकों का हाल जाना। पड़ताल में सामने आया कि भीड़भाड़ वाले अमीनाबाद की मेडिसिन मार्केट, स्वदेशी मार्केट की संकरी गलियों के बीच पांच से सात फुट की ऊंचाई पर तारों के जाल फैले हुए हैं। यह स्थानीय व्यापारियों और राहगीरों के लिए मुसीबत से कम नहीं है।
अमीनाबाद: बिजली के जर्जर तारों में आग लगी तो काबू पाना मुश्किल
लखनऊ की सबसे बड़ी मार्केट अमीनाबाद आग के मुहाने पर खड़ी है। बिजली के तारों का मकड़जाल और ब्रॉडबैंड केबल खतरे को बढ़ा रहा है। आलम यह है कि रोजाना करीब 20 करोड़ रुपये के कारोबार वाली इस मार्केट में बिजली के खंभों पर तार और इंटरनेट कंपनियों की केबल ने स्थिति को अधिक गंभीर बना दिया है। जिन इलाकों में एबीसी केबल बिछ गई हैं, वहां भी सप्लाई पुराने जर्जर तारों से हो रही है। ऐसे में गर्मियों में बिजली की मांग बढ़ने पर केबल फाल्ट और स्पार्किंग की घटनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। अगर आग लगी तो न सिर्फ उस पर काबू पाना मुश्किल होगा बल्कि इसमें होने वाला नुकसान कितना होगा, इसके बारे में सोचने भर से दिलो-दिमाग सिहर उठे। जबकि अमीनाबाद की मुमताज मार्केट, प्रताप मार्केट सहित अन्य प्रमुख बाजारों में भीषण आग लग चुकी है।
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बाजार में दमकल पहुंचने की जगह नहीं
अमीनाबाद की मेडिसिन मार्केट में जर्जर तारों का मकड़जाल फैला हुआ है। यहां तार टूटने और केबल फॉल्ट की घटनाएं आम हैं। इन इलाकों में आग लगने पर दमकल की गाड़ियां भी नहीं पहुंच सकतीं। जर्जर तारों की स्थिति प्रदेश मुख्यमंत्री सहित सरकार के कई जिम्मेदारों को लिखित शिकायत कर चुके हैं। यह स्थिति प्रदेश की राजधानी और स्मार्ट सिटी की है।
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10 साल बाद भी तारों के मकड़जाल में फंसा अमीनाबाद
अमीनाबाद मार्केट 10 साल बाद भी तारों के मकड़जाल में फंसा हुआ है। इससे मेडिसिन मार्केट, नजीराबाद, मुमताज मार्केट के व्यापारी बल्कि दूर-दराज से यहां खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहक भी परेशान होते हैं। आये दिन शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटनाएं हो रही है। पीड़ित दुकानदारों ने लेसा अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक शिकायत की, लेकिन तारों का मकड़जाल नहीं हटाया गया। इससे लटकते-झूलते तारों के जंजाल में कारोबार चौपट हो रहा है।
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अमीनाबाद में वर्ष 2014 में 24 करोड़ रुपये आवंटित हुए थे
हजरतगंज की तर्ज पर लेसा ने वर्ष 2014 में अमीनाबाद में बिजली के तारों का मकड़जाल हटाकर अंडरग्राउंड बिजली सप्लाई पहुंचाने का काम शुरू किया था। इसके लिए शासन से 24 करोड़ रुपये भी आवंटित हुये थे, लेकिन नजीराबाद, स्वदेशी मार्केट, मेडिसिन मार्केट सहित अधिकांश इलाको में आज भी खुले तार लटक रहे हैं। इससे आये दिन बंदरों की उछलकूद से बिजली सप्लाई ठप हो जाती है। वहीं शॉर्ट सर्किट से बिजली के तारों में आग लग लगने से जानमाल की हानि होती है। इसके बावजूद लेसा ने तारों के मकड़जाल को हटाने के लिए कुछ नहीं किया।
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अमीनाबाद परिक्षेत्र
- छोटी-बड़ी 31 मार्केट है
- 10 हजार पंजीकृत व्यापारी
- 01 लाख ग्राहक रोज आते हैं
- रोजाना 20 करोड़ रुपये का कारोबार
- प्रमुख मार्केट: प्रताप मार्केट, मोहन मार्केट, गड़बड़झाला, मुमताज मार्केट, नजीराबाद, गुईन रोड, अमीनाबाद रोड, स्वदेशी मार्केट, मेडिसिन मार्केट।
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अमीनाबाद में शॉर्ट सर्किट से कब-कब लगी आग
- गड़बड़झाला मार्केट में 24 मार्च 2021 आग लग गई। इससे चार दुकानें जल गई
- मुमताज मार्केट में कॉस्टमेटिक के गोदाम में 07 फरवरी 2019 में आग लग गई
- अमीनाबाद में 04 मार्च 2017 में भीषण आग लग गई
- 10 अक्तूबर 2013 में प्रताप मार्केट अग्निकांड करीब दर्जनभर दुकानें जली
- 2017 में गुईन रोड पर गत्ते के कारखाने में आग
- तीन मार्च 2018 में प्रताप मार्केट में अग्निकांड में करीब छह दुकानें जली
- नवम्बर 2018 में मौलवीगंज चिकमंडी में आग लगी
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व्यापारी पदाधिकारी बोले
बिजली लाइन व फैले तारों की समस्या को लेकर बिजली विभाग के जिम्मेदारों से कई बार हमने शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हम सभी व्यापारी बिजली सप्लाई लाइन की खराबी से अक्सर परेशान रहते हैं।
सुरेश छाबलानी
संयोजक, अमीनाबाद व्यापार संघर्ष समिति
वर्जन
अमीनाबाद परिक्षेत्र में ज्यादातर स्थानों पर एलटी लाइन भी अंडरग्राउंड की जा चुकी है। गर्मियों में शॉर्ट सर्किट से विद्युत दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सर्वे कराया जाएगा। यदि कहीं कोई दिक्कत होगी तो दुरुस्त किया जाएगा।
सुशील कुमार
एक्सईएन, अमीनाबाद, लखनऊ सेंट्रल
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नाका मार्केट: यहां तो सिर के ऊपर से गुजरते हैं तार
शहर का प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक बाजार नाका हिंडोला में तारों का मकड़जाल फैला है। आर्य नगर, विजय नगर, गुरुनानक मार्केट में बिजली के खंभे तारों के गुच्छों से छुप गये हैं। प्रीत बाजार, लक्ष्मी मार्केट की गलियां वैसे भी काफी संकरी है। इन गलियों के ऊपर से गुजरते तारों का मकड़जाल आसानी से देखा जा सकता है। कई बार तो लोग इन तारों से टकराने से बचते हैं। जरा सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है। हवा चलने पर तो स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो जाती हैं। तारों से निकलने वाली चिंगारी के कारण व्यापारी दहशत में रहते हैं। नाका हिंडोला परिक्षेत्र व्यापार मंडल के अध्यक्ष पवन मनोचा ने बताया कि नाका के आर्य नगर, विजय नगर के कुछ इलाकों एबीसी केबल तो बिछा दी गई, लेकिन सप्लाई पुराने जर्जर तारों से हो रही है। इस वजह से बाजार में हादसा होने की आशंका बनी रहती है। व्यापारियों की ओर से कई बार समस्या का समाधान किए जाने की मांग भी की जा चुकी है। कई जगह मकडज़ाल समाप्त भी हुए लेकिन अभी कई प्वाइंट्स हैं, जहां पर तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।
ये कदम उठाए जाने की जरूरत
व्यापारियों की मांग है कि सबसे पहले तो तारों के मकडज़ाल संबंधी समस्या को समाप्त किया जाए। इसके लिए सिस्टमैटिक तरीके से तारों को बिछाया जाए या फिर तारों को अंडरग्राउंड कर दिया जाए। जिससे हमेशा के लिए समस्या समाप्त हो सके। अगर कहीं जर्जर बिजली पोल हैं तो उन्हें भी शिफ्ट किया जाए।
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इंफो- नाका हिंडोला परिक्षेत्र
- नाका हिंडोला परिक्षेत्र में 07 मार्केट है
- 05 हजार पंजीकृत व्यापारी
- 80-75 हजार ग्राहक रोज आते हैं
- रोजाना 25 करोड़ रुपये का कारोबार
- प्रमुख मार्केट: गुरुनानक मार्केट, अंबर मार्केट, आर्य नगर, विजय नगर, गुरुद्वारा रोड।
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व्यापारी पदाधिकारी बोले
पूरे बाजार में तारों का मकड़जाल फैला है। किस अधिकार के तहत निजी टेलीफोन कंपनियां बिजली के खंभों पर केबल फैला रही हैं। किसने इन्हें छूट दी है। हम व्यापारियों को आए दिन बिजली की समस्या से जूझ़ना पड़ता है। आग लगने का डर रहता है।
पवन मनोचा, अध्यक्ष, नाका परिक्षेत्र व्यापार मंडल लखनऊ
वर्जन
नाका हिंडोला क्षेत्र में आरडीएसएस योजना के तहत एबीसी बिछाई गई है, लेकिन बिजली के पोल पर ब्रांडबैंड कंपनियों के केबल बिछे हुए हैं। कई बार इंटरनेट केबल को हटाया गया है, लेकिन दोबारा इंटरनेट केबल के गुच्छे फैल जाते हैं।
एसके वर्मा
एक्सईएन, रेजीडेंसी डिवीजन, लखनऊ सेंट्रल जोन
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भूतनाथ मार्केट: हर बिजली के पोल पर तारों का जाल
शहर की वीआईपी मार्केट में शुमार भूतनाथ में भी तारों के मकड़जाल की समस्या है। अमीनाबाद और नाका की तरह यहां भी हर तरफ बिजली के तारों का मकड़जाल है। स्थिति इतनी खराब है कि तेज हवा चलने पर तारों से चिंगारी निकलती है। व्यापारियों का यह भी कहना है कि कई बार तो तारों से इतनी तेज चिंगारी निकलती है, जिसकी चपेट में दुकानें तक आ जाती हैं। भले ही अभी तक कोई बड़ा नुकसान न हुआ हो, लेकिन व्यापारी हर पल अनहोनी की आशंका से घिरे रहते हैं। करीब चार साल पहले तारों को अंडरग्राउंड करने की योजना तो बनी, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा सका है। गुजरते वक्त के साथ इस मार्केट में भी हालात भयावह होते जा रहे हैं। ट्रांसगोमती क्षेत्र की प्रमुख मार्केट में गोमतीनगर, इंदिरानगर के ज्यादातर लोग आते हैं। मार्केट की लगभग सभी गलियों में तारों के मकड़जाल की समस्या देखी जा सकती है। तारों के मकड़जाल से निकलने वाली चिंगारी व्यापारियों के साथ-साथ मार्केट आने वाले कस्टमर्स को भी टेंशन देती है।
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इंफो- भूतनाथ मार्केट
- 600 पंजीकृत व्यापारी
- 50 हजार ग्राहक रोज आते हैं
- रोजाना चार करोड़ रुपये का कारोबार
व्यापारी पदाधिकारी बोले
बिजली के खंभों में सिर्फ बिजली के ही तार नहीं हैं। उनमें डिश टीवी, मोबाइल कंपनियों के बॉक्स व तार लगा दिए गए हैं। जिससे खंभो में तारों का जाल लिपटा रहता है। चार माह पहले स्पार्किंग की वजह से हमारी दुकान के पास के खंभे में आग लग गई थी।
लवकुश राजोनी, महामंत्री, भूतनाथ व्यापार मंडल
वर्जन
भूतनाथ मार्केट में बिजली के पोल पर इंटरनेट केबल के गुच्छे हैं। इससे शॉर्ट सर्किट की घटनाएं होती है। इसके अलावा ट्रांसफार्मर के आसपास बिजली के तारों का मकड़जाल हटाया जाएगा। जिससे गर्मियों में बिजली की दुर्घटनाएं न हो।
शोभित दीक्षित, एक्सईएन, इंदिरा नगर डिवीजन
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नाका, अमीनाबाद और भूतनाथ मार्केट में आग की घटनाएं
नाका में आग की घटनाएं
25 नवंबर:2024: नाका स्थित चौबे जी का हाता के पास टेंट कारोबारी धीरज कश्यप के घर में लगी आग, सिलेंडर फटा
1 नवंबर 2024 : नाका के राजेन्द्रनगर में सेनेट्री गोदाम में लगी आग, पांच दकमल की मदद से पाया काबू
11 अक्तूबर 2024: नाका के रानीगंज में मनोहर ट्रेडिंग बेकरी गोदाम में लगी आग, आठ दमकल ने दो घंटे में आग पर पाया काबू
26 अक्तूबर 2022: नाका स्थित मोबइल मार्केट में आग
9 दिसंबर 2022: होटल रंगोली के नीचे बिरयानी दुकान में आग, एक ग्राहक की मौत
19 जून 2018 को चारबाग स्थिति होटल विराट और एसएसजे इंटरनेशनल में हुए भीषण अग्निकांड में सात लोगों की जान चली गई
20 जून 2016: नाका के संता इन होटल में आग लगने से दो युवक झुलसे
अमीनाबाद में आग की घटनाएं
02 मई 2022 : लाटूश रोड पर जानकीबाजार इलेक्ट्रानिक्स दुकानों और गोदाम में आग, आठ घण्टे में आग पर काबू पाया गया।
01 अप्रैल 2022 : गुईन रोड पर तीन मंजिला काम्प्लेक्स में स्टेशनरी दुकान और गोदाम में आग लगी, छह लोग फंसे
24 मार्च 2021 : गड़बड़ झाला बाजार में प्लास्टिक के सामान की चार दुकानें जलीं
11 मार्च 2016 : अमीनाबाद की सबसे घनी बाजार मुमताज मार्केट में लगी थी भीषण आग, तीन दिन धधकती रही थी आग, करीब 70 दुकानें जल गई थी।
भूतनाथ में लगी आग
10 फरवरी 2025: प्रतीक प्लाजा स्थित न्यू अवधेश इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान में आग
19 जनवरी 2025: इंदिरानगर स्थित कैलाश कुंज की 10 दुकानों में लगी आग
28 मार्च 2025: भूतनाथ स्थित दीक्षा गर्ल्स हॉस्टल में गैस सिलेंडर में लगी आग
आग लगने की 90 प्रतिशत से अधिक घटनांए शार्ट सर्किट से होती हैं। व्यापारियों से अपील है कि दुकानों में लगे जर्जर तार बदलवा दें। समय-समय पर इलेक्ट्रिक ऑडिट करवाएं। जितता लोड है उसी क्षमता का तार लगवाएं। जिससे आग की घटनाओं पर अंकुश पाया जा सके। साथ ही जीने और मुख्य गेट के पास सामान रखे।
मंगेश कुमार, सीएफओ लखनऊ
बयां किया दर्द
अभी से दिन में तीन से चार बार लाइट जाती है। इनवर्टर तक बैठ जाता है। इससे कारोबार में नुकसान उठाते हैं। कभी कभी यह स्थित भी बन जाती है कि खर्च निकलना मुश्किल हो जाता है। बिजली की समस्या हमे अक्सर परेशान करती है।
विजय वाधवानी
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नाका क्षेत्र में होटल व मार्केट बढ़ रहे हैं। तारों का जाल बढ़ता जा रहा है। लोग एसी लगा रहे हैं। इससे बिजली पर भार पड़ने के साथ खंभों पर तारो का भार में बढ़ रहा है। इसी से मकड़ जाल बन रहा है। उसका नुकसान हमे उठाना पड़ रहा है। अपनी समस्या कहां तक बताएं।
गुरजीत छावड़ा
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हमने खुद ही तारों की मकड़ जाल की समस्या को लेकर कई बार शिकायतें की हैं। कोई सुनने वाला नहीं है। जब बिजली लाइन खराब होने पर निजी लाइन मैन बुलाकर सप्लाई लाइन ठीक कराते हैं।
कपिल सिंह अरोरा
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हमारे प्रतिष्ठान के पास खंभे से तार लटकते हैं। पूरा मकड़ जाल बना हुआ है। 15 दिन पहले स्पार्किंग की वजह से लाइट खराब हो गई थी। जिससे कई घंटे तक दुकान में बिजली नहीं रही। कारोबार पर उसका बुरा असर पड़ा।
आशीष बंसल
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बिजली के तार जर्जर हैं। खंभे से लटकते रहते हैं। अक्सर हमारे कनेक्शन में लाइट नहीं आती है। ऐसा कई बार हुआ है। अचानक बिजली चली जाने से दुकान में अंधेरा छा जाता है। ऐसे में जो ग्राहक दुकान में होते हैं, वह भी चले जाते हैं।
मनोज द्विवेदी
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हमारी दुकान के करीब खंभे में अक्सर स्पार्किंग होती है। इसकी वजह यह है कि तार टूटने पर कर्मचारी नया तार जोड़ कर पुराना तार लटकता छोड़ जाते हैं, ऐसे में लटकते तारों की वजह से स्पार्किंग होती है और उससे आग लगने का खतरा बना रहता है।
संदीप रस्तोगी
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एक सप्ताह पहले स्पार्किंग की वजह से तारों में आग लग गई थी। हालांकि आग स्वत: ही बुझ गई थी, लेकिन आग लगने पर वह घबरा गए थे। आसपास के दुकानदार भी परेशान हो गए थे। ऐसे घटनाएं कई बार हो चुकी हैं।
तरुण आडवाणी
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दिन में ग्राहकों का आना जाना लगा रहता है। अक्सर जर्जर तारों की वजह से तार टूट जाता है। इससे हमारी दुकान में लाइट नहीं आती। ऐसे में ग्राहक दुकान में नहीं आते हैं। इससे कारोबार में नुकसान उठाते हैं।
मोहित कुमार
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पांच-पांच घंटे बिजली गुल हो जाती है। दुकान कॉम्प्लेक्श के अंदर है। इसकी वजह से हमारी दुकान में अंधेरा छा जाता है। उस समय कारोबार ठप रहता है। ऐसे कारोबार को नुकसान पहुंचता है।
राम गुप्ता
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तारों का मकड़ जाल फैला होने से आसपास के खंभों में अक्सर बिजली सप्लाई लाइन में दिक्कत आ जाती है। इसका दंश हमारे अलावा अन्य व्यपारी भी झेलते हैं। हमने कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
विमल कुमार
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गर्मी आ गई है। अब अक्सर बिजली की समस्या रहेगी। दिन में कई बार बिजली गुल हो जाती है। हम हर साल गर्मियों में बिजली समस्या से परेशान होते हैं। लो-वोल्टेज की भी समस्या रहती है।
डॉ अनूप शुक्ला
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मार्केट के आसपास जितने भी बिजली के खंभे में हर खंभे व लाइन में तारों का मकड़ जाल फैला है। आंधी, बारिश में अक्सर बिजली सप्लाई लाइन का तार टूट जाता है। जिम्मेदारों को हमारी इस समस्या को देखना चाहिए।
राजदीप छावड़ा
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करीब 15 दिन पहले ही हमने अपने बिजली कनेक्शन को ठीक कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन उस पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। जब भी बिजली लाइन खराब होती है, तब निजी स्तर पर ही उसे ठीक कराते हैं।
इंदरजीत सिंह
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पूरे नाका बाजार में तारों का जाल फैला हुआ है। खंभों पर सिर्फ बिजली के तार ही नहीं, कई टेलीफोन आदि कंपनियों के तार लगाए गए हैं। जिससे बिजली लाइन खराब होने की समस्या आती है। हमने कई बार बिजली लाइन खराब होने पर नुकसान उठाया है।
कवल साहित्य
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हमारी दुकान के पास खंभे में तार लिपटे हुए हैं। उनके अक्सर स्पार्किंग होती है। इसको लेकर शिकायत की। उसके बाद कई बार जेई को फोन किया। न फोन उठता है और न ही कोई जिम्मेदार पहुंचता है। यह हम सभी व्यापारियों की आम समस्या है।
नरेश खुराना
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