डेढ़ महीने में बार्डर पर दूसरी बार पकड़ा गया बांग्लादेशी नागरिक
Maharajganj News - महराजगंज के निचलौल थाना क्षेत्र में नेपाल बार्डर पर डेढ़ महीने में दूसरी बार बांग्लादेशी नागरिक की घुसपैठ का मामला सामने आया है। पुलिस ने संदिग्ध को पकड़ा, लेकिन उसके पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला। उसे...
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। निचलौल थाना क्षेत्र के नेपाल बार्डर पर डेढ़ महीने के अंतराल में सोमवार की रात में बांग्लादेशी नागरिक के घुसपैठ की दूसरी घटना सामने आई है। इसके पहले 10 मार्च की रात में निचलौल थाना क्षेत्र के बार्डर पर मटरा गांव के पास पुलिस और एसएसबी की टीम ने अवैध तरीके से भारत में घुसपैठ कर रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया था। एसएसबी और पुलिस ने पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक से पूछताछ करने के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था।
बीते 10 मार्च की रात में बांग्लादेशी नागरिक के पकड़े जाने के बाद एसएसबी के एएसआई गणेश चन्द्र दास निवासी रहंगाजान थाना हेलन, राज्य असम द्वारा पुलिस को तहरीर देकर बताया कि नेपाल की तरफ से एक संदिग्ध शख्स भारत में अवैध तरीके से घुसपैठ करने की फिराक में है। उसे टीम ने बार्डर के पिलर संख्या 501/6 से सटे मटरा गांव के पगडंडी रास्ते के पास नेपाल से भारत में प्रवेश करते पकड़ा गया। वह भी टीम को देखकर भागने की फिराक में था। टीम ने उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम सैफुल इस्लाम (35) पिता का नाम ईशान अली निवासी दुपूरिया पोस्ट धंसिल थाना जिनाइकटी राष्ट्र बांग्लादेश बताया था। उस समय बांग्लादेशी नागरिक की तलाशी लेने पर उसके पास से नागरिकता, पासपोर्ट एवं बांग्लादेशी पहचान पत्र से संबंधित कोई भी साक्ष्य बरामद नहीं हुआ है। पकड़ा गया बांग्लादेशी व्यक्ति बांग्लादेशी भाषा स्पष्ट शब्दों में बोल रहा था। वही हिंदी भाषा को समझने में भी सक्षम था। भारत में प्रवेश करने का कारण पूछा गया तो उसने सही से जवाब नहीं दिया।
पहले पकड़ा गया बांग्लादेशी डेढ़ साल पहले निकला था
निचलौल थाना क्षेत्र के नेपाल बार्डर पर 10 मार्च को पकड़ा गया बांग्लादेशी नागरिक डेढ़ वर्ष पहले अपने घर से निकला था। यह बात उसने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में बताया था। इस बार पकड़े गए बांग्लादेशी ने फिलहाल इस तरह की कोई बात नहीं बताई है।
भाषा को समझने के लिए दुभाषिए की पड़ती है जरूरत
पिछली बार पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक से पुलिस द्वारा पूछताछ की गई तो उसकी भाषा न समझ में आने के कारण पुलिस ने निचलौल में रहने वाले एक शख्स को बुलाकर उसकी भाषा में बातचीत कराई गई। तब जाकर उसका नाम, पता और अन्य जानकारी मिल पाई। इस बार भी भाषा की दिक्कत होने पर सुरक्षा एजेंसी के एक जवान ने उसकी भाषा में बातचीत कर जानकारी ली।
निचलौल थानाक्षेत्र के झुलनीपुर बार्डर पर एक बांग्लादेशी व्यक्ति पकड़ा गया है। उससे पूछताछ की गई है। वह बांग्लादेशी भाषा बोल रहा है। इसके लिए दुभाषिया का सहयोग लिया गया है। उसके पास कोई पहचान पत्र, वीजा अथवा पासपोर्ट नहीं मिला है। उसके खिलाफ विदेशी अधिनियम 1946 की धारा 14 ए के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है।
अखिलेश वर्मा, एसओ-निचलौल
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