आरटीआई कार्यकर्ता पर भड़के मेरठ के व्यापारी, बाजार बंद कर सड़क पर उतरे
बंदी में सेंट्रल मार्केट, शास्त्रीनगर सेक्टर दो और तीन, एल ब्लाक और के ब्लाक शास्त्रीनगर शामिल है। जाग्रति विहार व्यापार संघ के अध्यक्ष पवन ठेकेदार ने भी शास्त्रीनगर के व्यापारियों के आंदोलन को समर्थन दिया है। किशोर वाधवा ने अन्य व्यापारिक संगठनों से भी समर्थन मांगा है।

यूपी के मेरठ में एक आरटीआई कार्यकर्ता पर व्यापारियों का गुस्सा भड़का है। आरटीआई कार्यकर्ता पर ब्लैकमेलिंग और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए व्यापारियों ने मंगलवार को शास्त्रीनगर और जाग्रति विहार इलाके के बाजार बंद रखे हैं। व्यापारियों ने सड़क पर उतरकर आरोपी आरटीआई कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आगे की रणनीति बनाने के लिए व्यापारियों ने सेंट्रल मार्केट में बैठक भी की। व्यापारी नेता किशोर वाधवा ने कल ही बंदी का आह्रवान किया था। किशोर वाधवा ने व्यापारियों के साथ बैठक करके बंदी की रणनीति बनाई थी।
बंदी में सेंट्रल मार्केट, शास्त्रीनगर सेक्टर दो और तीन, एल ब्लाक और के ब्लाक शास्त्रीनगर शामिल है। जाग्रति विहार व्यापार संघ के अध्यक्ष पवन ठेकेदार ने भी शास्त्रीनगर के व्यापारियों के आंदोलन को समर्थन दिया है। किशोर वाधवा का कहना है कि अन्य व्यापारिक संगठनों से भी समर्थन मांगा है। बंदी में शामिल व्यापारियों का कहना है कि वे किसी किस्म की ब्लैकमेलिंग और उत्पीड़न नहीं सहेंगे। उन्होंने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए कहा कि व्यापारी हितों को लेकर सभी व्यापारी एक हैं। ब्लैकमेलिंग और उत्पीड़न का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
व्यापारियों ने वाहन जुलूस निकाला
आरटीआई कार्यकर्ता पर ब्लैकमेलिंग और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए व्यापारियों ने दुकानें बंद रखने के साथ ही स्कूटर और मोटर साइकिलों पर जुलूस भी निकाला। जुलूस में शामिल व्यापारी हाथों में पोस्टर लिए थे जिन पर व्यापारी एकता लिखा था। व्यापारी, ‘आवाज दो हम एक हैं’ और ‘व्यापारी एकता जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे।
बता दें कि शास्त्रीनगर क्षेत्र के व्यापारियों ने आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा उत्पीड़न के खिलाफ दो दिन पहले भी बैठक की थी। उसी बैठक में निर्णय लिया गया था कि 20 मई को सभी व्यापारिक संस्थान बंद रखे जाएंगे। व्यापारी नेता किशोर वाधवा ने कहा कि जब तक व्यापारियों को उचित न्याय नहीं मिलेगा तब तक वे आंदोलनरत रहेंगे। उन्होंने जागृति विहार, शास्त्रीनगर और सेंट्रल मार्केट के सभी व्यापारियों से 20 मई की बंदी को सफल बनाने की अपील की थी। कहा था कि संकट की घड़ी में सभी व्यापारी बाहर निकलें और एक-दूसरे का साथ दें।