ठोकर लगने पर बीच सड़क बवाल, बाइक चला रहे युवक को पीट-पीटकर मार डाला ; 8 पर केस
प्रेम की पत्नी संध्या ने पुलिस को बताया कि चंदरपुर पेट्रोल पंप के पास 3-4 युवक सड़क पार कर रहे थे। उन्हीं में से एक को बाइक से पैर में चोट लग गई। उसके पति को भी चोट लगी। घायल युवक के पक्ष में 5 से 8 लोग मौके पर जुट गए और प्रेम को बुरी तरह पीट दिया। घायल प्रेम की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई।

यूपी के कुशीनगर के रामकोला-कप्तानगंज मार्ग पर सोमवार की भोर में सड़क पार कर रहे युवक को बाइक से ठोकर लगने के बाद कुछ लोगों ने चालक को बुरी तरह पीट दिया। अचेत होने पर उसे छोड़कर भाग निकले। गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने पांच से आठ लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
रामकोला क्षेत्र के चंदरपुर टोला बौलिया निवासी प्रेम राजभर (उम्र 35 वर्ष) पुत्र रामधनी अपने मकान का निर्माण करा रहा था। सोमवार को भोर में बाइक से मजदूरों को लाने लक्ष्मीगंज गेट के लिए निकला था। प्रेम की पत्नी संध्या ने पुलिस को बताया कि चंदरपुर पेट्रोल पंप के पास तीन-चार युवक सड़क पार कर रहे थे। उन्हीं में से एक को बाइक से पैर में चोट लग गई। उसके पति को भी चोट लगी। घायल युवक के पक्ष में पांच से आठ लोग मौके पर जुट गए और प्रेम को बुरी तरह पीट दिया। पीआरवी ने उसे रामकोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचवाया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही उसके पति की मौत हो गई। संध्या ने पांच से आठ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है।
बच्चों से पिता का साया तो मां की छिनी बुढ़ापे की लाठी
रामकोला थाने के चंदरपुर निवासी प्रेम की मौत के बाद 5 और जिंदगियों में अंधेरा छा गया है। प्रेम की बूढ़ी मां का सहारा ही नहीं छिना बल्कि 3 मासूमों के सर से पिता का साया उठ गया और साथ में पत्नी को विधवा होने का अभिशाप मिल गया। अब इस कुनबे के रोटी का जुगाड़ करना और बच्चों के तालीम के साथ एक अच्छी परवरिश का जिम्मा पत्नी संध्या के कंधों पर आ गया है।
रामकोला थाने के चंदरपुर निवासी रामधारी राजभर की मौत 20 वर्ष पूर्व हुई थी। पिता की मौत के बाद तीनों पुत्रों में सबसे बड़ा पुत्र सुरेश व दूसरे नम्बर के पुत्र लकड़ू और छोटा पुत्र प्रेम अलग अलग रहते हैं। पैतृक संपत्ति के नाम पर मां लवंगी देवी और तीनों पुत्रों को चार चार कट्ठा खेती की जमीन मिली है। बाहर कमाकर प्रेम अपना मकान बनवा रहा था और साथ में मजदूरी करके अपने तीन बच्चों की परवरिश के साथ पत्नी और मां की भी जिम्मेदारी संभाल रहा था। सोमवार का सूर्योदय उसकी जन्दगी का अंतिम सूर्योदय साबित हुआ।
प्रेम के बचपन में जब वह करीब 7 साल का था तभी उसके सर से उसके पिता का साया उठ गया। उसका सबसे बड़ा पुत्र 7 वर्ष का है। दूसरे बच्चे 4 व 2 वर्ष के हैं। प्रेम की मौत से इस गरीब कुनबे पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मां लवंगी देवी यही रट लगा रही हैं कि भगवान ने उसके बेटे की जगह उन्हें क्यों नहीं उठा लिया। पति की मौत से बेसुध हुई पत्नी संध्या बार बार बेहोश हो जा रही है। होश आने पर लोगों से पूछ रही है कि अब उनके बच्चों का सहारा कौन होगा। कौन उनके लिए दो जून की रोटी की व्यवस्था करेगा। मां और दादी को रोते बिलखते देख मासूम बच्चे कभी उन्हें चुप करा रहे तो कभी खुद चिल्ला कर रो पड़ते हैं।
एसपी बोले
कुशीनगर के एसपी संतोष कुमार मिश्र ने कहा कि मृतक की पत्नी द्वारा लगाए गए हत्या के आरोपों की जांच के लिए सीओ खड्डा को जिम्मेदारी दी गई है। पीआरवी की रिकॉर्डिंग, सीसी कैमरों की फुटेज, लोगों के बयान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।