आरोप : स्कूल में बच्चों को सिखा रहे थे नमाज पढ़ना, जांच शुरू
Meerut News - मवाना क्षेत्र के एक स्कूल में बच्चों को नमाज पढ़ाने की गतिविधि को लेकर जांच शुरू हो गई है। अभिभावकों ने स्कूल में सिर पर रूमाल बांधकर नमाज पढ़ाने का आरोप लगाया। स्कूल प्रबंधन ने फीस न जमा करने को वजह...

मवाना क्षेत्र के एक स्कूल में बच्चों को नमाज पढ़ाने जैसी गतिविधि कराए जाने को लेकर जांच बैठ गई है। खंड शिक्षा अधिकारी मवाना गुरुवार को मवाना के तहसील तिराहे पर स्थित दा राव एकेडमी में जांच करने पहुंचे। उन्होंने प्रधानाचार्या से स्कूल की मान्यता प्रमाणपत्र, शिक्षक-शिक्षिकाओं के शैक्षिक प्रमाण पत्र और अग्नि शमन विभाग की एनओसी मांगी है। प्रधानाचार्या को तीन दिन का समय दिया है। अभिभावकों ने तहसील समाधान दिवस में की शिकायत में आरोप लगाया था कि स्कूल में बच्चों के सिर पर रूमाल बांधकर नमाज कैसे अदा की जाती है, यह गतिविधि कराई गई। गांव खेड़ी मनिहार निवासी अशोक ने 17 मई को तहसील समाधान दिवस में शिकायत की कि उसके दो बच्चों की स्कूल से पास आउट होने के बाद टीसी नहीं दी।
स्कूल के मानक पूरे नहीं हैं। मान्यता संबंधित शिकायत भी की। आरोप लगाया 250 वर्ग गज जमीन पर स्कूल का संचालन कैसे कराया जा सकता है। स्कूल के पास खेल का मैदान भी नहीं है। सीबीएसई के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। खंड शिक्षा अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार व वरिष्ठ सहायक विपुल अग्रवाल गुरुवार को स्कूल पहुंचे और प्रधानाचार्या से उक्त आरोपों के बारे में जानकारी की। उन्हें पूरे मामले पर सभी सवालों के जवाब देने को तीन दिन का समय दिया है। गंभीर आरोप के संबंध में अभिभावक से वीडियो मांगा गया है। वहीं प्रधानाचार्या ने मोबाइल फोन अटैंड नहीं किया। स्कूल प्रबंधन का आरोप-फीस का है मामला स्कूल के एमडी अंकित विश्वकर्मा ने बताया अभिभावक ने उनके स्कूल की फीस 3200 रुपये जमा नहीं की, जिस कारण बालकों की टीसी नहीं दी गई। उसके द्वारा लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। उनके स्कूल में नमाज जैसी ऐसी कोई गतिविधि नहीं कराई गई। जांच करने आए एबीएसए से कह दिया है कि शिकायतकर्ता के बच्चों की टीसी काटकर दे दी जाएगी।
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