लैप्स पैसे को बचाने के लिए आननफानन में हुई 15वें वित्त आयोग की बैठक
Meerut News - मेरठ में मेयर हरिकांत अहलूवालिया की अध्यक्षता में 15वें वित्त आयोग की बैठक हुई, जिसमें 162 करोड़ के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक का आयोजन आननफानन में हुआ, क्योंकि 31 मार्च को वित्त आयोग की अवधि...

मेरठ। मेयर हरिकांत अहलूवालिया की अध्यक्षता में शनिवार को 15वें वित्त आयोग की बैठक हुई। बैठक में करीब 162 करोड़ के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। अब चर्चा उठने लगी है कि बैठक आननफानन में हुई। 31 मार्च को ही 15वें वित्त आयोग से मिले पैसों की उपयोगिता समाप्त हो गई थी। तीन मई को शासन से समय बढ़ाने का आदेश हुआ तो आननफानन में बैठक हुई। 15वें वित्त आयोग की अवधि 31 मार्च को समाप्त हो गई। एक अप्रैल से 16वें वित्त आयोग का समय प्रारंभ हो गया है। हालांकि नगर निगम के खजाने में करोड़ों रुपये पड़े रहे। तीन मई को शासन की ओर से आदेश जारी हुआ कि 15वें वित्त आयोग के पैसे की उपयोगिता अवधि को 31 मार्च 2026 तक बढ़ाई जाती है।
इसके बाद आननफानन में मेयर की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में करीब 162 करोड़ के प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी गई। 16 फरवरी 2024 के कार्य अभी भी अपूर्ण इससे पूर्व 16 फरवरी 2024 को मेयर की अध्यक्षता में 15वें वित्त आयोग की बैठक हुई थी। तब 110 करोड़ के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई थी। करीब 25 प्रतिशत कार्य अभी अपूर्ण है। 2024 की बैठक में टीपीनगर, मलियाना के बड़े हिस्से को गंगाजल सप्लाई से जोड़ने का निर्णय लिया गया था, जिसके लिए 18 करोड़ 41 लाख रुपये खर्च किए जाने के प्रस्ताव थे। इसी तरह माधवपुरम में सीवर पर छह करोड़ खर्च किए जाने थे। माधवपुरम में सीवर समस्या और गंभीर हो गई है। काम नहीं हुआ है। बैठक नियमानुसार हुई बैठक नियमानुसार हुई है। तैयारी पहले से चल रही थी। हो सकता है कि कुछ पुराने प्रस्ताव पर कार्य नहीं हुए हों। कार्रवाई की जाएगी -हरिकांत अहलूवालिया, मेयर।
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