गंगापुर लिलोरी मंदिर और वनकाली मंदिर पर्यटन क्षेत्र बनेगा
धनबाद में पर्यटन विभाग ने लिलोरी और वनकाली मंदिरों का निरीक्षण किया। इन मंदिरों को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। विभाग का उद्देश्य धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण के...

धनबाद, प्रमुख संवाददाता जिला पर्यटन विभाग के नोडल पदाधिकारी उमेश लोहरा एवं जिलास्तरीय पर्यटन विशेषज्ञ संतोष कुमार ने गंगापुर स्थित लिलोरी मंदिर तथा गोविंदपुर स्थित वनकाली मंदिर का निरीक्षण किया। इन दोनों मंदिरों को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया। लोहरा ने कहा कि पर्यटन विभाग का उद्देश्य केवल धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण नहीं, बल्कि उन्हें स्थानीय विकास, रोजगार सृजन एवं सांस्कृतिक संरक्षण के केंद्र के रूप में उभारना है। धार्मिक पर्यटन से क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा तथा युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। पर्यटन विशेषज्ञ संतोष कुमार ने बताया कि लिलोरी मंदिर, गंगापुर क्षेत्र की धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है।
यहां विवाह, उपनयन, मुंडन जैसे संस्कार संपन्न होते हैं तथा पूर्णिमा व एकादशी को विशेष आयोजन होते हैं। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मंदिर परिसर में पेयजल, शौचालय, बैठने की सुविधा, एवं साफ-सफाई की व्यवस्था अत्यंत सीमित है। पुजारी पूर्णचंद तिवारी ने विभागीय अधिकारियों को मंदिर के धार्मिक महत्व एवं वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। संतोष कुमार ने आश्वासन दिया कि वाटर कूलर, शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, सूचना पट्ट एवं बैठने की व्यवस्था करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। पर्यटन विभाग की टीम ने गोविंदपुर स्थित वनकाली मंदिर का भी निरीक्षण किया। मंदिर के पुजारी अमित लायक ने बताया कि यह मंदिर वर्ष 1860 में निर्मित हुआ था और आज भी इसकी प्राचीनता एवं आध्यात्मिक ऊर्जा लोगों को आकर्षित करती है। स्थानीय नागरिकों एवं श्रद्धालुओं ने अधिकारियों से यहां शेड का निर्माण, जलापूर्ति की व्यवस्था, बाउंड्री वाल की मांग की। इन आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विभाग ने समग्र विकास योजना तैयार कर रहा है। निरीक्षण के दौरान लखवीर सिंह और विपिन कुमार दत्ता भी उपस्थित थे।
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