Soil Testing Campaign in Mirzapur Farmers Educated on Soil Health and Fertilizer Use मृदा परीक्षण के लिए खेतों की मिट्टी के नूमने लिए गए, Mirzapur Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsMirzapur NewsSoil Testing Campaign in Mirzapur Farmers Educated on Soil Health and Fertilizer Use

मृदा परीक्षण के लिए खेतों की मिट्टी के नूमने लिए गए

Mirzapur News - मिर्जापुर में कृषि विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत मृदा का नमूना एकत्रित किया गया। किसानों को मृदा परीक्षण के लाभों के बारे में जानकारी दी गई और मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी करने की...

Newswrap हिन्दुस्तान, मिर्जापुरTue, 6 May 2025 02:17 AM
share Share
Follow Us on
मृदा परीक्षण के लिए खेतों की मिट्टी के नूमने लिए गए

मिर्जापुर, संवाददाता। कृषि विभाग की ओर से चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत सोमवार को नोडल अधिकारी आरएस वर्मा के नेतृत्व में मृदा का नमूना एकत्रित किया गया। साथ ही किसानों को मृदा परीक्षण की आवश्यकता और इससे होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी गई। इस दिन नरायनपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत श्रीपुर और राजगढ़ ब्लाक के पटिहटा ग्रामसभा में मृदा नमूना एकत्रीकरण किया गया। इसके साथ ही जनपद के विभिन्न ब्लाक के ग्रामसभाओं से अब तक लगभग 11172 मिट्टी के नमूने एकत्रित किए गए हैं। इस दौरान किसानों को अरहर, उर्द, मूंग आदि फसलों की खेती का दायरा बढ़ाने के सुझाव दिए गए।

उप कृषि निदेशक विकेश कुमार पटेल ने बताया कि एकत्रित मृदा परीक्षण के 12 फिजियो केमिकल पैरामीटर पीएच मान, ईसी मान, आर्गेनिक कार्बन, नत्रजन, फास्फोरस, पोटास, सल्फर, उपलब्ध बोरान, कॉपर, जिंक, आयरन, एवं मैगनीज की जांच कर मृदा विश्लेषण किया जाएगा। इसके बाद उपलब्ध फिजियो केमिकल मान के आधार पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को जारी किया जाएगा। मृदा स्वास्थ्य कार्ड में फसलवार उर्वरक की मात्रा संस्तुति शामिल रहेगा। किसान मृदा स्वास्थ्य कार्ड की संस्तुति के आधार पर रसायनिक उर्वरक एवं जैव उर्वरक का संतुलित प्रयोग अपने खेतों में करके अपनी मिट्टी के स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। साथ ही खेती लागत में कमी करके अधिक उत्पादन भी प्राप्त कर सकते हैं। मृदा नमूना लेते समय कृषि विभाग व प्रयोगशाला के कर्मचारी रहे। जैविक खाद का करें उपयोग होगा लाभ उप कृषि निदेशक विकेश पटेल ने किसानों का आवाह्न करते हुए कहा मिट्टी की जांच के बाद मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर ही उर्वरक का प्रयोग करें। साथ ही मिट्टी की सेहत सुधारने के लिए सनई, ढैचा आदि का प्रयोग अधिक से अधिक करें। जिससे कि भविष्य के लिए मिट्टी का स्वास्थ्य बना रहे। रसायनिक उर्वरक कम उपयोग करने की अपील की है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।