जेल में मुस्कान की तबीयत बिगड़ी, डॉक्टरों ने कराया प्रेग्नेंसी टेस्ट, सामने आया सच
- सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला जेल में नशे को लेकर परेशान हैं। नशे के लिए उनकी तलब को खत्म करने के लिए जेल के डॉक्टरों ने उन्हें दवा भी दी है। जेल में मुस्कान का प्रेग्नेंसी टेस्ट भी किया गया।

Saurabh Murder Case: मेरठ के दिल दहला देने वाले सौरभ हत्याकांड के आरोपी मुस्कान और उसका प्रेमी साहिल शुक्ला जेल में हैं। जेल में नशे को लेकर उनकी परेशानी दिख रही है। नशे की तलब को लेकर उनकी तबीयत खराब हो रही थी जिसके बाद जेल के डॉक्टरों ने उन्हें दवा भी दी है। दोनों की चिकित्सकीय जांच कराई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुस्कान का प्रेग्नेंसी टेस्ट भी कराया गया जो निगेटिव आया है। जेल पहुंचने के पहले दिन मुस्कान ने खाना भी नहीं खाया था। जेल में उसे दवाइयां दी गईं। इसके बाद उसकी हालत में सुधार देखा जा रहा है। मुस्कान ने जेल प्रशासन से सरकारी वकील देने की मांग की जिस पर जेल प्रशासन ने उसे भरोसा दिया है। पहले दिन मुस्कान और साहिल काफी डरे हुए थे। वे जेल में साथ रहने की मांग कर रहे थे। इस पर जेल प्रशासन ने उन्हें स्पष्ट रूप से बता दिया कि नियमों के मुताबिक यह संभव नहीं है। जेल में दोनों को अलग-अलग ही रहना होगा।
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुस्कान और साहिल दोनों नशे के आदि हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कोई बंदी आता है तो हम उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराते हैं। डॉक्टर ने पाया कि उनमें Withdrawal Symptoms (निकासी लक्षण) थे। डॉक्टर ने उनकी दवाई शुरू कर दी है। नशा मुक्ति के माध्यम से काउंसलिंग, योग, ध्यान आदि के जरिए नशा छुड़ाने की कोशिश भी की जा रही है। उम्मीद है कि 10 से 15 दिन में हम नशा छुड़वा देंगे।
जेल अधीक्षक ने बताया कि मुस्कान ने उनसे मिलकर सरकारी वकील की मांग की थी। उसका कहना था कि उसके परिवार के लोग नाराज हैं। उसका केस नहीं लड़ेंगे। सरकारी वकील पाना उसका अधिकार है और जेल प्रशासन का कर्तव्य है कि यदि कोई बंदी सरकारी वकील की मांग करता है तो माननीय न्यायालय के माध्यम से उसे सरकारी वकील उपलब्ध कराए। हम उसका प्रार्थना पत्र माननीय न्यायालय को भेज रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही उसे सरकारी वकील मिल जाएगा।
जेल अधीक्षक ने बताया कि धीरे-धीरे मुस्कान-साहिल का व्यवहार सामान्य हो रहा है। दोनों कौन सा ड्रग्स लेते थे यह नहीं पता है लेकिन दवाओं के माध्यम से हमने उनके लक्षणों को काफी कम कर दिया है। वे दवा ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि जेल में बंदी के आने के 10 दिन तक उससे कोई काम नहीं लिया जाता। 10 दिन बाद यदि वे चाहेंगे तो उन्हें काम उपलब्ध कराया जाएगा।