जनआक्रोश रैली में राकेश टिकैत का विरोध, सिर पर मारा झंडा, पगड़ी निकली, पुलिस घेरे में निकले
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर यूपी के मुजफ्फरनगर में आयोजित जनआक्रोश रैली में राकेश टिकैत को जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा है। उन्हें मंच पर चढ़ने से रोकने के लिए धक्कामुक्की की गई। उनके सिर पर झंडे भी मारा गया। इससे वह गिरते-गिरते बचे। इसी दौरान उनकी पगड़ी भी निकल गई।

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर यूपी के मुजफ्फरनगर में आयोजित जनआक्रोश रैली में किसान नेता और भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत को जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा है। हजारों की भीड़ के बीच उनके पहुंचते ही विरोध शुरू हो गया। उन्हें मंच पर चढ़ने से रोकने के लिए धक्कामुक्की की गई। उनके सिर पर झंडे भी मारा गया। इससे वह गिरते-गिरते बचे। इसी दौरान उनकी पगड़ी भी निकल गई। किसी तरह उनके पीछे खड़े समर्थक ने पगड़ी को जमीन पर गिरने से बचाया। विरोध बढ़ता देख पुलिस के घेरे में वह निकल गए। अपने साथ हुई इस हरकत पर राकेश टिकैत ने कहा कि कुछ नए हिंदू देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। हम डरपोक नहीं है। ऐसे लोगों को करारा जवाब दिया जाएगा। उनके विरोध को पिछले दिनों दिए गए बयान से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा था कि पहलगाम घटना से किसको फायदा हो रहा है, कौन हिंदू-मुस्लिम कर रहा है, इस सवाल का जवाब उसी के पेट में है। घटना करने वाले चोर पाकिस्तान में नहीं है, बल्कि यहीं हैं।
मुजफ्फरनगर के टाउन हॉल के पास मैदान में पहलगाम हमले को लेकर जनआक्रोश रैली का आयोजन किया गया था। इसमें हजारों की संख्या में लोग जुटे थे। इसी में शामिल होने राकेश टिकैत पहुंचे तो विरोध शुरू हो गया। उनके खिलाफ नारेबाजी होने लगी। उन्हें मंच पर चढ़ने से रोकने की कोशिश शुरू हो गई। उन्हें मंच पर जाने से रोकने के लिए धक्कामुक्की शुरू कर दी गई। इसी दौरान एक युवक ने उनके सिर पर झंडा भी मारा। इससे बचने की कोशिश में वह गिरते-गिरते भी बचे। धक्कामुक्की के बीच ही उनकी पगड़ी भी निकल गई। पीछे खड़े समर्थक ने तत्काल पगड़ी पकड़ ली और उसे जमीन पर गिरने से बचा लिया। बवाल बढ़ता देख उनके सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने किसी तरह उन्हें वहां से निकाला।
वहीं एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने कुछ मीडिया समूहों पर उनके हमले की खबर चलने की बात से इनकार किया। कहा कि पहले से ही यहां पर जनआक्रोश रैली निकालने का कार्यक्रम प्रस्तावित था। इसमें पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जन आक्रोश रैली में किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे तो जन आक्रोश रैली में मौजूद कुछ लोगों द्वारा उनका विरोध करते हुए हूटिंग की गई। मौके पर पर्याप्त पुलिस बल मौजूद था। शांति व्यवस्था कायम थी। जब लोगों द्वारा उनकी हूटिंग की गई तो राकेश टिकैत खुद ही मौके से चले गए।
एसपी सिटी ने कहा कि राकेश टिकैत पर हमले की बात गलत है। उच्चाधिकारियों ने भी सीसीटीवी फुटेज व मीडिया के रिकॉर्ड वीडियो को देखा है। उन वीडियो में किसी भी प्रकार का कोई हमला नहीं पाया गया है। इस दौरान भीड़भाड़ और धक्कामुक्की हुई है। वीडियो फुटेज में उनकी एक जगह पर पगड़ी गिरते हुए भी दिख रही है लेकिन किसी के द्वारा हमला या मारपीट की बात अभी तक संज्ञान में नहीं आई है। मौके पर पूर्ण रूप से शांति व्यवस्था कायम है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इसमें किसी भी प्रकार की अफवाह ना फैलाई जाए और जो मौके के एविडेंस है उसके अनुरूप ही इसको देखा जाए।