श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक वातावरण में प्रभु श्रीराम कथा का श्रवण किया
Orai News - जालौन में हनुमंत साधना धाम में आयोजित साप्ताहिक रामकथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने श्रीराम की जीवन गाथा सुनी। कथा वाचक रोहित कृष्णाचार्य ने भगवान राम के चरित्र और उनके आदर्शों का वर्णन करते हुए कहा कि...

जालौन। संवाददाता नगर स्थित हनुमंत साधना धाम में चल रही साप्ताहिक रामकथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक वातावरण में श्रीराम कथा का श्रवण किया। कथा वाचक रोहित कृष्णाचार्य ने भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रसंगों का अत्यंत भावपूर्ण और प्रेरणादायक वर्णन कर उपस्थित भक्तों को भावविभोर कर दिया।
कथा की शुरुआत में रोहित कृष्णाचार्य ने भगवान श्रीराम के चरित्र की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान राम केवल एक राजा नहीं, बल्कि मर्यादा, सत्य, कर्तव्य और आदर्श के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि श्रीराम का जीवन हमें सिखाता है कि विपरीत परिस्थितियों में भी अपने धर्म और सत्य मार्ग को नहीं छोड़ना चाहिए। राम वनवास की कथा सुनाते हुए उन्होंने बताया कि कैसे श्रीराम ने राजसिंहासन और सुख-सुविधाओं को त्यागकर 14 वर्षों का वनवास स्वीकार किया और अपने पिता के वचन को निभाया। कहा कि लक्ष्मण की सेवा भावना, भरत की भक्ति और सीता की पतिव्रता धर्म की मिसाल आज भी समाज के लिए प्रेरणा हैं। श्रीराम का जीवन दर्शन मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतार लें तो समाज से अंधकार मिट सकता है। इस दौरान यज्ञाचार्य अनुज बाजपेई ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ क्रियाएं सम्पन्न कराईं। वातावरण भक्तिमय हो गया जब श्रद्धालु राम नाम संकीर्तन में लीन होकर झूम उठे। आयोजन में रमेशचंद्र महाराज, सुशीला देवी, पारीक्षित, माया देवी, शिवराम राठौर, सुनीता, राधिका, अर्पणा, दीक्षा, रागिनी, कृष्णा, निशा आदि मौजूद रहे।
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