जल जीवन मिशन और गो-आश्रय स्थल संवारने में जुटे अफसर
Pratapgarh-kunda News - जिले के अफसर 50 करोड़ रुपये की लागत वाली लंबित परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन करने में जुटे हैं। शासन ने नोडल अफसरों को नामित किया है जो शनिवार और रविवार को इन परियोजनाओं का सत्यापन करेंगे। अधिकारी सभी...

जिले के अफसर शुक्रवार को पूरे दिन 50 करोड़ रुपये की लागत वाली लंबित परियोजनाओं का सजाने-संवारने की कवायद में जुटे दिखे। कारण शासन ने इन परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन करने के लिए नोडल अफसर नामित कर दिया है। शासन के नोडल अफसर शनिवार और रविवार को जिले की लंबित परियोजनाओं का सत्यापन कर सोमवार को शासन में रिपोर्ट देंगे। शासन की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में 50 करोड़ रुपये अथवा उससे अधिक लागत वाली लंबित परियोजनाओं की हकीकत जानने के लिए जनपदवार नोडल अधिकारी नामित किया है। नोडल अफसरों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने जनपद में शनिवार और रविवार को भ्रमण कर 50 करोड़ की लागत वाली लंबित परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन करेंगे और रविवार को शासन में रिपोर्ट देंगे।
इसके तहत बेल्हा में रविन्द्र सिंह प्रथम को नोडल अफसर नामित किया गया है। नोडल अफसर शुक्रवार को रात में ही बेल्हा आ जाएंगे और शनिवार को लंबित परियोजनाओं का सत्यापन करेंगे। इसे लेकर शुक्रवार को जिले के अधिकतर अफसर व्यस्त दिखे। दरअसल जिले के सभी गोआश्रय स्थलों और जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना पर सरकार का विशेष फोकस है। ऐसे में अफसर सभी लंबित परियोजनाओं को सजाने-संवारने में जुट गए हैं। अधिकारी इस बात से परेशान हैं कि नोडल अफसर पता नहीं किस परियोजना का सत्यापन कर लें। ऐसे में सभी लंबित परियोजनाओं पर मजदूर लगा दिए गए हैं, जिससे नोडल को यह लगे कि परियोजना का काम चल रहा है।
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