बढ़े शहरों के आकार पर निकालेंगे जनसंख्या का घनत्व
Prayagraj News - प्रयागराज में जनगणना की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शासन ने नगर निकायों से शहरों और नगरों के विस्तारित क्षेत्र का ब्योरा मांगा है। नगर निगम को क्षेत्रफल का डेटा हेक्टेयर में भेजना होगा। 2011 की जनगणना...
प्रयागराज। प्रदेश में जनगणना की कवायद शुरू हो गई है। इस साल होने वाली जनगणना से पहले शासन अलग-अलग विभागों से ताजा आंकड़ों का ब्योरा ले रहा है। अब प्रदेश के नगर निकायों से शहर और नगरों के विस्तार का भी ब्योरा मांगा गया है। नगर निकाय निदेशालय की अपर निदेशक ऋतु सुहास ने प्रदेश के सभी नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारियों को पत्र भेजकर विस्तारित क्षेत्र वाले शहर और नगरों का ब्योरा पुराने क्षेत्र के साथ देने का निर्देश दिया है। प्रयागराज नगर निगम में आए अपर निदेशक के पत्र में प्रयागराज शहर के क्षेत्रफल का आंकड़ा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। निकायों को शहर और नगरों का क्षेत्रफल (विस्तारित क्षेत्र के साथ) हेक्टेयर में भेजना होगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर इस साल जनगणना कराई जाएगी। इसकी तारीख अभी तय नहीं है। धरातल पर जनगणना शुरू होने के पहले भौगोलिक क्षेत्रफल का डाटा तैयार किया जा रहा है। वर्ष 2011 में हुई जनगणना में प्रयागराज शहर की आबादी 11,12,544 थी। 14 साल पहले हुई जनगणना में शहर के आसपास की तमाम आवासीय योजनाओं को शहर का हिस्सा माना गया था। अब वही शहर से सटे क्षेत्र अब अधिकृत तौर पर नगर निगम का हिस्सा बन गए हैं। नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि 2011 के बाद 2021 में जनगणना प्रस्तावित थी, लेकिन कोरोना के कारण इसे टाल दिया गया। इस साल जनगणना होगी। जनगणना शुरू करने के पहले शासन भौगोलिक आंकड़े मांग रहा है। इसी कड़ी में शहर और नगरों के संपूर्ण क्षेत्र का ब्योरा देने के लिए कहा गया है। क्षेत्रफल के आधार पर प्रति हेक्टेयर आबादी का घनत्व निकाला जाएगा।
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