एसआरएन अस्पताल : ट्रामा सेंटर में टांका लगाने में डॉक्टरों को छूट रहा पसीना
Prayagraj News - एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में एसी खराब होने से मरीजों और डॉक्टरों को परेशानी हो रही है। चार वार्डों में 42 बेड हैं, लेकिन एसी न चलने से गर्मी और उमस से मरीजों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।...

एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में एसी खराब होने का खामियाजा मरीज-तीमारदार ही नहीं, बल्कि डॉक्टर भी उठा रहे हैं। ट्रामा सेंटर में यदि कोई घायल मरीज आता है तो उसे टांका लगाने में डॉक्टरों को पसीना आ जाता है। ट्रामा सेंटर के चार वार्डों में लगभग 42 बेड हैं। लेकिन भूतल, प्रथम व द्वितीय तल के किसी वार्ड में एसी नहीं चल रहा है। एसी न चलने से वार्ड में गर्मी व उमस से मरीजों को परेशानी होती है। एसी न चलने से कई गंभीर रेफर कराकर दूसरे अस्पताल में भी चले जाते हैं। वहीं दूसरे तल पर तीन सीलिंग फैन भी गायब हैं, जिससे तीमारदार गर्मी से परेशान रहते हैं।
ट्रामा सेंटर के अलााव गैस्ट्रोलॉजी विभाग में मरीजों को गर्मी व उमस से परेशानी हो रही है। गैस्ट्रोलॉजी विभाग के किसी वार्ड में एसी नहीं लगा है। चार वार्डों में तीन कूलर लगे हैं, जिसमें दो खराब हैं। कुछ मरीज अपने घर से टेबल फैन लाकर लगाते हैं या मरीज को हाथ से पंखा हांकते हैं। मरीजों ने बताया कि दो वार्ड में कोई खिड़की न होने से उमस अधिक रहती है। हृदय रोग विभाग में भी एसी खराब होने से दिल के मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। आईसीयू में 12 बेड हैं जिसमें गंभीर मरीज भर्ती किए जाते हैं। आईसीयू में भर्ती करने से पहले प्री-आईसीयू में मरीजों को रखा जाता है। लेकिन प्री-आईसीयू के कमरा नंबर दो में पंखा खराब है। गर्मी के कारण तीमारदार घर से लाकर टेबल फैन चलाते हैं या मरीज को हाथ से पंखा हांकते हैं।
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