वीर सावरकर के व्यक्तित्व से देश को मिला साहस : प्रो. सत्यकाम
Prayagraj News - वीर सावरकर की जयंती पर लोक मान्य सेवा ट्रस्ट अलोपीबाग में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. सत्यकाम ने सावरकर के साहस और ऊर्जा का जिक्र किया। अपर महाधिवक्ता अशोक मेहता ने बताया कि...

वीर सावरकर की जयंती पर बुधवार को लोक मान्य सेवा ट्रस्ट अलोपीबाग में विचार गोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि राजर्षि टंडन मुक्त विवि के कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कहा कि वीर सावरकर अपने व्यक्तित्व से देश में ऊर्जा और साहस का संचार कराया। उनके विचारों व सिद्धांतों से आजादी के आंदोलन को नई दिशा मिली। अध्यक्षता कर रहे अपर महाधिवक्ता अशोक मेहता ने कहा कि वीर सावरकर दुनिया में वे ऐसे अकेले व्यक्ति थे, जिन्हें आजीवन कारावास का तीन बार दंड दिया गया था। डॉ. मुरार जी त्रिपाठी और चारुमित्र ने विचार व्यक्त किए। स्वागत अरविंद, संचालन सतीश पुराणिक आभार ज्ञापन प्राणेश देशपाण्डे ने किया।
रंजन पांडेय, व्रतशील शर्मा, विभूति द्विवेदी, धर्मेन्द्र चौबे, विवेक पुराणिक, प्रतिभा अटाले, आशा बेहेरे, माधुरी गोडबोले, मधु व्यास, विजय सातभाई मौजूद रहे।
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