Three-Wheeler Drivers in Saharanpur Face Challenges Due to Lack of Stands and Police Harassment बोले सहारनपुर : सुविधाओं के लिए तरस रहे टेंपो चालक, Saharanpur Hindi News - Hindustan
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बोले सहारनपुर : सुविधाओं के लिए तरस रहे टेंपो चालक

Saharanpur News - सहारनपुर में सात हजार से अधिक थ्री व्हीलर चालक सुविधाओं की कमी और पुलिस के उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। चालकों का कहना है कि सवारी कम मिलती है और उन्हें सड़क पर खड़ा होना पड़ता है। इससे उनकी आय का एक...

Newswrap हिन्दुस्तान, सहारनपुरMon, 5 May 2025 03:26 AM
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बोले सहारनपुर :  सुविधाओं के लिए तरस रहे टेंपो चालक

सहारनपुर। सहारनपुर में सात हजार से अधिक थ्रीव्हीलर हैं, लेकिन इनके चालक सुविधाएं न मिलने की वजह से परेशान है। क्योंकि, शहर में थ्रीव्हीलरों के लिए कोई स्टैंड नहीं है। ऐसे में इन्हें सड़कों पर खड़ा होना पड़ता है, जिसकी वजह से पुलिस रोजाना चालान करती है। ऐसे में इनकी ज्यादातर कमाई चालान में चली जाती है। थ्रीव्हीलर चालक कहते हैं कि दो जून की रोटी की खातिर थ्री व्हीलर चला रहे हैं। उन्हें वर्षों से हालात अच्छे होने की उम्मीद है। ताकि परिवार का पालन-पोषण अच्छी तरह से कर सकें। थ्री व्हीलर चालक बोले कि, सुबह से शाम तक सवारी का इंतजार करते हैं, लेकिन कई समस्याओं के जंजाल में फंसे हैं।

आंखों में उम्मीद है कि एक दिन आएगा जब अच्छी सुबह होगी और जेब में दो पैसे होंगे। फिलहाल थ्री व्हीलर चालकों को सवारियों का इंतजार रहता है। कुछ को तो सवारी मिल जाती है तो कुछ सवारियों का इंतजार करते नजर आते हैं। जिले में करीब सात हजार थ्री व्हीलर चालक सुबह से देर रात तक मेहनत कर परिवार का पालन-पौषण करते हैं। एक नहीं कई समस्याओं से घिरे थ्रीव्हीलर चालकों का कहना है कि अब हालात ऐसे है कि पर्याप्त सवारी नहीं मिल रही है। यह एक नहीं कई समस्याओं से घिरे हैं। पिछले कई सालों से इस कारोबार से जुडे़ रहकर अच्छा जीवन जीने का सपना तो देख रहे हैं, लेकिन सपना सच होते नजर नहीं आ रहा है। वसीम, मुरली, अजीत, सौरभ का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या महानगर में कई भी स्टैंड न होने की है। यातायात पुलिस ने रूट निर्धारित किए हैं, लेकिन कई रूट ऐसे है, जहां पर दिन भर सड़क किनारे खड़े होकर सवारियों का इंतजाम करना पड़ता है, लेकिन सवारियां नहीं मिल पाती है। गर्मी में वह सवारियों को इधर-उधर छोड़कर कमाई के लिए निकलते हैं, लेकिन कई बार घर का खर्च भी नहीं निकल पाता है। कभी तो सवारी मिल जाती है तो कभी थ्री व्हीलर खाली रह जाता है। अब तो इतनी कमाई भी नहीं होती जितना चालान भरना पड़ता है। नियमों का पालन करने वालों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। इनका कहना है कि उनके पास वाहनों को खड़ा करने के लिए अड्डा तक की जगह नहीं है। हमने अड्डा किराए पर ले रखा है, तब जाकर हमारे थ्री व्हीलर खडे़ हो पाते हैं। इस समस्याओं से निजात दिलाई जाए। अगर इन समस्याओं का अंत हुआ तो शायद हम लोगों के लिए परिवार पालना आसान हो जाएगा। चालकों ने कहा कि हमारे लिए कोई अच्छी योजना सरकार चलाए, ताकि हमें राहत मिल सकें। अगर कोई योजना चलाई भी गई है तो हमें उसके बारे में जानकारी नहीं है। हमारे जैसे चालकों के लिए चलाई जाने वाली या चलाई जा रही योजना की जानकारी उपलब्ध कराई जाए, ताकि हम योजना का लाभ ले सके। इसके साथ ही ऐसे रूट निर्धारित किए जाएं जहां पर आसानी से सवारी मिल जाए। थ्रीव्हीलर चालकों का कहना है कि अगर इस कारोबार को छोड़ दें तो परिवार चलाना ही मुश्किल हो जाए, लेकिन दिन प्रतिदिन थ्रीव्हीलर चलाने का काम भी मश्किल होता रहा है। इसकी यह वजह है कि यातायात पुलिस की ओर से उत्पीड़न किया जाता है। बेवजह से उनके चालान काट दिए जाते हैं, जिसकी वजह से वह पैसे नहीं कमा पाते हैं। थ्रीव्हीलर के रख-रखाव में भी पैसा खर्च होता है, लेकिन ज्यादा पैसा हर माह चालान भरने में चला जाता है। पुलिस-प्रशासन को समस्याओं की ओर ध्यान देना चाहिए। ताकि वह भी दो वक्त की रोटी का आसानी से इंतजाम कर सकें और अपने बच्चों को भी अच्छी शिक्षा दिला सकें, लेकिन कई वर्षों से मांग उठाने के बाद भी समस्याएं दूर नहीं हो रही है। इसको लेकर आंदोलन भी कर चुके हैं, लेकिन हमारी समस्याओं का समाधान नहीं है। दो दशक से परेशानी से जूझ रहे हैं। कई सरकारें बदल गई। चुनाव के समय राजनीतिक दलों के प्रत्याशी जीतने किे बाद उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन देते हैं, लेकिन जस-तस बनी है। क्योंकि, चुनाव जीतने के बाद नेता वायदों को भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह उनको परेशान किया गया तो उन्हें भविष्य में बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा। ------------ स्टैंड की जगह कराई जाए उपलब्ध चालक अक्षय कुमार और प्रमोद कुमार का कहना है कि थ्री व्हीलर चालकों को स्टैंड की जगह उपलब्ध कराई जाए। इससे बड़ी राहत मिलेगी। सड़क पर अगर थ्री व्हीलर खड़ा है तो कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। ट्रैफिक पुलिस द्वारा किया जा रहा उत्पीड़न बंद होना चाहिए। ट्रैफिक पुलिस बेवजह परेशान करती है। इससे महसूस होता है कि, उनको प्रताडि़त किया जा रहा है। ----------- थ्री व्हीलर चालकों को बैंक से आसानी से मिले लोन थ्री व्हीलर चालकों का कहना है कि महंगाई के इस दौर में वाहनों की मरम्मत आदि का काम कराने के लिए भी कमाई नहीं हो रही है। चालकों ने कहा कि बैंकों से हमें आसानी से समय पर लोन मिलना चाहिए। ताकि हम नया वाहन खरीद सकें या कोई अन्य काम भी इसके साथ शुरू कर सकें। चालकों ने कहा कि बैंकों से लोन मिलना आसान नहीं है। लोन लेने के लिए बैंकों के चक्कर काटने पड़ते हैं। समय पर लोन नहीं मिल पाता है। ऐसा कुछ होना चाहिए कि बैंकों में लोन लेने की प्रक्रिया सुलभ हो और आसानी से लोन मिल जाए। थ्री व्हीलर चालकों ने कहा कि अफसर इस ओर विशेष ध्यान दें। बैंकों से लोन देने की सुविधाएं आसानी होनी चाहिए। ------- शिकायतें-- -- ट्रैफिक पुलिस चालान काटने के नाम पर परेशान न करे। -- स्टैंड के लिए जगह उपलब्ध कराई जाए। -- घनी आबादी वाले इलाकों जाने की अनुमति दी जाए। -- बैंकों से आसानी से लोन दिलाने की सुविधाएं होनी चाहिए। -- लंबे रूट पर चलने की भी अनुमति मिलनी चाहिए। ---- सुझाव--- -- थ्री व्हीलर के लिए स्टैंड की व्यवस्था होनी चाहिए। -- ट्रैफिक पुलिस चालान काटने के नाम पर न करें उत्पीड़न। -- थ्री व्हीलर चालकों को राहत देने को सरकार चलाए योजना। -- जिन जगहों पर ज्यादा सवारी मिलती हैं, वहीं के रूट निर्धारित किए जाएं। -- महानगर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में जाने की भी अनुमति मिलनी चाहिए। ----- ट्रैफिक पुलिस को थ्रीव्हीलर चालकों की समस्याओं की तरफ ध्यान देना चाहिए। ताकि हम भी आसानी से अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें। चालान काटने के नाम पर उत्पीड़न बंद किया जाए।----वसीम ----- महानगर के घनी आबादी वाले इलाकों में जाने की भी अनुमति दी जाए। महानगर के बाहर खड़ा होने पर हम लोगों को सवारी नहीं मिल पाती है। ऐसे में रोजगार पर संकट के बादल छाते जा रहे हैं। --- मुरली ----- घंटाघर से अंबाला रोड, देहरादून रोड, रेलवे रोड, कोर्ट रोड सहित अनेक इलाकों में सभी थ्रीव्हीलर चालकों को जाने की अनुमति मिलनी चाहिए। ताकि उनको आसानी से सवारी मिल सके।----अजीत ------ ट्रैफिक पुलिस चालान काटने के नाम पर उत्पीड़न न करें। वेवजह चालान कटने से आर्थिक हानि होती है। इस समस्या से निजात मिलनी चाहिए।---सौरभ कुमार -------- थ्री व्हीलर चालकों के लिए हर रूट पर स्टैंड बनाया जाए। इससे उनको काफी राहत मिलेगी। उनको सड़क पर थ्रीव्हीलर खड़ा नहीं करना पड़ेगा। ऐसे में उनके चालान भी नहीं कटेंगे।----अक्षय कुमार ---- ई-रिक्शा की तरह उनको भी हर रूट पर चलने दिया जाए। उनको रोक दिया जाता है, जबकि ई-रिक्शाएं हर रूट पर चलती हैं, जिससे उनको सवारी नहीं मिल पाती है।---प्रमोद कुमार ------ थ्रीव्हीलर चलाने वाले चालकों को बैंकों से आसानी से लोन मिलना चाहिए। बैंक से लोन मिलने की प्रक्रिया सुलभ होनी चाहिए।---फरमान ठेकेदार --- महानगर में आने से पहले थ्रीव्हीलर को रोका न जाए। इससे सवारी नहीं मिल पाती है। सवारी लेने के लिए घनी आबादी वाले इलाकों में जाने दिया जाए। ----मोहम्मद नसीम ------- सरकार द्वारा हमारे लिए योजना चलाई जानी चाहिए और योजना का लाभ मिलना चाहिए। योजनाओं की जानकारी के लिए जागरूकता शिविर भी लगाए जाने चाहिएं।---राजेंद्र कुमार -------- अतिक्रमण के नाम पर शोषण बंद होना चाहिए। लोगों ने दुकानों के बाहर अतिक्रमण कर रखा है। एक तरफ स्टैंड नहीं है, दूसरी तरफ अतिक्रमण होने की वजह से सड़क पर ही खड़ा होना पड़ता है।----मोहन शर्मा ------ थ्री व्हीलर चलाने वालों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। बुकिंग तक मिलनी बंद हो गई है। ऐसे में परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल होता जा रहा है। सरकार को हमारी समस्याओं की ओर ध्यान देना चाहिए। -----प्रभात राणा

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