लिवर को बचाना है तो दिनचर्या में शामिल करें हेल्दी फूड
Sambhal News - आजकल बदलती जीवनशैली और अनियमित खानपान के कारण लिवर से जुड़ी बीमारियों के मरीज बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि तला-भुना और चिकनाई युक्त भोजन लिवर पर गंभीर असर डालता है। संयमित दिनचर्या और संतुलित...

आजकल बदलती जीवनशैली और अनियमित खानपान के कारण लिवर से जुड़ी बीमारियों के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक तला-भुना और चिकनाई युक्त भोजन लिवर पर गंभीर प्रभाव डालता है। यही कारण है कि हर साल जनपद में 400 से अधिक लोग लिवर में संक्रमण के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। विश्व लिवर दिवस के अवसर पर डॉक्टरों ने लिवर की सेहत को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिए। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो रक्त को फ़िल्टर करता है, पोषक तत्वों को संग्रहित करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। इसके अलावा, लिवर शरीर की पाचन क्रिया और प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत बनाता है। लिवर की बीमारियों की एक मुख्य वजह है तनाव और अस्वस्थ आहार। डॉक्टरों का कहना है कि शराब, तंबाकू, फास्ट फूड और दूषित पेय पदार्थों के लगातार सेवन से लिवर की कार्यक्षमता कमजोर हो जाती है और गंभीर बीमारियां जैसे हेपेटाइटिस A, B, C, फैटी लिवर, सिरोसिस और लीवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। डाक्टरों ने बताया कि लिवर जीवन चक्र में पाचन, चयापचय और विषहरण सहित विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह रक्त को फ़िल्टर करता है, विषाक्त पदार्थों को हटाता है और पोषक तत्वों को संसाधित करता है। यदि हम लीवर के कार्य में कच्चा पक्का भोज्य पदार्थ‚ बेवक्त का खानपान‚ दूषित पेय पदार्थ का निरंतर सेवन करते हुए दुश्वारियां पैदा करने लगे तो यह अपना कार्य करने की क्षमता गवाने लगता है और फिर असमय ही जीवन गवाने की वजह बन रहा है। डाक्टरों का कहना है कि संयमित दिनचर्या और संतुलित आहार ही लीवर के स्वास्थ्य की एकमात्र औषधि है।
लिवर शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। यह आवश्यक विभिन्न प्रोटीन और विभिन्न अन्य जैव रसायनों के संश्लेषण जैसे कई आवश्यक जैविक कार्य करता है। लीवर को सुरक्षित बनाए रखने के लिए हेपेटाइटिस बी का टीका अवश्य लगवाएं। शराब और नशीली दवाओं से परहेज रखें।
- डॉ. प्रवेन्द्र सिंह, हृदय रोग विशेषज्ञ
शराब का अत्यधिक सेवन, मोटापा, टाइप 2 मधुमेह, संक्रमित सुइयां, और कुछ दवाएं इन सभी कारणों से लीवर में सूजन, फैटी लीवर, सिरोसिस, और लीवर कैंसर जैसे गंभीर रोग आज तेजी से चपेट में ले रही हैं। दिनचर्या में स्वस्थ आहार जिसमें संतृप्त और अस्वास्थ्यकर वसा कम हो तथा फल, सब्जियां और साबुत अनाज अधिक हों, तो लीवर को खतरनाक बीमारियों से बचाया जा सकता है।
- डा. तरुण पाठक, सीएमओ, संभल।
आज हर दस में आठ व्यक्ति का लिवर फैटी मिल रहा है। इसका मुख्य कारण आहार संबंधी हमारा लापरवाही भरा रवैया है। फास्ट फूड, पैकेज्ड फूड और प्रोसेस्ड फूड का चलन जिसमें चीनी, वसा और नमक की मात्रा अधिक होती है, जो कि लीवर पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। भुंई आंवला, कुटकी, आंवला, एलोवेरा, पुनर्नवा, आदि आयुर्वेदिक उपाय लीवर को मजबूत रखने में सहायक है। रोजाना आधे घंटे व्यायाम, योग या प्राणायाम, ध्यान करें। इससे तनाव को दूर करने में आसानी होती है।
- डा. नीरज शर्मा, चिकित्सक, सीएचसी, संभल।
हेल्दी लाइफस्टाइल के प्रति जागरूक रह कर लिवर की बीमारियों से बचा जा सकता है। आहार ही लिवर के जीवन का आधार है। अमूमन लिवर की बीमारियां बिना किसी लक्षण के धीरे-धीरे बढ़ती चली जाती हैं। इसलिए समय समय पर लिवर का टेस्ट करते रहना चाहिए। एएलटी और एएसटी, बिलीरुबिन, एल्ब्युमिन आदि लिवर के प्रमुख टेस्ट है। लीवर के लिए हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, दालें, मूली, गाजर और लौकी बहुत आवश्यक है। प्रतिदिन आठ से दस गिलास पानी का सेवन लिवर से टॉक्सिन तत्व बाहर निकालने में मददगार साबित होगा।
- डा. राजेंद्र सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल, संभल।
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