आंधी और ओलों से फसलें तबाह, 20 से अधिक घंटे बिजली गुल
Sambhal News - संभल जिले में शुक्रवार रात आई तेज आंधी और बारिश से बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई। लगभग 22 घंटे तक बिजली गुल रही, जिससे ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। गुन्नौर क्षेत्र में ओलावृष्टि ने किसानों...

संभल। जनपद में शुक्रवार की देर रात आई तेज आंधी बारिश से बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। जगह जगह बिजली के पोल टूट गए और पेड़ टूटकर बिजली की लाइनों पर गिर गए। जिससे आठ बजे के बाद से शनिवार की शाम छह बजे तक अधिकांश ग्रामीण इलाकों में बिजली बाधित रही। जिसकी वजह से लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। गुन्नौर क्षेत्र सहित आसपास के गांवों में ओलावृष्टि ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। जनपद में शुक्रवार की रात आठ बजे तेज आंधी व बारिश की वजह से बिजली व्यवस्था लड़खड़ा गई। जो शनिवार की शाम करीब छह बजे जाकर कहीं बहाल हो सकी। करीब 22 घंटे तक बिजली न रहने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। बिजली कटौती की वजह से सबसे अधिक परेशानी पानी को लेकर हुई। रात में आंधी से कई जगह पेड़ सड़कों पर गिर गए।
वहीं, रात तेज आंधी के साथ हुई बारिश से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। क्योंकि इस समय गेहूं की फसल की कटाई व निकासी का काम जिलेभर में तेजी से चल रहा है। ऐसे में बारिश व आंधी की वजह से खेतों में कटे पड़े गेहूं की फसल भीग गई। जबकि कुछ किसानों ने गेहूं की निकासी कर रखी थी, लेकिन भूसा खेतों में ही पड़ा था। आंधी की वजह से कई किसानों का भूसा उड़ गया। मक्का की फसल को बारिश से लाभ हुआ है।
ओलावृष्टि ने स्थिति और भी कर दी गंभीर
गुन्नौर/जुनावई। गुन्नौर क्षेत्र में शाम होते-होते तेज आंधी चलनी शुरू हुई, जो थोड़ी ही देर में गरज-चमक और तेज़ बारिश में बदल गई। इसके बाद हुई ओलावृष्टि ने स्थिति और भी गंभीर कर दी। स्थानीय किसानों के अनुसार, ओलों की बौछार से गेहूं के दानों का बालों से टूटकर गिरने की आशंका है, जिससे उत्पादन में भारी गिरावट हो सकती है। तेज आंधी और बारिश के कारण गुन्नौर और देहात क्षेत्रों में बिजली के खंभे और तार टूट गए, जिससे पूरे क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। देर रात तक बिजली बहाल नहीं हो सकी, जिससे शहर और गांव दोनों अंधेरे में डूबे रहे।
जुनावई क्षेत्र में 135 गांवों में 20 घंटे से अधिक बिजली गुल
जुनावई। आंधी-तूफान की भयावहता का असर जुनावई क्षेत्र में और भी व्यापक रहा। यहां के 135 गांवों में 20 घंटे से अधिक समय तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह बंद रही। गांव सेंजना मुस्लिम, दबथरा हिंमचल, पुसावली, गढ़ी बिचौला आदि स्थानों पर 10 पोल गिर गए, वहीं गढ़ी बिचौला में 25 केवीए का ट्रांसफॉर्मर भी फुंक गया। लहरा नगला श्याम, नगरिया, गोठना जैसे गांवों में पेड़ गिरने से विद्युत लाइनें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। जेई सोबरन सिंह ने जानकारी दी कि कर्मचारियों की मदद से अधिकांश टूटे पोल और तारों को दोपहर तक ठीक कर लिया गया हालांकि, 33 हजार केवीए की मुख्य लाइन फेल हो जाने से बाकी क्षेत्र में बिजली बहाल नहीं हो सकी है।
आंधी से बड़ा हादसा टला, ट्रांसफार्मर के पोल गिरे
काफूरपुर। शुक्रवार रात आई तेज़ आंधी-तूफान ने गांव अखबंदपुर में बड़ा हादसा होते-होते टाल दिया। ऐंचौड़ा कंबोह थाना क्षेत्र के इस गांव में रहने वाले चरण सिंह के मकान के अंदर स्थापित ट्रांसफॉर्मर का पोल तेज़ तूफान में टूटकर गिर गया। गनीमत रही कि तूफान से पहले बिजली विभाग ने सप्लाई काट दी थी, अन्यथा जान-माल की बड़ी क्षति हो सकती थी। अलिया-नेकपुर मार्ग समेत कई सड़कों पर पेड़ टूटकर गिर पड़े, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
बारिश में निर्माणधीन नाले का कुछ हिस्सा गिरा
चन्दौसी। शुक्रवार की रात आंधी बारिश के दौरान चंदौसी तहसील रोड पर निर्माणाधीन नाले का कुछ हिस्सा गिर गया। लोगों ने नाला निर्माण में मानक के अनुरूप सामग्री न लगाए जाने का आरोप लगाया है।
नवंबर माह से इंदिरा कॉलोनी से गांव असालतपुर जारई तक ब्लाक बनिया खेड़ा के द्वारा मनरेगा से लगभग 700 मीटर नाले का निर्माण कराया जा रहा है। तहसील से गांव असलतपुर जारई के बीच निर्माणाधीन नाले का कुछ हिस्सा शुक्रवार की रात बारिश के दौरान गिर गया। जिसकी सूचना लोगों ने ग्राम प्रधान और सचिव को दी। साथ ही आरोप लगाया कि नाला निर्माण में निर्माण सामग्री मानक के अनुसार नहीं लगाई जा रही है। जबकि सचिव विपुल चौधरी ने बताया कि कुछ कारण से नाला निर्माण का कार्य कुछ दिनों से रूका हुआ है। जिस स्थान पर नाले का कुछ हिस्सा गिरा है वहां रोडा नहीं बिछाया गया है। इसीलिए शुक्रवार की रात पानी के तेज बहाव के कारण नाले का कुछ हिस्सा गिर गया।
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