धीमी गति से हो रही है गेहूं खरीद, कम आ रहे हैं किसान
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर जिले में गेहूं की कटाई तेजी से हो रही है, लेकिन खरीदारी की गति धीमी है। किसान सरकारी क्रय केन्द्र पर अपनी उपज नहीं बेच रहे हैं क्योंकि बाजार में बेहतर मूल्य मिल रहे हैं। किसानों ने कहा कि...

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में गेहूं कटाई तेजी से चल रही है, लेकिन खरीद की गति काफी धीमी है। किसान क्रय केन्द्र तक पहुंच ही नहीं रहे हैं। केन्द्रों के प्रभारी लगातार किसानों से सम्पर्क साध रहे हैं, लेकिन किसान सरकारी क्रय केन्द्र पर अपनी उपज बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसके पीछे बाजाद में गेहूं की अच्छी कीमत मिलना है। अढ़तिए और कारोबारी किसानों की उपज खेत में ही खरीद ले रहे हैं। वर्तमान समय में बाजार में 2450 रुपए से लेकन 25 सौ रुपए कुन्तल तक किसानों को मिल जा रहा है। पौली संवाद के अनुसार किसानों के फसल का उचित मूल्य देने के लिए सरकार द्वारा खोले गए केन्द्र पर लगभग एक माह का समय बीत जाने के बाद धीमी गति से खरीदारी शुरू हो गई है। क्रय केन्द्र प्रभारी निहैला आनन्द कुमार दूबे ने बताया कि केन्द्र पर बोरा और रूपए सब मौजूद है। जैसे-जैसे किसानों के गेहूं की खरीदारी की जा रही है, उसी क्रम में उनके रुपए का भुगतान भी किसानों के बैंक खाते में किया जा रहा है। अब तक क्षेत्र के किसानों का लगभग 200 कुन्तल गेहूं खरीदा जा चुका है। टोल फ्री मोबाइल नम्बर सभी किसानों को दे दिया गया है। मोबाइल से डोर टू डोर सम्पर्क कर गेहूं खरीदारी की जा रही है। इसी क्रम में गेहूं क्रय क्रेन्द्र प्रभारी शनिचरा बाजार राघवेन्द्र सिंह, क्रय केन्द्र अजाव मोतीलाल यादव ने बताया की केन्द्र पर बोरा पैसा मौजूद है। किसानों से सम्पर्क किया जा रहा है। अभी अधिकतर किसानों की फसल की कटाई मड़ाई नहीं हो पाई है।
मेंहदावल संवाद के अनुसार क्षेत्र में गेहूं खरीद रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। किसान गेहूं का रेट बाजार में और तेज होने का इंतजार कर रहा है। वैसे क्रय केंद्रों पर और बाजार में लगभग एक रेट होने के कारण ज्यादातर किसान जिन्हें पैसे की आवश्यकता है वह बाजार में अढ़तियों के हाथ बेच रहे हैं। किसानों का कहना है कि क्रय केंद्र पर रजिस्ट्रेशन कराना व सत्यापन कराने के झंझट से अढ़तियों के हाथ बेचना ठीक है। कुछ किसान भाव अधिक होने के इंतजार में अभी अपना गेहूं नहीं बेच रहे हैं। वहीं कुछ सिवान में अभी कटाई का भी काम चल रहा है। क्रय केंद्र के प्रभारी अजय प्रकाश सिंह का कहना है कि अब तक लगभग पांच सौ कुन्तल की खरीदारी हो चुकी है। किसान कम आ रहे हैं। रजिस्ट्रेशन हो रहा है, किसानों से क्रय केंद्रों के माध्यम से ही बेचने के लिए कहा जा रहा है।
नाथनगर संवाद के अनुसार गेहूं कटाई कार्य बड़ी तेजी के साथ चल रहा है। व्यापारी अब सीधे किसानों के घर पहुंचकर सरकारी रेट से अधिक पैसा देकर खरीद कर ले रहे हैं, जिसके चलते क्रय केंद्रों पर किसान बेचने के लिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। सहकारी समिति गालिमपुर के प्रभारी बृजेश गुप्ता ने बताया कि 95 किसानों ने बिक्री के लिए पंजीकरण कराया है। लेकिन अभी तक दो किसान ही 63 कुन्तल गेहूं बेचने पहुंचे हैं। केन्द्रों पर किसान नहीं पहुंच रहे हैं। किसान रामफेर, मकबूल अहमद, रफीक अहमद, वंशीलाल चौधरी, प्रभु दयाल आदि ने बताया कि जब घर से ही अधिक मूल्यों पर सीधे व्यापारी पहुंचकर खरीद ले रहे हैं। तब केंद्रों पर जाकर क्रय करने का क्या फायदा मिलेगा। तरह तरह की परेशानी झेलना नही पड़ता है।
कांटे संवाद के अनुसार क्रय केंद्र टेमा रहमत पर कुछ ही किसान पहुंच रहे
विकास खण्ड सेमरियावां क्षेत्र के क्रय केंद्र टेमा रहमत पर कुछ ही किसान अब तक अपनी गेहूं बेचने के लिए पहुंचे। किसानों को क्रय केंद्र पर मिल रहे गेहूं के दाम पर उनके घर पर ही खरीदा करने वाले व्यापारी मिल जा रहे हैं। जिससे केंद्र पर सन्नाटा दिखाई दे रहा है। केंद्र प्रभारी अखिलेश कुमार ने बताया कि अब तक सात किसानों से 227 कुंतल की ही खरीदारी हुई है। तो कुछ किसान अब तक बता रहे हैं फसल ही नहीं कटी है।
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