Kairana-Thana Bhawan Road Construction Delayed for 4 Years Authorities in Dilemma चार साल से अधूरे खस्ताहाल मार्ग पर धूल फांक रहे अफसर और जनता, Shamli Hindi News - Hindustan
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चार साल से अधूरे खस्ताहाल मार्ग पर धूल फांक रहे अफसर और जनता

Shamli News - कैराना-थानाभवन मार्ग का निर्माण चार सालों से अधूरा है। झिंझाना से ऊन मार्ग का कार्य रुका हुआ है, जिससे राहगीरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों के लिए यह मार्ग मुख्य है, लेकिन लगातार...

Newswrap हिन्दुस्तान, शामलीFri, 4 April 2025 03:20 AM
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चार साल से अधूरे खस्ताहाल मार्ग पर धूल फांक रहे अफसर और जनता

चार साल हो गए जब कैराना थानाभवन मार्ग का निर्माण शुरू हुआ था तो लोगों बड़ी खुशी हुई लेकिन चार साल इस मार्ग का निर्माण पूरा होने का नाम नहीं ले रहा है। कैराना से झिंझाना गाड़ी वाला तक मार्ग तब बना दिया गया था लेकिन झिंझाना से ऊन मार्ग तब से बीच में ही छोड़ दिया गया है। अब हालत यह है कि मार्ग पूरी तरह से गडढ़ों में तब्दील हो चुका है। चार साल से राहगीर ही नहीं बल्कि अफसर भी धूल फांक रहे है। ऊन तहसील में आने जाने का अफसरों के लिए भी यह मुख्य मार्ग है। इसको लेकर आंदोलन आदि भी खूब हुए लेकिन विभाग एवं प्रशासनिक अमला भी बेबस नजर आ रहा है। चार साल बाद अब कार्यदायी कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने का नोटिस भेजा गया है लेकिन अधिकारी अभी भी कुछ मार्ग के निर्माण को लेकर कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।

वर्ष 2021 में कैराना से थानाभवन मार्ग बाया झिंझाना बाया ऊन मार्ग को स्वीकृति प्रदान की गई गई थी। इसकी टेंडर आदि की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई थी। करीब तीस करोड़ रुपये में इसका टेंडर छोड़ा गया था कम्पनी को यह टेंडर म ई 2022 तक पूरा करना था लेकिन कम्पनी ने कैराना से झिंझाना तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया तब लग रहा था कि इस पूरे मार्ग का निर्माण शीघ्र पूरा हो जायेगा, लेकिन झिंझाना गाड़ीवाला तक मार्ग का निर्माण करके छोड़ दिया गया। इससे आगे का निर्माण प्रारंभ ही नहीं किया गया। तब से लेकर चार साल गुजर गए लेकिन मार्ग का निर्माण नहीं हुआ। इसको लेकर सामाजिक संगठन व व्यापारियों ने भी मार्ग को बनवाने के लिए तहसील पर धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल तक की। 22 दिन तक आंदोलन चला। इस पर विभाग के चीफ इंजीनियर ने धरना स्थल पर पहुंचकर मार्च तक निर्माण कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया था। उस समय विभाग ने निर्माणदायी कंपनी पर दबाव बनाकर निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू करा दी थी लेकिन दस पंद्रह दिन बाद ही काम फिर बंद कर दिया गया। इसके बाद अधिकारी भी चुप्पी साधे रहे। वह भी खस्ताहाल मार्ग का दंश झेल रहे है। तहसील स्तरीय अधिकारी ही नहीं बल्कि संपूर्ण समाधान दिवस अथवा निरीक्षण के लिए जिला स्तरीय अधिकारी एवं डीएम भी इसी मार्ग से होकर गुजरते है लेकिन मार्ग कब बनेगा इसका लेकर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। लोक निर्माण विभाग के एक्शन राजकुमार सिंह ने बताया रवि कंस्ट्रक्शन कंपनी को एक साल के लिए डिबार किया हुआ है, कंपनी को पहला नोटिस पूर्व में जारी किया गया था। लेकिन उसके बाद भी कार्य पूर्ण नहीं होने पर ठेकेदार को उच्चाधिकारियों द्वारा वार्तालाप के लिए बुलाया गया है ।

बदहाल मार्ग से हाल बेहाल

ऊन झिंझाना मार्ग के नहीं बनने से जहां आमजन त्रस्त है तो वहीं व्यापारियों को भी नरकीय जीवन जीना पड़ रहा है। कस्बे में मार्ग के गढ्ढो में आये दिन बाइक सवार चोटिल हो रहे हैं।तो सड़क से उठी धूल मिट्टी व्यापारियों को बीमार कर रही है।

व्यापारी अमृत गुप्ता

ऊन झिंझाना मार्ग की खस्ता हालत किसी से छिपी नहीं है। कस्बे में मार्ग की बहुत ही दयनीय हालत है।मार्ग को बनवाने के लिए जिलाधिकारी से मिलकर वार्ता की जायेगी। उसके बाद आगे की रणनीति तैयार होगी।

शांता कुमार जिलाध्यक्ष भाकियू

ऊन झिंझाना मार्ग में कस्बे की खस्ता हालत को लेकर लगभग जेई से लेकर उच्चाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से वार्ता हो चुकी है। लेकिन केवल आश्वासन ही मिल रहा है। मार्ग की खस्ता हालत के चलते कस्बे की भी बदनामी हो रही है। जिसको बनवाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।

सुरेशपाल कश्यप चेयरमैन नगर पंचायत झिंझाना

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