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कहीं ठीक मिले तो कहीं पर बंद मिले अग्निशमन यंत्र

Shravasti News - पड़ताल - सरकारी अस्पतालों में आग से बचाव के लिए मिले संसाधन - निजी अस्पतालों

Newswrap हिन्दुस्तान, श्रावस्तीTue, 15 April 2025 07:10 PM
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कहीं ठीक मिले तो कहीं पर बंद मिले अग्निशमन यंत्र

पड़ताल - सरकारी अस्पतालों में आग से बचाव के लिए मिले संसाधन

- निजी अस्पतालों में लगे यंत्रों की नहीं होती है देखभाल

श्रावस्ती,टीम। लखनऊ के एक अस्पताल में सोमवार को लगी आग में कई लोग घायल हो गए। जिले में भी अस्पतालों में लगे अग्निशमन केन्दों में हालत ठीक नहीं है। इससे आग जैसी घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने में समस्या हो सकती है। गनीमत है कि श्रावस्ती जिले में कोई भी अस्पताल बहुमंजिला नहीं है। इससे विभाग भी मौन साधे रहता है।

जिला अस्पताल की बिल्डिंग दो मंजिला है। दोनों मंजिलों पर आग बुझाने के लिए पानी के पाइप लगे हैं। लेकिन इनकी जांच नहीं होती है। इसके कारण आग बुझाने पर कितने कारगर होंगे। यह तो समय आने पर ही पता चलेगा। जबकि सीएमएस ने बताया कि सभी उपकरण ठीक काम कर रहे हैं।

गिरंट संवाद के अनुसार- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरदत्त नगर गिरंट में चिकित्साधिकारी कक्ष के सामने एक अग्निशमन यंत्र का छोटा सिलेण्डर रखा मिला। जिससे आग पर काबू पाने में समस्या हो सकती है। यहां पर कई महीनों से किसी चिकित्सक की तैनाती ही नहीं हुई है।

जमुनहा संवाद के अनुसार- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मल्हीपुर एवं उसके अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमुनहा में आग जैसी दुर्घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन यंत्र स्थापित कर दिए गए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में अक्सर बिजली शार्ट सर्किट, गैस लीकेज या अन्य तकनीकी कारणों से आग लगने की संभावनाएं बनी रहती हैं। इसी को देखते हुए प्रशासन ने मल्हीपुर एवं जमुनहा के केंद्रों पर अग्निशमन यंत्रों की व्यवस्था की है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में समय रहते आग पर काबू पाया जा सके। अग्निशमन यंत्र लगाए जाने के साथ ही कर्मचारियों को इसके प्रयोग की जानकारी भी दी गई है। जिससे हादसे के समय घबराहट न हो और तत्परता से आग बुझाई जा सके। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अस्पतालों में मरीजों और स्टाफ की सुरक्षा सर्वोपरि है। अग्निशमन यंत्र लगाने का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा मानकों को मजबूत करना है।

इकौना संवाद के अनुसार- सीएचसी इकौना क्षेत्र में अस्पतालों में मरीजों के लिए आग से बचाव के लिए अग्निशमन उपकरण लगा पाया गया। लेकिन इन यंत्रों की कभी कभार जांच की जाती है। सीएचसी इकौना क्षेत्र में आरके मिश्रा हॉस्पिटल ,नंदिनी हॉस्पिटल, सहारा हॉस्पिटल ,भगौती प्रसाद मिश्रा सेवा हॉस्पिटल में अग्निशमन उपकरण लगे मिले। इसी तरह से सीएचसी इकौना में भी अग्निशमन उपकरण प्रथम तल व द्वितीय तल में लगे मिले। अधीक्षक ने बताया कि सीएचसी में समय समय पर अग्निशमन यंत्रों को चला कर देखा जाता है।

गिलौला संवाद के अनुसार- सीएचसी गिलौला में अग्निशमन यंत्र लगे हैं। लेकिन चालू नहीं किया जाता है। इससे आपात स्थिति में काम करेगा या नहीं करेगा। इस बारे में नहीं कहा जा सकता है। अधीक्षक ने बताया कि सभी उपकरण चालू हालत में हैं।

कोट

सभी अस्पतालों में अग्निशमन यंत्र लगे हैं। अस्पतालों में लगे यंत्रों की जांच भी समय समय पर की जाती है। जहां खराब मिलते हैं वहां बदलवाया जाता है।

डा एके सिंह, सीएमओ

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