गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए स्वस्थ मन और शरीर बहुत जरूरी
Siddhart-nagar News - सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में शिक्षकों संग बैठक में बोलीं कुलाधिपति ल ने कहा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए स्वस्थ मन और स्वस्थ शरीर बहुत जरूरी ह

सिद्धार्थनगर, हिटी। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में सोमवार को राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए स्वस्थ मन और स्वस्थ शरीर बहुत जरूरी है। शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों व शिक्षकों के स्वास्थ्य जागरूकता के कार्यक्रम निरंतर संचालित होने चाहिए। ये बातें उन्होंने सोमवार की शाम विवि में शिक्षकों संग बैठक में कहीं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का उल्लेख करते हुए मोटापा से होने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियों विशेष रूप से विद्यार्थियों और शिक्षकों में इस विकार से बचने के उपायों पर बल दिया। साथ ही छात्राओं के हीमोग्लोबिन की कमी और एनीमिया से बचाव के प्रति विश्वविद्यालय को आगे बढ़कर स्वास्थ्य से संबंधित कार्यक्रम कराने को कहा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ संपर्क करके किया जाना चाहिए। इससे पूर्व कुलपति प्रोफेसर कविता शाह ने विश्वविद्यालय की प्रगति यात्रा का पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रभावी प्रस्तुति की जिसको कुलाधिपति ने सराहा। कार्यक्रम के अंत में राम वन गमन का नाट्य मंचन विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की ओर से किया गया। नाट्यमंचन को देखते हुए राज्यपाल भावुक हो गईं।
विवि में छात्रों की संख्या बढ़ाने पर जोर
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या को और अधिक बढ़ने के लिए कुलाधिपति ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय अपने स्तर पर यह जानकारी प्राप्त करें कि प्रत्येक गांव से अधिक से अधिक विद्यार्थी विश्वविद्यालय में पढ़ने आएं। कोई गांव ऐसा तो नहीं जहां के एक भी विद्यार्थी विश्वविद्यालय में प्रवेश न लिए हों इसकी जानकारी प्राप्त करके ऐसे गांव में और अधिक प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आसपास के गांव के विद्यार्थियों को यह जानकारी दी जानी चाहिए कि विश्वविद्यालय में अब कला वाणिज्य के साथ विज्ञान की भी शिक्षा की गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई हो रही है। विवि अध्ययन यहां के आसपास के विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित होगी। इसलिए शिक्षकों की टीम बनाकर आसपास के इंटर कॉलेज में संपर्क करना आवश्यक है।
नेपाली छात्रों को आकर्षित करना जरूरी
उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय भारत नेपाल सीमा पर स्थित है इसलिए विदेशी विशेष रूप से नेपाली छात्रों को और आकर्षित किया जाना जरूरी है। विश्वविद्यालय में निर्माण कार्यों के बारे में भी उन्होंने जानकारी प्राप्त की और उससे संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव दिया।
विद्यार्थी और शिक्षकों में कम होती जा रही किताब पढ़ने की आदत
राज्यपाल ने कहा कि आजकल मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से विद्यार्थियों और शिक्षकों में किताब पढ़ने की आदत कम होती जा रही है इसलिए राजभवन और शासन ने पढ़े विश्वविद्यालय बढ़े पढ़े महाविद्यालय बढ़े महाविद्यालय का कार्यक्रम निर्देशित किया था। इसमें और संख्या जोड़ी जानी चाहिए। ऐसे कार्यक्रमों को व्यापक स्वरूप में करने के लिए विश्वविद्यालय कार्यक्रमों के लिए अलग-अलग कमेटी बनाकर उसको और व्यवस्थित ढंग से संचालित कर सकती है।
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