हाईकोर्ट में बजा सायरन, जो जहां था रुका और झुका लिया सिर, पहलगाम पर जताया गया शोक
पहलगाम आतंकी हमले पर शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दो मिनट का मौन रखकर शोक जताया गया। दस बजे सायरन बजा और जो जहां था वहीं रुका और सिर झुका लिया।

पहलगाम आतंकी हमले में लोगों की मौत पर शोक जताने के लिए शुक्रवार सुबह हाईकोर्ट में अभूतपूर्व दृश्य देखने को मिला। सुबह लगभग साढ़े 10 बजे सायरन की आवाज गूंजी और फिर न्याय कक्षों, कॉरिडोर, लॉन लाइब्रेरी हॉल में न्यायाधीश, अधिवक्ता, पीठ कर्मचारी और वादकारी जो जहां था वहीं सिर झुकाकर खड़ा हो गया। परिसर में अंदर से बाहर तक दो मिनट पिन ड्रॉप साइलेंस रहा। दो मिनट बाद सायरन की आवाज फिर गूंजी तो सन्नाटा टूट गया और सभी अपने काम में व्यस्त हो गए। बेंच, बार और वादकारियों ने इस तरह पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को एकसाथ शोक श्रद्धांजलि अर्पित की। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के आह्वान पर वकीलों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर आतंकी घटना का विरोध दर्ज कराया।
उच्च न्यायालय कर्मचारी अधिकारी संघ ने भी शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे दो मिनट का मौन रखकर पहलगाम के आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उच्च न्यायालय प्रशासन की अधिसूचना में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सुबह साढ़े दस बजे दो मिनट का मौन रखने के निर्देश दिए गए थे।
इसी क्रम में सभी अनुभागों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। संघ के महासचिव निखिल कुमार सिंह ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस कायरतापूर्ण हमले की गहन जांच की जाए और दोषियों को न्याय संगत कठोर से कठोर दंड दिया जाए।
इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजयानंद द्विवेदी, कनिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष प्रताप सिंह, संयुक्त सचिव बृजेश यादव, सहायक सचिव अंकुर, कोषाध्यक्ष प्रकर्ष मालवीय, खेल सचिव जुनैद अहमद, कार्यकारिणी सदस्य आदिल शमीम, अभिलाषा कटियार, श्री नवनीत सिंह, अखलेश कुमार, उर्मिला सिंह, ख़ुशबू केवलानी कंदरु, राजकुमार मिश्र, चंद्र भूषण भारतीय, शिवम गुप्ता, कुणाल राज, सुशील डिमरी, धनी राम वर्मा, विक्रम उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त रोष है। जगह-जगह लोग सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार से निर्णायक फैसला लेने की मांग कर रहे हैं।