गोरखपुर एयरपोर्ट के साथ जल्द जुड़ेगी एक और उपलब्धि, खुद कंट्रोल करेगा एयर ट्रैफिक
खुद का डाप्लर वेरीहाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज (डीवीओआर) लगाने के लिए गोरखपुर एयरपोर्ट को चार एकड़ जमीन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। जल्द ही वन विभाग औपचारिक रूप से एयरपोर्ट को जमीन हैंडओवर कर देगा।

Gorakhpur Airport News: गोरखपुर एयरपोर्ट पर दूसरा टर्मिनल खुलने के बाद जल्द ही एक और नई उपलब्धि जुड़ने वाली है। एयरपोर्ट परिसर में खुद का डाप्लर वेरीहाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज (डीवीओआर) लगाने के लिए एयरपोर्ट को चार एकड़ जमीन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। जल्द ही वन विभाग औपचारिक रूप से एयरपोर्ट को जमीन हैंडओवर कर देगा। जमीन हैंडओवर होते ही सिस्टम लगाने का काम शुरू हो जाएगा। एयरपोर्ट का खुद का डीवीओआर अत्याधुनिक होने के साथ ही हाई-फ्रिक्वेंसी का होगा।
ये सिस्टम को विमानों को रास्ता तो दिखाएगा ही साथ ही एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से विमानों को 100 किलोमीटर रेंज तक नियंत्रित कर सकेगा। ये रडार लैंडिंग और टेकऑफ में भी सहायक होगा। अभी एअरपोर्ट के रनवे के ऊपर आने के बाद लैंडिंग के दौरान लगने वाले समय में भी कमी आएगी। इससे विमानों की पहले से बेहतर ट्रैकिंग संभव होगी और एटीसी का काम भी अधिक सुविधाजनक हो जाएगा।
हवाई सुरक्षा प्रणाली भी अधिक मजबूत होगी एयरपोर्ट की खुद की वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज डॉप्लर रडार लग जाने से हवाई सुरक्षा प्रणाली और भी अधिक मजबूत होगी। वर्तमान समय में एयरपोर्ट, एयरफोर्स के डीवीओआर से काम चल रहा है। नया डीवीओआर विश्व की आधुनिकतम तकनीक पर आधारित है जो दिल्ली, मुंबई जैसे देश के बड़े एयरपोर्ट पर इस समय इस्तेमाल हो रहा है।
विस्तार के बाद बढ़ सकेंगी उड़ानें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर एयरपोर्ट का 44 एकड़ में विस्तार किए जाने की तैयारी तेजी से चल रही है। एयरफोर्स ने जमीन जिला प्रशासन को सौंप दी है। जल्द ही जमीन एयरपोर्ट को हैंडओवर कर दी जाएगी।एयरपोर्ट को 44 एकड़ जमीन मिल जाने से जहां टर्मिनल का विस्तार होगा। वहीं एप्रेन (जहाज की पार्किंग) की संख्या 10 हो जाएगी। इससे उड़ानों की संख्या बढ़ जाएगी और गोरखपुर एयरपोर्ट टर्मिनल भी लखनऊ और वाराणसी के समकक्ष खड़ा हो सकेगा। एयरपोर्ट विस्तार में आठ गेट बनाए जाएंगे। चार गेट से प्रवेश और चार गेट से निकासी होगी।