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एआरटी में काउंसलर का पद रिक्त होने एचआईवी रोगी परेशान

Unnao News - उन्नाव के जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर में काउंसलर का पद रिक्त होने से एचआईवी मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कई दिनों से मरीजों की काउंसलिंग नहीं हो पा रही है, जिससे उनकी स्वास्थ्य...

Newswrap हिन्दुस्तान, उन्नावThu, 17 April 2025 05:51 PM
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एआरटी में काउंसलर का पद रिक्त होने एचआईवी रोगी परेशान

उन्नाव, संवाददाता। जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर में काउंसलर का पद रिक्त होने से एचआईवी मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। यह सेंटर केवल स्टाफ नर्स और अन्य कर्मियों के भरोसे चल रहा है। काउंसलर की भर्ती कब तक होगी, इसका जवाब जिम्मेदार भी नहीं दे पा रहे हैं। ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस को आमतौर पर एचआईवी कहा जाता है। यह वायरस संक्रमित मरीज के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है और एड्स नामक गंभीर बीमारी का कारण बनता है। आमतौर पर एचआईवी पीड़ित मरीज भावनात्मक रूप से कमजोर हो जाता है। ऐसे में उसकी मनोदशा को स्थित रखने, संक्रमण की स्थिति और इलाज के विकल्पों की जानकारी देने के लिए इन मरीजों की काउंसलिंग की जाती है। इसके लिए जिला अस्पताल के प्रथम तल पर एआरटी सेंटर संचालित है। यहां रोजाना करीब पांच से दस मरीज काउंसलिंग के लिए पहुंचते हैं। बीते कई दिनों से इन मरीजों की काउंसलिंग नहीं हो पा रही है। यहां तैनात संविदा के पद पर तैनात काउंसलर शशि किरन का कार्यकाल एक अप्रैल को पूरा हो गया था। इसके बाद यह पद रिक्त है। अब तक अस्पताल प्रशासन इस पद पर किसी अन्य की भर्ती नहीं कर पाया है। ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को स्वास्थ्य और इलाज के विषय में जानकारी नहीं मिल पा रही है। इससे वह निराश होकर वापस लौटने को मजबूर हैं।

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एआरटी सेंटर में तैनात काउंसलर का कार्यकाल पूरा हो गया था। ऐसे में यह पद कुछ दिनों से रिक्त है। जल्द इस पद पर तैनाती की जाएगी ताकि मरीजों को काउंसलिंग का लाभ मिल सके।

जिला अस्पताल, सीएमएस

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एक हजार मरीजों का चल रहा इलाज

जिले में करीब एक हजार एचआईवी पॉजिटिव हैं। इन सभी का इलाज एआरटी सेंटर में चल रहा है। यहां मरीजों को दवा के साथ बीमारी से बचाव के बारे में जानकारी भी दी जाती है। हालांकि, यहां समुचित व्यवस्थाएं न होने से मरीजों को अक्सर परेशानी झेलनी पड़ती है।

नाको के जरिए होती है भर्ती

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) एड्स के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम तथा पहल करता है। एचआईवी से पीड़ित लोगों की देखभाल और सहायता करने संबंधी कार्य भी इस संगठन के जरिए ही किए जाते हैं। अस्पताल में काउंसलर की भर्ती भी इसी संस्था द्वारा कराई जाती है।

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