आतंकी हमले के विरोध में नहीं हुआ था मुस्लिम युवक का मर्डर, हत्या का वीडियो बनाना चाहते थे आरोपी
आगरा में शिल्पग्राम के पास ताजनगरी फेसवन (ताजगंज) में हुए गुलफाम हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। बिरयानी के पैसों को लेकर हुए विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया था। तीन आरोपित पकड़े गए हैं।

आगरा में शिल्पग्राम के पास ताजनगरी फेसवन (ताजगंज) में हुए गुलफाम हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। बिरयानी के पैसों को लेकर हुए विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया था। तीन आरोपित पकड़े गए हैं। दो हत्या में शामिल थे और एक की इंस्टा आईडी से सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला वीडियो वायरल किया गया था। मुठभेड़ में हत्यारोपियों के पैर में गोली लगी है। जिसकी आईडी से वीडियो वायरल हुआ था वह ठीक है। हत्या में शामिल एक मुख्य आरोपित अभी फरार है।
23 अप्रैल की रात शाहिद अली चिकन बिरयानी रेस्टोरेंट पर घटना हुई थी। बाइक पर तीन युवक आए थे। शाहिद अली के चचेरे भाई गुलफाम (27) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एक गोली मौके पर मौजूद सैफ अली को भी मारी थी। गुलफाम के अलावा वहां सैफ अली, मुन्ना और जीशान मौजूद थे। हत्याकांड के एक घंटे बाद इंस्टाग्राम पर मनोज चौधरी की आईडी से भड़काऊ वीडियो पोस्ट किया गया था। जिसमें दो युवक दिख रहे थे। उन्होंने अपनी पैंट में चाकू और तमंचे लगा रखे थे।
एक युवक ने हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया। पोस्ट किए गए वीडियो की जानकारी पुलिस को दूसरे दिन हुई थी। जांच के दौरान पता चला कि वीडियो मलपुरा के गांव नगला भूरिया निवासी मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर की आईडी से पोस्ट किया गया था। वीडियो में हत्या की जिम्मेदारी ले रहा युवक ताजगंज के गांव करभना निवासी पुष्पेंद्र बघेल है। उसके बराबर में जो युवक खड़ा था, उसका नाम शिवम बघेल है। वह भी गांव करभना का है।
वीडियो गांव करभना निवासी प्रियांश यादव ने बनाया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे। सर्विलांस की मदद ली गई थी। छानबीन में पता चला कि हत्याकांड की रात बाइक पर प्रियांश यादव, शिवम बघेल व पुष्पेंद्र बघेल आए थे। पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी। मुठभेड़ के दौरान प्रियांश यादव, शिवम बघेल व मनोज चौधरी को पकड़ा गया है। वीडियो में नीली बनियान पहने युवक पुष्पेंद्र बघेल था, जो फरार है।
हत्या का वीडियो बनाना चाहता था
गुलफाम हत्याकांड में गिरफ्तार प्रियांश यादव और शिवम बघेल की उम्र 20 साल है। पुलिस को शिवम ने बताया कि मास्टर माइंड पुष्पेंद्र बघेल है। उसकी योजना हत्या करते हुए वीडियो बनाकर वायरल करने की थी। प्रियांश यादव को वीडियो बनाने के लिए कहा गया था। वह रेस्टोरेंट के पास मोबाइल लेकर मौजूद था। गोलियां चलते ही वह घबरा गया। वीडियो ठीक से नहीं बना। हत्या के बाद जब पुष्पेंद्र ने वीडियो देखा तो वह परेशान हो गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखे, जिसमें प्रियांश यादव का बयान मैच कर रहा है।
वारदात में किसकी क्या रही भूमिका
- पुलिस के अनुसार 23 अप्रैल की रात बाइक पर गांव करभना निवासी पुष्पेंद्र बघेल, शिवम बघेल, प्रियांश यादव आए थे। पुष्पेंद्र बघेल और शिवम बघेल ने गोलियां चलाई थीं।
- घटना के बाद प्रियांश यादव ने वीडियो बनाया, वीडियो में पुष्पेंद्र बघेल और शिवम बघेल मौजूद थे।
- वीडियो में पुष्पेंद्र बघेल नीली बनियान पहनकर बोल रहा था। बराबर में शिवम बघेल खड़ा था।
- मनोज चाहर की इंस्टा आईडी से वीडियो वायरल किया गया था। जानबूझकर क्षत्रिय गोरक्षा दल का नाम लिया गया था।
सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की घिनौनी साजिश
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि हत्यारोपियों ने पूछताछ में बताया कि पुष्पेंद्र बघेल ने हत्या के बाद वायरल वीडियो में क्षत्रिय गौरक्षा दल का नाम लिया था। पिछले दिनों क्षत्रिय करणी सेना ने प्रदर्शन किया था। शहर में बवाल भी हुआ था। पुलिस का ध्यान भटकाने और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के लिए घटना को पहलगाम से जोड़ने का प्रयास किया था। जबकि हत्याकांड बिरयानी के पैसों को लेकर हुए विवाद के कारण किया गया था। पुलिस को भटकाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए वीडियो में झूठ बोला गया था।
इनकी हुई गिरफ्तारी
करभना के प्रियांश यादव व शिवम बघेल और नगला भूरिया के मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर को पकड़ा है। दो तमंचे, कारतूस और एक बाइक बरामद की गई है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि एसीपी ताजगंज सैयद अरीब अहमद के नेतृत्व में एक एसआईटी काम कर रही थी। इसका प्रभारी इंस्पेक्टर ट्रांसयमुना भानुप्रताप सिंह को बनाया। इंस्पेक्टर न्यू आगरा जसवीर सिरोही, एसओजी प्रभारी जैकब फर्नांडिस, एसआई अंकुर मलिक, सुनीत शर्मा, नीलेश शर्मा, अमर राणा, राजीव कुमार शामिल थे। टीम को 25 हजार का पुरस्कार एवं एसीपी को प्रशस्ति पत्र दिया गया है।