स्कूल में सात छात्राओं की एक साथ हालत बिगड़ी, डॉक्टर ने बताया सामूहिक रूप से आया पैनिक अटैक
यूपी के फिरोजाबाद में दाऊदयाल इंग्लिश मीडियम स्कूल में बुधवार को अचानक 7 छात्राओं की हालत बिगड़ गई। कक्षा पांच की छात्राओं की हालत देख स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

यूपी के फिरोजाबाद में दाऊदयाल इंग्लिश मीडियम स्कूल में बुधवार को अचानक 7 छात्राओं की हालत बिगड़ गई। कक्षा पांच की छात्राओं की हालत देख स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत में सुधार होने पर घर चली गईं। दाऊदयाल स्कूल की कक्षा पांच की सात छात्राओं की बुधवार को अचानक तबीयत खराब हो गई। उन्हें घबराहट, सिर दर्द चक्कर की शिकायत हो गई। छात्राओं की हालत देख अध्यापिकाएं घबरा गईं। उन्होंने प्रधानाचार्य को बच्चों की तबीयत के बारे में बताया।
पता चलते ही स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। उन्होंने संबंधित छात्राओं के परिजनों को जानकारी दी। बाद में बीमार बच्चों को स्कूल बस से उपचार के लिए स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबंधित 100 शैय्या अस्पताल के बाल रोग विभाग में भर्ती कराया। छात्राओं के परिजन भी अस्पताल में पहुंच गए।
सामूहिक पैनिक अटैक जैसी स्थिति
मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एलके गुप्ता ने वार्ड में पहुंचकर सभी छात्राओं का चेकअप किया। उन्होंने सामूहिक पैनिक अटैक का मामला बताया। उनका कहना था कि एक बच्ची की स्थिति देखकर अन्य वच्चे मानसिक रूप से प्रभावित हो जाते हैं। सभी बच्चियों की जांच की गई है, वे शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हैं।
इनकी तबीयत हुई थी खराब
दाऊदयाल स्कूल में आराध्या (10) वर्ष पुत्री अश्वनी कुमार निवासी शिव कॉलोनी जलेसर रोड, टीना (10) पुत्री संजय निवासी देवकी नगर थाना उत्तर, पूर्वी (11) पुत्री सत्यम निवासी कोटला मोहल्ला थाना दक्षिण, तमन्ना (11) पुत्री संजय निवासी द्वारिकापुरी थाना उत्तर की तवितय बिगड़ी थी। दो अन्य छात्राओं में भी सुधार होने पर घर भेज दिया था। सभी छात्राएं कक्षा पांच में पढ़ती है। चिकित्सक ने छात्राओं के माता पिता से कहा है कि बच्चियों के स्कूल भेजने से पहले पौष्टिक नाश्ता कराएं। बच्चों के साथ पानी की बोतल रखें।
प्राथमिक उपचार के बाद सुधरी हालत, घर भेजी गईं
स्कूल के कोऑर्डिनेटर दीपक कुमार ने बताया एक बच्ची की अचानक तबीयत खराब होने पर हम उसे सरकारी अस्पताल लेकर आए। जहां उसकी उपचार के बाद छुट्टी कर दी गई। वह सकुशल घर चली गई। वापस कॉलेज पहुंचे तो धीमे-धीमे तीन चार छात्राओं की हालात एक दूसरे को देखकर बिगड़ गई। जिन्हें तत्काल उपचार के लिए स्कूल बस से लाकर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां सभी की हालत सही है।