यूपी पुलिस ने हाफ एनकाउंटर में पकड़े पर्ची गैंग के तीन शातिर, मुठभेड़ में तीनों के पैर में लगी गोली
यूपी के आगरा में पोड्या घाट के पास मंगलवार देर रात पुलिस और टप्पेबाजों के बीच मुठभेड़ हुई। तीन टप्पेबाजों के पैर में गोली लगी। उनके दो साथी बाद में पकड़े गए। आरोपियों ने सुबह की सैर के समय एक बुजुर्ग को ठगा था।

यूपी के आगरा में पोड्या घाट के पास मंगलवार देर रात पुलिस और टप्पेबाजों के बीच मुठभेड़ हुई। तीन टप्पेबाजों के पैर में गोली लगी। उनके दो साथी बाद में पकड़े गए। आरोपियों ने सुबह की सैर के समय एक बुजुर्ग को ठगा था। अंगूठी और चेन लेकर भाग गए थे। तभी से पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी। तक्षशिला कॉलोनी निवासी 70 वर्षीय चंद्रप्रकाश के साथ 16 मई को घटना हुई थी। टप्पेबाज बाइक पर थे। पता पूछने के बहाने पहले एक ने उन्हें रोका था। शातिर के दो साथी बाद में एक-एक करके वहां आए थे।
एसीपी हरीपर्वत विनायक भोसले ने बताया कि इंस्पेक्टर न्यू आगरा राजीव त्यागी के नेतृत्व में पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में जुटी थी। सीसीटीवी से अहम सुराग मिले। पुलिस ने देर रात महेंद्र (जोगीपाड़ा, शाहगंज), मनोज गोस्वामी (चक्की वाली गली, शाहगंज) व हकीम गोस्वामी (भगत सिंह कॉलोनी फरीदाबाद) को पकड़ा। तीनों के पैर में गोली लगी है। महेंद्र वर्तमान में मयूर विहार, दिल्ली में रह रहा था। बाद में पुलिस ने कुलदीप (पृथ्वीनाथ फाटक, शाहगंज) व जगदीश (चक्की वाली गली, शाहगंज) को पकड़ा। आरोपियों के पास से एक चेन, दो अंगूठी व 50080 रुपये बरामद हुए।
पर्ची से करते हैं ठगी
जोगीपाड़ा शाहगंज इलाके में पर्ची गैंग के कई सदस्य रहते हैं। पहले गैंग का कोई सदस्य रास्ते में किसी को पता पूछने के बहाने रोकता है। इसी दौरान गैंग के अन्य सदस्य वहां आ जाते हैं। वे पता पूछने वाले से पर्ची निकालने के लिए बोलते हैं। सौ रुपये लगाकर एक पर्ची खींचते हैं। उनके हजार रुपये निकल आते हैं। इस तरह वे कुछ ही देर में हजारों रुपये जीत जाते हैं। यह देख जिस राहगीर को पहले रोका होता है, उसे भी लालच आ जाता है। शातिर उससे भी रुपये लगाने के लिए बोलते हैं। रुपये न होने पर उसकी अंगूठी, चेन आदि सामान लगवा देते हैं। राहगीर जो पर्ची निकालता है, वह खाली निकलती है।