पशु तस्करों के पीछे पड़ी यूपी पुलिस, लगातार दूसरे दिन एनकाउंटर; गोली लगने के बाद एक और गिरफ्तार
अनूप, बिहार के पशु तस्करों को शहर से पशु उठाने में मदद करता था। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर हुई घेराबंदी में सरेंडर करने की बजाए फायरिंग कर भागने की कोशिश कर रहे तस्कर को पुलिस की जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगी है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यूपी पुलिस पशु तस्करों के पीछे पड़ी है। गोरखपुर में लगातार दूसरे दिन एनकाउंटर हुआ है। रविवार की भोर में पुलिस ने एक तस्कर को मुठभेड़ में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया। यह तस्कर बिहार के पशु तस्कर गिरोहों से जुड़ा है। वह उनकी गोरखपुर शहर से पशुओं को उठाने में मदद करता था। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर हुई घेराबंदी में सरेंडर करने की बजाए फायरिंग कर भागने की कोशिश कर रहे तस्कर को पुलिस की जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगी है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पकड़े गए पशु तस्कर की पहचान अनूप यादव के रूप में हुई है। यह गोरखपुर के गुलरिह थाना क्षेत्र के हरसेवकपुर का रहने वाला है और बिहार के पशु तस्कर के साथ मिलकर काम करता था। वह पहले के दो मुकदमों में गोरखपुर के थाना शाहपुर से वांछित भी चल रहा था।
एसपी सिटी ने अभिनव त्यागी ने बताया कि शनिवार की रात में पुलिस की चेकिंग अभियान जारी थी इस बीच एक संदिग्ध युवक बाइक से आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे रोकने का इशारा किया तो वह भागने लगा। पीछा करने पर पुलिस टीम पर आरोपित ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी और वह बाइक सहित जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। पैर में गोली लगने की वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराय गया। उसकी पहचान अनूप यादव के रूप में हुई।
पता चला कि पशु तस्करों के लिए यह लोकल हैंडलर के रूप में काम करता था। शहर में पशुओं को उठाने की व्यवस्था करता था और बाइक से खुद पिकअप के आगे रहते हुए रास्ता बताता तथा पुलिस की चेकिंग आदि से उन्हें खबर करता था। एसपी सिटी ने बताया कि शनिवार की भोर में हुए मुठभेड़ में साहब अंसारी के साथ अनूप भी था लेकिन वह फरार हो गया था उसके बाद से ही उसकी तलाश चल रही थी। अनूप यादव पर कई मुकदमे दर्ज हैं। पहले के दो मुकदमों में वह शाहपुर थाने से वांछित था।
बता दें कि गोरखपुर, कुशीनगर और आसपास के जिलों में पशु तस्करों के कई गैंग वर्षों से सक्रिय रहे हैं। उत्तर प्रदेश में गोकशी पर शिकंजा कसने और पशु तस्करों के खिलाफ पुलिस की मुस्तैदी से काफी हद तक ऐसी घटनाओं पर विराम लगा है लेकिन फिर भी बिहार के पशु तस्करों से जुड़कर इस काले धंधे को जिंदा रखने की कोशिश में पशु तस्कर जुटे रहते हैं। इधर, पुलिस लगातार उनके खिलाफ अभियान छेड़े हुए है। लगातार दूसरे दिन शनिवार के बाद रविवार को गोरखपुर में हुए एनकाउंटरों को इसी अभियान से जोड़कर देखा जा रहा है।