अवैध कब्जे का समर्थन कर रहे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, वृंदावन के पीठाधीश्वर पहुंचे कोर्ट, पुलिस से रिपोर्ट तलब
अवैध कब्जा करने वालों का समर्थन का वित्त मंत्री सुरेश खन्ना पर आरोप लगाते हुए सनातन धर्म रक्षापीठ वृंदावन व पीठाधीश्वर कथावाचक कौशल किशोर ठाकुर महाराज कोर्ट पहुंच गए हैं। उनकी याचिका पर कोर्ट ने वृंदावन कोतवाली पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। अगली सुनवाई 12 मई को होगी।

यूपी की योगी सरकार में वितमंत्री सुरेश खन्ना के खिलाफ अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी एमएलए विशेष न्यायालय सीनियर डिवीजन प्रथम की अदालत में अवैध कब्जे के संरक्षण का वाद दायर किया गया है। ब्रज के धार्मिक अस्तित्व एवं मंदिर मठ आश्रमों के संरक्षण पर कार्य करने वाली संस्था सनातन धर्म रक्षापीठ वृंदावन व पीठाधीश्वर कथावाचक कौशल किशोर ठाकुर महाराज के वाद पर कोर्ट ने वृंदावन कोतवाली पुलिस से रिपोर्ट तलब की है और अगली सुनवाई के लिए 12 मई की तिथि निर्धारित की है।
कथावाचक कौशल किशोर ठाकुर ने आरोप लगाया कि वृंदावन के संत स्वामी शरणानंद के मानव सेवा संघ आश्रम के अवैध कब्जे धारियों को संरक्षण एवं भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार के वित्तमंत्री सुरेश खन्ना उनका खुलकर समर्थन कर रहे हैं। अवैध कब्जे को लेकर सीबीसीआईडी जांच हुई थी। सीबीसीआईडी ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल कर दी।
इसके बाद सुरेश खन्ना ने विवेचना में हस्तक्षेप करते हुए प्रत्यावेदन कर आरोपियों को बचाने का प्रयास किया। आरोप है कि उन्होंने अपने लेटर पैड पर तीन-तीन प्रत्यावेदन पुलिस को दिए। इस मामले को लेकर पूर्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंत्री सुरेश कुमार खन्ना पर कार्रवाई की मांग वह कर चुके हैं, लेकिन मंत्री का प्रभाव और दबाव न्याय पर भारी पड़ रहा है। इसे लेकर मंत्री के खिलाफ न्यायालय में वाद दायर किया गया।
न्यायालय ने इस मामले को गंभीरता से सुनने के बाद सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही वृंदावन कोतवाली से इस मामले में रिपोर्ट तलब की है। ठाकुर कौशल किशोर महाराज ने बताया कि उन्होंने बार के पूर्व अध्यक्ष ठाकुर किशन सिंह व सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता एन रीना सिंह के माध्यम से एमपीएमएलए कोर्ट में वाद दायर किया है। अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 12 मई की तिथि नियत की है।