We have to attack root terrorism branches will dry up on their own Akhilesh yadav said on Operation Sindoor आतंकवाद की जड़ पर हमला करना होगा, टहनियां अपने आप सूख जाएंगी, ऑपरेशन सिंदूर पर बोले अखिलेश, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUP NewsWe have to attack root terrorism branches will dry up on their own Akhilesh yadav said on Operation Sindoor

आतंकवाद की जड़ पर हमला करना होगा, टहनियां अपने आप सूख जाएंगी, ऑपरेशन सिंदूर पर बोले अखिलेश

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई कार्रवाई की प्रशंसा की।

Dinesh Rathour लखनऊ।, लखनऊ। भाषाWed, 7 May 2025 03:43 PM
share Share
Follow Us on
आतंकवाद की जड़ पर हमला करना होगा, टहनियां अपने आप सूख जाएंगी, ऑपरेशन सिंदूर पर बोले अखिलेश

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई कार्रवाई की प्रशंसा की। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अखिलेश यादव ने कहा, यह लड़ाई लंबी है और दहशतगर्दी की जड़ पर हमला करना होगा। यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाये जाने का स्वागत करते हुए कहा, 'सपा पहलगाम हमले के बाद दिल्ली में आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि इस मामले में जो भी कार्रवाई करनी होगी, उसमें पार्टी सरकार के साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा, जब आतंकवाद की जड़ पर हमला होगा तो यह जो टहनियां दिखाई दे रही हैं वे अपने आप सूख जाएंगी। यह लड़ाई लंबी है और सीमा की सुरक्षा के लिए हमेशा सजग रहना पड़ेगा।

चूक की कोई भी गुंजाइश स्वीकार नहीं की जा सकती। हमें अपनी सेना पर अपने सशस्त्र बलों पर पूरा भरोसा है। यादव ने कहा कि भारत को और मजबूती के साथ आतंकवाद का मुकाबला करना पड़ेगा क्योंकि दुनिया आतंकवाद का मुकाबला कर रही है। उन्होंने कहा, अभी सर्वदलीय बैठक फिर से बुलाया जाना तय हुआ है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव उस बैठक में शामिल होंगे। जो हमारी पार्टी का सुझाव होगा, वह उसे जरूर देंगे। यादव ने केंद्र सरकार की 'अग्निवीर योजना' पर निशाना साधते हुए कहा, कुछ लोग कहते थे कि अब नए तरीके का युद्ध है और इसमें फौज की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसका परिणाम यह हुआ कि 'अग्निवीर' जैसी व्यवस्था लागू हुई थी। जो स्थाई नहीं है। लेकिन वे ही लोग अब परंपरागत तरीकों को क्यों अपना रहे हैं?