खुले में शौच से मना किया तो भड़के गांव के मनबढ़, आशा और ननद को लाठियों से पीटा
- गोरखपुर के गुलरिहा के जंगल डुमरी नम्बर एक में रास्ते में शौच कर रहीं महिलाओं को समझाना आशा कार्यकर्त्री को महंगा पड़ गया। इससे नाराज मनबढ़ों ने आशा कार्यकर्त्री और उसकी ननद को लाठियों से पीटकर अधमरा कर दिया। कार्यकर्त्री की तहरीर पर पुलिस कार्रवाई में जुटी है। =

गोरखपुर के गुलरिहा के जंगल डुमरी नम्बर एक में रास्ते में शौच कर रहीं महिलाओं को समझाना आशा कार्यकर्त्री को महंगा पड़ गया। इससे नाराज मनबढ़ों ने आशा कार्यकर्त्री और उनकी ननद को लाठी-डंडों से पीटकर अधमरा कर दिया। कार्यकर्त्री की तहरीर पर पुलिस कार्रवाई में जुटी है। घायल महिलाओं का सीएचसी में इलाज चल रहा है।
जंगल डुमरी के फर्टिलाइजर टोला निवासी रमेश की पत्नी रेखा देवी आशा कार्यकत्री हैं। वह शुक्रवार को मिर्जापुर टोला निवासी जगदीश की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर सीएचसी ले गई थीं। आशा ने बताया कि रात के 9.30 बजे एम्बुलेंस से गर्भवती को उनके घर छोड़ने के बाद वह वहां से पैदल ही अपने टोले पर जा रही थीं। इसी दौरान रास्ते में खुले में शौच कर रही कुछ महिलाओं को टोकते हुए वह अपने घर चली गईं। आरोप है कि रात 10.30 बजे छह लोग लाठी-डण्डा लेकर आये और आशा की पिटाई करने लगे। बीच-बचाव करने पहुंची आशा की सास और ननद को मनबढ़ों ने पीटकर अधमरा कर दिया। पिटाई में महिलाओं के कपड़े फट गए। आशा ने डायल 112 पर सूचना दे दी। इसके बाद मनबढ़ वहां से चले गए। आशा ने थाने पर तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है।
कार्यकर्त्रियों ने अधीक्षक को सौंपा पत्र
ऑल इंडिया आशा बहू कल्याण सेवा समिति की जिला महासचिव पप्पी तिवारी के नेतृत्व में सुनीता जायसवाल, रेखा, सुमन, सरोज, गुंजा, मीना समेत सौ से अधिक आशा कार्यकर्त्रियों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षरयुक्त पत्र सीएचसी अधीक्षक डॉ. अविनाश कुमार सिंह को दिया। आशा कार्यकर्त्रियों ने आरोप लगाया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में सभी को शौचालय उपलब्ध कराया गया है। इसके बाद भी गांव की सड़कें गंदगी से पटी हुई हैं। आशा कार्यकर्त्री द्वारा सड़क पर शौच से मना करने पर मनबढ़ों द्वारा उसके साथ मारपीट की गई।