स्वतंत्र प्रभार के दायित्व वितरण में दिखी धामी की एक छत्र धमक
- धामी ने फ्री हैंड के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं को दायित्वों से नवाजा है। हालिया दायित्व वितरण के बाद से भाजपा में स्थितियां सामान्य दिखाई देने लगी हैं..

देहरादून, विशेष संवाददाता। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा खनन के मुद्दे पर उठाए सवालों से भाजपा में उपजी विवाद की लहरें फिलहाल शांत हो गई। इस पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर मजबूत होकर उभरे हैं।
इस हफ्ते पार्टी के 38 पार्टी नेताओं को विभिन्न आयोग, परिषद समितियों में बांटे गए दायित्वों में धामी की एकछत्र धमक साफ नजर आई। धामी ने फ्री हैंड के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं को दायित्वों से नवाजा है।
हालिया दायित्व वितरण के बाद से भाजपा में स्थितियां सामान्य दिखाई देने लगी हैं। मालूम हो, पिछले दिनों लोकसभा में पूर्व मुख्यमंत्री रावत के खनन का मुद्दा उठाने से भाजपा में गुटीय सक्रियता नजर आने लगी थी। हालांकि सरकार के स्तर पर खनन में पारदर्शिता और लगातार बढ़ते राजस्व का ब्योरा प्रकाश में लाने से विवाद कुछ कमजोर पड़ गया था। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के सरकार के तीन साल की बधाई संदेश के आते हे विवाद पूरी तरह शांत हो गया। प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में धामी की तारीफ करते हुए राज्य सरकार के सुशासन और पारदर्शिता पर मुहर लगाई है।
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