बोले हल्द्वानी: विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से बदहाल सड़कें बनीं मुसीबत
यूयूएसडीए और नगर निगम की लापरवाही से सड़कों का निर्माण हुआ घटियाड्रेनेज सिस्टम नहीं होने के कारण गंदगी से जूझ रहीं दो दर्जन कॉलोनियां छह माह से यू
हल्द्वानी नगर निगम के वार्ड नंबर 48 की दो दर्जन कॉलोनियों में शहरी विकास विभाग की ओर से किए जा रहे गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण कार्य से लोग परेशान हैं। वार्ड की त्रिलोकनगर, अमरावती कॉलोनी और नीलकंठ कॉलोनी में सड़कों का निर्माण कार्य स्तरहीन होने और नालियों का ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने से यहां लोगों के घरों में गंदगी फैल रही है। वार्ड की कॉलोनी में नगर निगम की ओर से की गई सफाई व्यवस्था के तहत आने वाले सफाई कर्मी भी कॉलोनी में कूड़ा नहीं उठा रहे हैं। इससे घरों के आगे कूड़ा पड़ा हुआ है। यहां के लोगों का कहना है कि शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) की ओर से इनके वार्ड में बीते छह माह से सड़क और सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन वार्ड में हर कॉलोनी खोद दी गई है। निर्माण कार्य कहीं भी पूरा नहीं किया गया है। लोगों का कहना है कि वार्ड में जहां सड़क बनीं भी हैं तो वहां आरसीसी कार्य पूरी तरह गुणवत्ताहीन है। सड़क बनने से पहले ही क्षतिग्रस्त हो गई है। वार्ड की त्रिलोकनगर फेज टू में कई लोग बीते पांच महीनों से आपातकालीन स्थिति में भी अपने वाहनों से घरों से बाहर नहीं निकाल पा रहे हैं। बोले हल्द्वानी की टीम जब लोगों के बीच पहुंची तो उन्होंने खुलकर अपनी समस्याएं और सुझाव रखे।
मुख्य खबर -
हल्द्वानी। नगर निगम के वार्ड नंबर 48 में करीब 750 की आबादी बीते छह माह से यूयूएसडीए की ओर से किए जा रहे निर्माण कार्य में हो रही ढिलाई और लापरवाही से परेशान है। यहां लोगों का कहना है कि वार्ड की हर कॉलोनी में सड़क खुदी हुई है, लेकिन निर्माण कार्य बहुत ही ढिलाई से हो रहा है। वार्ड की जिन कॉलोनियों में निर्माण कार्य हो चुका है वहां भी आरसीसी की सड़क की गुणवत्ता घटिया होन से लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है कि सितंबर 2024 में सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ था, इसके बाद से अब तक इसे पूरा नहीं किया जा सका है। बताया कि कॉलोनियों में जहां टी-प्वाइंट पर एजेंसी के कर्मचारियों ने निर्माण कार्य पूरा नहीं किया। वहीं सड़क भी लेवल से ऊंची बना दी है। इससे कॉलोनी में पूरी सड़क निर्माण होने के बाद भी लोगों को आवाजाही के लिए जूझना पड़ता है। लोगों का कहना है कि बदहाल सड़क के कारण उनके घरों में धूल भरने की समस्या पैदा हो गई है। सड़क निर्माण के साथ नालियां नहीं बनाने से घरों में गंदा पानी घुस रहा है। लोगों का कहना है कि बरसात में और भी बुरे हाल हो सकते हैं।
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सड़क निर्माण में लापरवाही का आरोप
हल्द्वानी। नगर निगम के वार्ड नंबर 48 में सड़क निर्माण कार्य को लेकर लोगों में भारी नाराजगी है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यूयूएसडीए (उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलपमेंट एजेंसी) का सड़क निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन है। लोगों का कहना है कि निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल की जा रही है और निर्माण मानकों का पालन नहीं हो रहा। इससे बनी हुई कुछ सड़कों पर दरारें भी हैं। लोगों का कहना है कि सड़क बनने से पहले ही टूट-फूट का खतरा मंडराने लगा है। क्षेत्रवासियों ने संबंधित अधिकारियों से शिकायत कर निर्माण कार्य की जांच कराने और गुणवत्ता सुधारने की मांग की है।
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मुख्य पेयजल लाइन हो चुकी हैं क्षतिग्रस्त
वार्ड में सड़क निर्माण कार्य के दौरान उनकी कॉलोनियों में बिछाई गई पेयजल लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इससे लाइनों में लीकेज की समस्या हो गई है। लोगों का कहना है सड़क खोदने के दौरान पानी की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। लाइनों की मरम्मत होनी चाहिए। वहीं सड़क बनाने के दौरान लाइनें क्षतिग्रस्त होने पर उन्हें तुरंत बनाया जाना चाहिए। नीलकंठ कॉलोनी फेज वन और टू में पेयजल संकट से जूझ रहे लोगों ने कहा कि उनके घरों में लंबे समय से पानी नहीं है। उन्हें टैंकरों से पानी मंगवाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
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सड़क बनाने के दौरान नालियां क्षतिग्रस्त
नगर निगम के वार्ड नंबर 48 में सड़क बनाने के दौरान नालियां क्षतिग्रस्त होने से लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। इससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है और जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान नालियों की मरम्मत नहीं की गई, जिससे अब नालियां चोक हो गई हैं और पानी सड़कों पर जमा हो रहा है। लोगों ने नगर निगम से मांग की है कि जल्द से जल्द नालियों की मरम्मत की जाए और जलभराव की समस्या का समाधान किया जाए। साथ ही, भविष्य में सड़क निर्माण के दौरान नालियों की सुरक्षा का ध्यान रखने की भी मांग की गई है।
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वार्ड नंबर 48 की पांच समस्याएं
गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण कार्य होने से परेशान हैं लोग
ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था नहीं होने से घरों में गंदगी फैल रही
सड़क निर्माण में मुख्य पेयजल लाइन हो क्षतिग्रस्त चुकी हैं
जरूररत पड़ने पर भी घरों से बाहर वाहन नहीं निकाल सकते हैं
सफाईकर्मी नहीं करते ठीक से काम, घरों के आगे फैला है कूड़ा
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त्रिलोक नगर फेज एक और दो की पांच समस्याएं
सड़क निर्माण कार्य गुणवतापूर्वक होना चाहिए
कॉलोनी में ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था होनी चाहिए
सड़क निर्माण में क्षतिग्रस्त हुई पेयजल लाइन सुधारी जाए
सफाई कर्मियों पर सख्ती हो, घरों के आगे कूड़ा उठाया जाए
समय पर सड़क का निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए
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बॉटम के लिए प्रस्तावित-
वार्ड के लिए बने बेहतर ड्रेनेज सिस्टम
वार्ड में पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने से परेशान लोगों का कहना है कि सड़क और सीवर लाइन बिछाने का कार्य तो ढिलाई से हो ही रहा है वहीं कॉलोनियों में ड्रेनेज की व्यवस्था भी नहीं है। पानी निकासी व्यवस्था नहीं होने से उनके घरों में पानी भरने की समस्या हो रही है। बरसात में यह समस्या और भी विकराल हो सकती है। सड़क निर्माण और सीवर लाइन बिछाने का कार्य पहले ही बेहद धीमी गति से चल रहा है। दूसरी ओर, कॉलोनियों में निकासी व्यवस्था का समुचित प्रबंध नहीं होने के कारण मामूली बारिश में ही घरों और गलियों में पानी भरने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश का मौसम नजदीक है और ऐसे में यदि जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं की गई तो हालात और भी गंभीर हो सकते हैं। पानी भरने से न सिर्फ लोगों के घरों और दुकानों में नुकसान होगा, बल्कि संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ जाएगा। कई क्षेत्रों में पहले से ही हल्की बारिश के दौरान सड़कों पर पानी जमा होने की शिकायतें मिल रही हैं, जिससे आवागमन बाधित हो रहा है।
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घरों के आगे फैला है कूड़ा
नगर निगम के त्रिलोकनगर, अमरावती और नीलकंठ आदि कॉलोनियों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई दिनों से कूड़ा उठान नहीं हो रहा, जिससे घरों के आगे जगह-जगह कूड़े के ढेर जमा हो गए हैं। दुर्गंध और गंदगी के बीच रहना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है। वहीं, मच्छर और कीड़े-मकोड़े पनपने से बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है। वार्ड के निवासियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा नियमित रूप से कूड़ा नहीं उठाए जाने से हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे हैं। सड़क के किनारे और गली-मोहल्लों में फैला कचरा न केवल दुर्गंध फैला रहा है, बल्कि बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बनता जा रहा है।
घरों की बाहर नालियों से जाली हो रही चोरी
हल्द्वानी। नगर निगम के वार्ड नंबर 48 में घरों की बाहर नालियों से जाली भी चोरी हो चुकी हैं। यहां लोहे की जालियों को चोर ले उड़े हैं। इस कारण स्थानीय लोग काफी परेशान हैं और क्षेत्र में दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है। बुजुर्गों के गिरने का डर बना रहता है। कई जगह पहले ही लोग चोटिल हो चुके हैं। इसके बावजूद नगर निगम और पुलिस प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
कॉलोनी के गेट पर डाल जाते हैं कूड़ा
त्रिलोक नगर के लोगों ने बताया कि मुख्य गेट पर आए दिन बाहरी लोगों द्वारा कूड़ा फेंका जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि गेट के ठीक बगल में एक मंदिर स्थित है, जिसके आसपास भी कूड़े का अंबार लगा रहता है। इससे श्रद्धालुओं में रोष व्याप्त है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सुबह और शाम के समय बाहरी व्यक्ति वाहनों में भरकर कचरा लाते हैं और मुख्य गेट के पास फेंककर चले जाते हैं। इसकी वजह से कॉलोनी में गंदगी फैल रही है और मच्छरों व अन्य कीटाणुओं का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। हम कई बार इन लोगों को मना कर चुके हैं, लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं हैं। कॉलोनी का मुख्य गेट अब कूड़ाघर बनता जा रहा है।
इनकी सुनिए :
क्षेत्र में जल निकासी की बड़ी समस्या है। नालियों में गंदा पानी जमा हुआ है। नगर निगम की ओर से सफाई कर्मचारी आते तो हैं पर वे ऊपर ही ऊपर सफाई कर चले जाते है। नालियों में गंदगी महीनों से वैसे ही पड़ी हुई है।
- उमेश शर्मा
यहां पर बन रही सड़क का काम तो बस खानापूर्ति है। पहली बारिश में ही पता चल जाएगा कि कितनी गुणवत्ता है। हमारे टैक्स के पैसे का क्या हो रहा है? हम समय-समय पर टैक्स भरते रहते हैं पर कुछ सुविधाएं नहीं मिल रहीं है।
- महेश चंद हर्बोला
हमारे क्षेत्र में सबसे बड़ी परेशानी ड्रेनेज की है। नालियों में पानी जमा रहता है और थोड़ी सी बारिश में गलियां जलमग्न हो जाती हैं। जिससे बच्चों को स्कूल और हमें ऑफिस जाने में मुश्किल होती है। जल्द समस्या का समाधान किया जाए।
- राकेश चंद्र जोशी
सड़क का खराब होना तो सच में मुसीबत है। कभी कोई इमरजेंसी हो जाए तो गाड़ी निकालना भी मुश्किल है। सड़कें इतनी संकरी बना दी हैं और ऊपर से निर्माण सामग्री पड़ी रहती है। पिछले छह माह से गाड़ियां घरों में कैद हो गई हैं।
- भूपेंद्र बिष्ट
जब सड़क बन रही थी, तभी पानी की लाइन तोड़ दी। अब कई दिनों तक पानी नहीं आता। यह कैसा विकास है, जो सुविधाएं छीन ले? टैंकरों के भरोसे जीवन यापन कर रहे हैं। यहां पानी, सड़क, साफ-सफाई किसी की भी व्यवस्था नहीं है।
- कैलाश बिष्ट
सफाई वालों के बारे में तो पूछो ही मत। हफ्ते में एक बार आते हैं और बस खानापूर्ति करके चले जाते हैं। घरों के सामने कितना सारा कूड़ा जमा है। इसकी वजह से हमें गंदगी व बदबू में रहना पड़ रहा है। जिससे आए दिन लोग बीमार होते हैं।
- हितेश सुयाल
हमने कई बार संबंधित अधिकारियों को मामले की शिकायत की है, साथ ही मुख्यमंत्री पोर्टल में भी कई बार शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। लगता है हमारी कॉलोनी को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
- नेत्रबल्लभ जोशी
मुझे तो डर लगता है कि यह पानी जमा होने से बीमारियां न फैल जाएं। घरों में बच्चे व बुजुर्ग हैं, उनकी सेहत की चिंता लगी रहती है। जमे हुए पानी में मच्छर पनपते हैं जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
- महेंद्र बिष्ट
बाहर से कुछ लोग आकर आए दिन कॉलोनी के मुख्य गेट पर कूड़ा डाल जाते हैं। इसके साथ ही बाहरी लोग मुख्य गेट पर अपनी गाड़ियां पार्क कर चले जाते हैं। जिससे हम सब कॉलोनीवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
- रोहित तिवारी
बारिश के दिनों में तो यहां रहने लायक नहीं होता है। जल निकासी नहीं होने से हल्की सी बारिश में सारा पानी सड़कों और घरों में भर जाता है। बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते। लोगों ने नालियां बंद कर दी हैं, जिसकी वजह से यह दिक्कत हो रही है।
- रवि जोशी
सितंबर 2024 से यहां सड़क का काम चल रहा है, जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। पिछले कई महीनों से गाड़ियां घरों में बंद पड़ी हैं। इससे काफी दिक्कतें हो रही हैं। विभागीय अधिकारियों को काम जल्द पूरा करना चाहिए।
- मदन सिंह बिष्ट
काम इतनी धीमी गति से हो रहा है कि सभी लोग परेशान हैं। एक बार ड्रिल मारकर चले जाते हैं तो हफ्तों तक दोबारा नहीं आते हैं। अगर ऐसे ही काम चलता रहा तो सड़क दो-तीन साल तक नहीं बन पाएगी। बहुत लापरवाही चल रही है।
- डिगर सिंह बिष्ट
जब कोई बीमार हो जाए या कोई इमरजेंसी आ जाए, तो गाड़ी निकालना भी मुश्किल है। सभी सड़कें तो हमेशा खुदी रहती हैं या फिर गलत बनी हैं। जिससे अधिकांश लोगों को कहीं भी आने-जाने में बेहद परेशानियां होती हैं।
- विनय बहुगुणा
सड़क के हाल इतने खराब हैं कि कॉलोनी में कोई भी गाड़ी अंदर नहीं आ पाती है। मुख्य सड़क से सिलेंडर कंधे पर रखकर लाना पड़ता है। इसके कारण हम लोग कई बार चोटिल हो गए हैं। विभाग को जल्द से जल्द काम करना चाहिए।
- कमलेश हर्बोला
पिछले लंबे समय से पूरा वार्ड इन सभी समस्याओं से परेशान है। अब तो हमको उम्मीद भी नहीं है कि ये सारे काम सही होंगे। सरकार को हम लोगों की बिल्कुल भी चिंता नहीं है। हमारी तरफ तो कोई देखने वाला भी नहीं है।
- प्रताप सिंह मेहरा
चुनाव के वक्त तो सब नेताजी वोट मांगने आ जाते हैं, लेकिन जीतने के बाद किसी को हमारी याद नहीं रहती। अब कुछ काम के लिए बोलो तो झूठे आश्वासन देकर हमारी बात टाल दी जाती है। हम इसके लिए आवाज उठाएंगे।
- गोपाल बिष्ट
मॉनसून आने वाला है और कॉलोनी में कुछ काम पूरा नहीं किया गया है। नालियां गंदगी से भरी पड़ी हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में बदबू फैलती है। आए दिन लोग बीमार हो रहे हैं। अब बारिश शुरू होते ही घरों में गंदा पानी घुस जाएगा।
- जगमोहन
हम लोग अपने वाहन घरों से एक किलोमीटर दूर मुख्य सड़क पर पार्क करके आते हैं। अगर हमारा कुछ नुकसान होता है तो उसकी भरपाई कौन करेगा। वाहन घरों से दूर होने के कारण सुबह काम के लिए भी देरी हो जाती है।
- बीडी शर्मा
उचित पानी निकासी व्यवस्था न होने की वजह से गंदगी की समस्यां बनी हुई है। अगर सिंचाई विभाग की नाली को खोल दिया जाए तो नालियों में जमे गंगे पानी की निकासी हो जाएगी। जिससे काफी हद तक सुधार हो सकता है।
- संजय रावत
अगर ऐसे ही गंदगी जमी रही तो किसी न किसी को गंभीर बीमारी हो सकती है। बाहर के लोग भी आकर कॉलोनी के मुख्य गेट पर कूड़ा डाल जाते हैं। हमारे क्षेत्र में काफी समस्याएं हैं लेकिन अधिकारी इस ओर देखते भी नहीं।
- विनोद लटवाल
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बोले जिम्मेदार :
वार्ड में सड़क निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन निकासी व्यवस्था को लेकर शिकायतें मिल रही हैं। सड़क निर्माण में भी ढिलाई हो रही है। लोग परेशान हैं। नगर निगम के सफाईकर्मी की व्यवस्था ठीक करने के प्रयास हैं। - मुकुल बलूटिया, पार्षद, वार्ड नंबर 48
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सड़क निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ हो इसका प्रयास किया जा रहा है। सड़क निर्माण में अगर कोई परेशानी आई है तो इसका समाधान करा लिया जाएगा। सड़क बनने के बाद ही ड्रेनेज सिस्टम का कार्य होता है। एजेंसी की ओर से इस कार्य को करने के प्रयास किए जा रह हैं। - कुलदीप सिंह, परियोजना प्रबंधक, उत्तराखंड शहरी विकास एजेंसी।
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सफाईकर्मी की समस्या संज्ञान में आई है। निगम की ओर से वहां सफाईकर्मी की व्यवस्था की गई है। यदि कूड़ा नहीं उठाने का कोई प्रकरण है तो उसकी जांच की जाएगी। उनका वेतन भी आहरित नहीं किया जाएगा। - ऋचा सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम, हल्द्वानी।
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