बालकोट में सात दिवसीय ऐंपण कला का तीसरा दिन
पिथौरागढ़ में पारंपरिक ऐंपण कला के संरक्षण एवं आर्थिक सशक्तिकरण के लिए जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य...

पिथौरागढ़। बालकोट तथा उपरतोला में पारंपरिक ऐंपण कला के संरक्षण एवं आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की ओर से कराये जा रहे सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज तीसरा दिन है। इस संपूर्ण कार्यक्रम की रूपरेखा सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठात्रा डॉ अल्का गोयल के मार्गदर्शन में तैयार की गई है। अधिष्ठात्रा गोयल ने कहा कि यह परियोजना सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण व स्थानीय समुदाय के आर्थिक विकास में भी सहायक सिद्ध होगी। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने ऐपन में प्रयोग होने वाले मूलभूत डिजाइन वसोधारा बेल, हिमाचली बेल, सिंघानिया बेल,अधोमुखी कोण,ऊर्ध्व मुखी कोण,षट्-कोण के साथ-साथ लक्ष्मी चौकी तथा गणेश चौकी के डिजाइन बनाना सीखा।
इस दौरान सहायक विकास अधिकारी पंचायत दीपक कुमार,सहायक खण्ड विकास अधिकारी राजेन्द्र अवस्थी,खण्ड विकास अधिकारी नरेन्द्र सिह पोखरिया, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी रीतू पाण्डे व खगेंद्र बिष्ट ने भी अपना सहयोग दिया है।
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