खरसाली में खुले समेश्वर महाराज के कपाट
खुशीमठ के समेश्वर महाराज मंदिर के कपाट बैसाख संक्रांति के अवसर पर सुबह 7.30 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। यह मंदिर चार महीने के शीतकालीन प्रवास के बाद अब ग्रीष्मकाल के लिए खुला है। तीर्थ...

मां यमुना के मायके खुशीमठ (खरसाली) में स्थित समेश्वर महाराज मंदिर के कपाट रविवार को बैसाख संक्रांति के अवसर पर सुबह 7.30 बजे विशेष पूजा-अर्चना और विधि-विधान से ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। नौगांव ब्लॉक के अंतर्गत गीठ पट्टी के 12 गांवों के आराध्य देव समेश्वर महाराज का पौराणिक मंदिर यमुना के शीतकालीन प्रवास खुशीमठ में है। शीतकाल में चार माह तक समेश्वर महाराज के कपाट बंद रहते हैं जो अब बैसाखी पर्व पर ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। तीर्थ पुरोहित मनमोहन उनियाल, सोमेश्वर महाराज के पुजारी संतोष उनियाल ने बताया कि कपाट खुलने के बाद अब यहां पर शनिदेव महाराज समेश्वर महाराज की विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी तथा देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु यहां समेश्वर महाराज के दर्शन कर सकते हैं। सुबह मंदिर के कपाट खुलने के बाद विधिवत पूजा अर्चना कर दोपहर में समेश्वर महाराज की डोली मंदिर के गर्भ गृह से बाहर निकली और यहां मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने शनिदेव की पूजा-अर्चना कर भेंट चढ़ाई गई। इस मौके पर समेश्वर देवता समिति के अध्यक्ष जयबीर सिंह रावत, सचिव सूरज तोमर, पूर्व विधायक केदार सिंह रावत, बड़कोट नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजबीन पंवार, महाबीर पंवार माही, यमुनोत्री मंदिर समिति के प्रवक्ता पुरुषोत्तम उनियाल, गौरव उनियाल, संजीव उनियाल, अरविंद रावत, यशपाल राणा, पवन उनियाल, सुशील उनियाल, प्रदीप उनियाल, आशुतोष उनियाल सहित गांव के ग्रामीण और आसपास के गांव से पहुंचे श्रद्धालु मौजूद रहे।
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