ऋषिकेश में अवैध 100 झोपडियों पर चला ‘पिला पंजा’, नदी किनारे अतिक्रमण पर हुआ बुलडोजर ऐक्शन
नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि मानसून सीजन प्रारंभ होने जा रहा है, जिसमें नदी में अतिक्रमण कर झोपड़ी में बसे इन लोगों के जानमाल का खतरा था, जिसके चलते अतिक्रमण को हटाया गया है।
ऋषिकेश के मायाकुंड में बरसाती नदी चंद्रभागा और गंगा किनारे अतिक्रमण पर सोमवार को नगर निगम का बुल्डोजर फिर चला। करीब 100 से ज्यादा झुग्गी-झोपड़ियों को तीन जेसीबी लगाकर ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान कार्रवाई का झोपड़ी वासियों ने विरोध भी किया, लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी के चलते उनकी एक नहीं चली।
सोमवार सुबह नगर निगम की टीम तीन जेसीबी और चार ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर मायाकुंड पहुंची। टीम के पहुंचते चंद्रभागा व गंगा किनारे बसे झोपड़ी वासियों में हड़कंप मच गया। निगम की जेसीबी चलते ही लोगों में जरूरी सामान सुरक्षित बचाने के लिए अफरा-तफरी जैसी स्थिति नजर आई।
शाम करीब चार बजे तक निगम की टीम ने एक-एक कर 100 से अधिक झोपड़ियों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। अचानक हुई कार्रवाई को लेकर कई झोपड़ी वासी विरोध करते भी नजर आए। उन्होंने निगम की टीम से मोहलत भी मांगी। बावजूद, पुलिस फोर्स की मौजूदगी के चलते किसी की एक नहीं सुनी गई।
नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि मानसून सीजन प्रारंभ होने जा रहा है, जिसमें नदी में अतिक्रमण कर झोपड़ी में बसे इन लोगों के जानमाल का खतरा था, जिसके चलते अतिक्रमण को हटाया गया है।
एक दिन पहले भी न्यू त्रिवेणी कॉलोनी और आसपास चंद्रभागा नदी से 45 झोपड़ियों को हटाया गया है। बताया कि अतिक्रमण की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है। शहर के आंतरिक मार्गों की भी घेरबाड़ करने वालों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी। टीम में घाट चौकी प्रभारी विनेश कुमार, सफाई निरीक्षक अभिषेक मल्होत्रा, अजय बागड़ी आदि शामिल रहे।
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