NDLS भगदड़ के बाद क्राउड कंट्रोल पर प्रशासन एक्शन में, सहरसा DM ने लोगों से की यह अपील
- सहरसा के डीएम वैभव चौधरी ने पहल किया है उन्होंने लोगों से अभी कुंभ जाने से परहेज करने की अपील है। डीएम ने कहा है कि अभी सहरसा सहित अन्य जिलों के स्टेशनों से प्रयागराज या पटना तरफ जाने वाली ट्रेनों में कुंभ जाने वाले यात्रियों की अत्यधिक भीड़ हो रही है।

महाकुम्भ के लिए जाने वालों की भीड़ से ट्रेनों में सफर करना मुश्किल हो गया है। प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बेकाबू हो चली है। बिहार के विभिन्न जिलों से कुंभ जाने वालों की भारी संख्या की वजह से राज्य के लगभग सभी बड़े रेलवे स्टेशनों पर इतनी अप्रत्याशित भीड़ देखी जा रही है। ट्रेनों में चढ़ने के लिए लोगों को जानलेवा जद्दोजहद करना पड़ता है। जो लोग सवार हो जाते हैं उनकी यात्रा काफी कष्टदायी होती है। बिहार-यूपी से गुजरने वाली ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं मिल रही। लोग शौचालय में खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर हैं। ऐसे में भीड़ नियंत्रण को लेकर प्रशासन ने पहल शुरू किया है। दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के बाद विभिन्न जिलों के डीएम लोगों से भीड़ से बचने की अपील कर रहे हैं।
सहरसा के डीएम वैभव चौधरी ने पहल किया है उन्होंने लोगों से अभी कुंभ जाने से परहेज करने की अपील है। डीएम ने कहा है कि अभी सहरसा सहित अन्य जिलों के स्टेशनों से प्रयागराज या पटना तरफ जाने वाली ट्रेनों में कुंभ जाने वाले यात्रियों की अत्यधिक भीड़ हो रही है। इससे अफरातफरी की स्थिति कायम हो रही है। इस कारण लोगों से अपील है कि भीड़ की स्थिति सामान्य होने तक कुंभ जाने से परहेज करें। भीड़ की स्थिति सामान्य होने के बाद ही कुंभ जाने का कार्यक्रम बनाएं।
पटना के अलावे हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बरौनी स्टेशनों पर काफी भीड़ देखी जा रही है। जितनी संख्या में यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन पर आते हैं, उन्हें संभालने में सुरक्षा बलों की संख्या काफी कम पड़ जाती है। मुजफ्फरपुर से रविवार को प्रयागराज के लिए दो कुम्भ स्पेशल सहित सात ट्रेनें सुबह से लेकर देर रात तक गुजरी। इनमें भीड़ की वजह से यात्रियों को चढ़ने-उतरने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बोगी में जगह नही मिलने पर लोग गेट पर लटककर यात्रा कर रहे थे। रविवार की सुबह लिच्छवी एक्सप्रेस, दोपहर में बरौनी-गोंदिया के बाद पवन एक्सप्रेस में भी काफी भीड़ रही।
बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस के समय इतनी भीड़ हो गई कि ट्रेन के आने की घोषणा होने के साथ यात्री प्लेटफॉर्म की दूसरी ओर चले गए और जान जोखिम में डालकर चढ़े। इधर, प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के रुकते धक्का-मुक्की होने लगी। कई बोगी के दरवाजे बंद होने के कारण यात्री एक बोगी से दूसरी बोगी की तरफ दौड़ते रहे।