पुरहारा में अतिक्रमण हटाने गई टीम बैरंग वापस लौटी, पेज 5 लीड
हाई कोर्ट के आदेश पर गई थी टीम, लोगों ने किया विरोध, शाम में आदेश पर रोक लगने का आ गया आदेश म म म म म म म म म मम म म म म

हाईकोर्ट के आदेश पर हसपुरा थाना क्षेत्र के पुरहारा गांव में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने गई पुलिस टीम बैरंग वापस लौट गई। एक मकान का पिछले हिस्सा ही टूट सका। शेष मकानों और निर्माण पर कार्रवाई नहीं हो सकी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना हाई कोर्ट के आदेश पर यहां 61 घरों को अतिक्रमण से मुक्त करना था। साधु के मकान के पीछे का हिस्सा टूटा और उसके बगल के एक मकान पर जेसीबी चलने लगी तो सीओ कौशल्या कुमारी के मोबाइल पर हाईकोर्ट के वकील का मौखिक स्टे ऑडर आया। उसके बाद प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर लौट गई। बताया गया कि पुरहारा गांव के राम पुकार सिंह ने अतिक्रमण को लेकर हाईकोर्ट में वाद दायर किया था। आदेश के आलोक में सीओ ने 61 घरों से संबंधित लोगों को अपने घरों से सामान हटा लेने का नोटिस दिया था। 8 अप्रैल को अतिक्रमण हटाने के लिए टीम के पहुंचने की जानकारी दी गई थी। कुछ लोगों ने मकान से समान हटा लिया था वहीं कुछ लोग सामान हटाने में लगे हुए थे। मंगलवार को दोपहर एक बजे सीओ कौशल्या कुमारी, बीडीओ प्रदीप कुमार चौधरी सैंकड़ों पुलिस बल को लेकर पांच जेसीबी के साथ गांव पहुंची। सरकारी स्कूल के पास मुख्य सड़क पर सैंकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष जमा हो गए और हंगामा करने लगे। ग्रामीण जेसीबी को जाने से रोक रहे थे। प्रशासन ने काफी समझाया लेकिन ग्रामीण समझने को तैयार नहीं थे। लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगा रहे थे। पुलिस ने बल का प्रयोग किया तो अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद लोग इधर उधर भागने लगे। प्रशासन जेसीबी को लेकर अतिक्रमण स्थल पहुंची जहां महिलाएं हंगामा करने लगी। प्रशासन को काफी विरोध का सामना करना पड़ा। जिप सदस्य चंदा प्रवीण, प्रतिनिधि मो. एकलाख खां, गोह जिप प्रतिनिधि श्याम सुंदर सिंह यादव ने पुलिस-प्रशासन से आग्रह किया कि दर्जनों घरों में बेटा-बेटी की अप्रैल में शादी है। मकान टूट जाने से लोग सड़क पर आ जाएंगे।
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